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कोविड वैक्सीन का हार्ट अटैक से कोई संबंध नहीं, कर्नाटक में छिड़े विवाद के बीच बड़ा खुलासा

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Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 13 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

कर्नाटक के हासन जिले में पिछले कुछ हफ्तों में 20 से अधिक लोगों की अचानक हार्ट अटैक से मौत हो गई।

इसके बाद राज्य सरकार ने इन मौतों का कारण कोरोना वैक्सीन को बताया, जिससे एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया।

हालांकि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ICMR (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) और AIIMS की एक नई रिसर्च का हवाला देते हुए स्पष्ट किया है कि कोरोना वैक्सीन और हार्ट अटैक के बीच कोई संबंध नहीं है।

क्या कहती है ICMR और AIIMS की रिसर्च?

ICMR और AIIMS ने मई से अगस्त 2023 के बीच 19 राज्यों के 47 अस्पतालों में एक व्यापक अध्ययन किया।

इस रिसर्च में उन लोगों के मामलों को शामिल किया गया, जो पूरी तरह स्वस्थ थे, लेकिन अक्टूबर 2021 से मार्च 2023 के बीच अचानक हार्ट अटैक या अन्य कारणों से मर गए।

रिपोर्ट में साफ किया गया कि:

  • कोरोना वैक्सीन से हार्ट अटैक का खतरा नहीं बढ़ता।

  • अचानक मौतों का मुख्य कारण खराब जीवनशैली, पुरानी बीमारियां और पोस्ट-कोविड जटिलताएं हो सकती हैं।

  • वैक्सीन लेने वाले और न लेने वाले लोगों के बीच हार्ट अटैक की दर में कोई बड़ा अंतर नहीं पाया गया।

कर्नाटक में क्यों छिड़ा विवाद?

कर्नाटक के हासन जिले में मई-जून 2025 के बीच 22 से अधिक युवाओं और मध्यम आयु वर्ग के लोगों की अचानक हार्ट अटैक से मौत हो गई।

इसके बाद राज्य सरकार ने इन मौतों का संभावित कारण कोविड वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स को बताया।

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एक ट्वीट में कहा कि

“दुनिया भर की रिसर्च में कोविड वैक्सीन के दुष्प्रभाव सामने आए हैं। जल्दबाजी में वैक्सीन को मंजूरी दी गई, जो इन मौतों का कारण हो सकती है।”

इसके बाद कर्नाटक सरकार ने एक विशेषज्ञ समिति बनाई, जो 10 दिनों में वैक्सीन के संभावित दुष्प्रभावों की जांच करेगी।

क्या वैक्सीन वाकई खतरनाक है? स्वास्थ्य मंत्रालय ने क्या कहा?

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि ICMR की रिसर्च के अनुसार, कोविड वैक्सीन और हार्ट अटैक के बीच कोई संबंध नहीं है।

मंत्रालय का कहना है कि अचानक मौतों का कारण अनियंत्रित डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा, तनाव और कोविड के बाद की जटिलताएं हो सकती हैं।

कर्नाटक में कोरोना वैक्सीनेशन की स्थिति

कर्नाटक में कोरोना वैक्सीनेशन 16 जनवरी 2021 से शुरू हुआ था।

सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन दी गई।

इसके बाद 45+ आयु वर्ग और फिर 18-44 साल के लोगों को वैक्सीन लगाई गई।

राज्य में कोविशील्ड और कोवैक्सीन का इस्तेमाल किया गया था।

क्या वैक्सीन सुरक्षित है?

ICMR और AIIMS की रिसर्च के अनुसार, कोरोना वैक्सीन हार्ट अटैक का कारण नहीं है।

हालांकि, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि अनहेल्दी लाइफस्टाइल, पोस्ट-कोविड हेल्थ इश्यूज और जेनेटिक कारणों से युवाओं में हार्ट अटैक के मामले बढ़ सकते हैं।

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