MP Congress Voter List Revision: मध्य प्रदेश में लगातार चुनावी हार के बाद कांग्रेस ने इसके कारणों की गहराई से पड़ताल की है और उसने पाया है कि एक बड़ा कारण मतदाता सूची में हेराफेरी है।
अब 2028 के विधानसभा चुनाव से पहले, पार्टी ने वोटर लिस्ट को सही और पारदर्शी बनाने के लिए एक व्यापक रणनीति पर काम शुरू कर दिया है।
कांग्रेस का लक्ष्य है कि अब वह हर उस वोटर तक पहुंचे, जिसके नाम मतदाता सूची में शामिल होने चाहिए और हर उस नाम को चुनाव, जो गलत तरीके से सूची में शामिल है।
BJP के ‘पन्ना प्रमुख’ के सामने कांग्रेस के BLA
भाजपा पारंपरिक रूप से हर बूथ पर ‘पन्ना प्रमुख’ की एक मजबूत व्यवस्था रखती है, जिसका काम मतदाता सूची के हर पन्ने पर नजर रखना और पार्टी के समर्थकों को वोट डलवाना है।
कांग्रेस अब इसी के जवाब में हर बूथ पर अपने ‘बूथ लेवल एजेंट’ यानी BLA की तैनाती कर रही है।
इन BLA की जिम्मेदारी सीधे तौर पर मतदाता सूची की शुद्धता सुनिश्चित करना होगा।
नाम जोड़ने-काटने से लेकर BLO से संपर्क तक, BLA के ये होंगे काम
कांग्रेस के बूथ लेवल एजेंट्स (BLA) को विस्तृत प्रशिक्षण दिया जाएगा।
उन्हें निर्वाचन आयोग की विभिन्न प्रक्रियाओं, जैसे फॉर्म-6 (नया नाम जोड़ना), फॉर्म-7 (नाम काटना), फॉर्म-8 (सुधार) और फॉर्म-8A (स्थानांतरण) की पूरी जानकारी दी जाएगी।
इसका मकसद यह है कि वोटर लिस्ट में होने वाले हर बदलाव पर कांग्रेस की पैनी नजर रहे।
इसके अलावा, कांग्रेस के BLA सीधे तौर पर निर्वाचन आयोग के बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) के संपर्क में रहेंगे।
जब BLO घर-घर जाकर मतदाताओं का सर्वे करेंगे और ‘एनेक्सचर-C’ भरवाएंगे, तो कांग्रेस के एजेंट्स यह सुनिश्चित करेंगे कि पार्टी के समर्थकों का विवरण सही तरीके से दर्ज हो और कोई योग्य मतदाता छूटे नहीं।
हर विधानसभा में बनेगा ‘कंट्रोल रूम’, 5 करोड़ हस्ताक्षर का अभियान
इस पूरी मुहिम को केंद्रीकृत तरीके से चलाने के लिए कांग्रेस हर जिले और विधानसभा क्षेत्र में एक ‘मतदाता सूची नियंत्रण कक्ष’ (कंट्रोल रूम) बना रही है।
यह कंट्रोल रूम ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से डेटा जुटाएगा।
इसका काम होगा वोटर लिस्ट में छूटे हुए नामों की रिपोर्ट तैयार करना, हर BLA से फीडबैक लेना और स्थानीय स्तर पर आने वाली शिकायतों का समाधान कराना।
साथ ही, ‘वोट चोर-गद्दी छोड़ो’ अभियान के तहत प्रदेश भर में 5 करोड़ लोगों के हस्ताक्षर कराए जाएंगे। इ
स अभियान की निगरानी के लिए पार्टी ने सभी 230 विधानसभाओं के प्रभारी भी नियुक्त कर दिए हैं।
क्यों जरूरी है कांग्रेस की यह नई रणनीति?
कांग्रेस नेताओं का दावा है कि पिछले चुनावों में उनके समर्थकों के नाम बड़ी संख्या में मतदाता सूची से गायब पाए गए थे, जबकि कई गलत नाम शामिल किए गए थे।
इस बार पार्टी इस ‘गलती’ को दोहराना नहीं चाहती।
निर्वाचन आयोग द्वारा चलाए जा रहे ‘विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान 2025’ (SIR) का पूरा फायदा उठाने के लिए कांग्रेस ने यह जमीनी स्तर की तैयारी शुरू कर दी है।
इसमें नए युवा मतदाताओं को जोड़ने, महिला मतदाताओं को जागरूक करने और मृतकों के नाम कटवाने जैसे काम शामिल हैं।