Congress District President Training: मध्य प्रदेश की राजनीति को मजबूती देने के लिए कांग्रेस पार्टी एक व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर रही है।
पार्टी के सभी 71 जिलाध्यक्षों को 2 से 12 अक्टूबर तक हिल स्टेशन पचमढ़ी में एक आवासीय प्रशिक्षण शिविर में शामिल होना है।
इस कार्यक्रम की सबसे बड़ी खासियत यह है कि पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इन दस दिनों में से दो दिन जिलाध्यक्षों के साथ सीधे रूबरू होंगे और उनसे मंत्रणा करेंगे।
शीर्ष नेताओं की उपस्थिति से मिलेगी रणनीति की दिशा
इस प्रशिक्षण शिविर में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी शामिल होंगे।
माना जा रहा है कि वे इस कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में हिस्सा लेंगे।
इसके अलावा, पार्टी के वरिष्ठ नेता जैसे जयराम रमेश, पवन खेड़ा, सुप्रिया श्रीनेत, कांग्रेस के प्रशिक्षण विभाग के राष्ट्रीय प्रमुख सचिन राव, मध्य प्रदेश के प्रभारी हरीश चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार भी जिलाध्यक्षों को प्रशिक्षित करेंगे और संबोधित करेंगे।
राहुल गांधी खुद करेंगे गाइड
राहुल गांधी न केवल जिलाध्यक्षों को संबोधित करेंगे, बल्कि उनसे एक-एक करके व्यक्तिगत बातचीत भी करने की योजना है।
इस चर्चा में वे प्रत्येक जिले की विशेष सामाजिक-राजनीतिक परिस्थितियों, मौजूदा चुनौतियों और भविष्य की रणनीति पर अपने विचार साझा कर सकते हैं।
यह कदम पार्टी की जमीनी स्तर पर मजबूती के प्रति गंभीरता को दर्शाता है।

कैडर मैनेजमेंट से लेकर चुनावी रणनीति तक होगी ट्रेनिंग
इस दस दिवसीय प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य जिलाध्यक्षों को संगठनात्मक रूप से सशक्त बनाना है।
उन्हें सिखाया जाएगा कि कैसे अपने जिले में ब्लॉक, मंडल, सेक्टर, वार्ड, ग्राम पंचायत और सबसे महत्वपूर्ण बूथ स्तर तक मजबूत संगठन का निर्माण किया जाए।
आगामी नगरीय निकाय चुनाव, पंचायत चुनाव और 2028 के विधानसभा व 2029 के लोकसभा चुनावों के लिए एक कारगर रणनीति और रोडमैप तैयार करने पर भी ध्यान दिया जाएगा।
ऐसा होगा डेली शेड्यूल
- प्रशिक्षण शिविर का दैनिक कार्यक्रम बेहद सख्त और व्यवस्थित रखा गया है।
- सुबह 7 बजे से शाम 7-8 बजे तक का पूरा समय निर्धारित गतिविधियों के लिए होगा।
- इसमें सुबह की सैर, योग और ध्यान जैसी गतिविधियां भी शामिल हैं, ताकि नेताओं को शारीरिक और मानसिक रूप से तरोताजा रखा जा सके।
- विशेषज्ञ उन्हें जिला कार्यकारिणी से लेकर अलग-अलग स्तरों पर पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के चयन की कला भी सिखाएंगे।

छह विधायकों को मिली है जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी
एक दिलचस्प पहलू यह है कि कांग्रेस ने प्रदेश के छह विधायकों को भी जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है। इनमें शामिल हैं:
- गुना के जयवर्धन सिंह (राघौगढ़ विधायक)
- उज्जैन ग्रामीण के महेश परमार (तराना विधायक)
- बालाघाट के संजय उईके (बैहर विधायक)
- डिंडौरी के ओमकार सिंह मरकाम (डिंडौरी विधायक)
- सतना ग्रामीण के सिद्धार्थ कुशवाह (सतना विधायक)
- रायसेन के देवेंद्र पटेल (सिलवानी विधायक)
इन विधायकों के पास पहले से ही विधानसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी है, अब उन्हें पूरे जिले की राजनीतिक रणनीति बनाने की अहम जिम्मेदारी भी दी गई है।

पचमढ़ी को ही क्यों चुना गया?
पचमढ़ी को इस प्रशिक्षण शिविर के लिए विशेष रूप से चुना गया है।
शहरों की भागदौड़ से दूर, सतपुड़ा की हरी-भरी वादियों में स्थित यह स्थान एक शांत और एकाग्रता के अनुकूल माहौल प्रदान करता है।
यहां फाइव स्टार सुविधाओं वाले होटल हैं, जहां सभी प्रतिभागियों के ठहरने की उचित व्यवस्था है।
भोपाल का नजदीकी हवाई अड्डा होने के कारण राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे वरिष्ठ नेता हेलिकॉप्टर से सीधे पहुंच सकते हैं।
अन्य जिलाध्यक्षों और प्रदेश के नेताओं के लिए भी पचमढ़ी पहुँचना रेल और सड़क मार्ग से आसान है।