Jabalpur Kataria Pharmacy: मध्य प्रदेश और राजस्थान में 11 बच्चों की जान लेने वाला जहरीला कफ जबलपुर की एक फार्मेसी से सप्लाई हुआ था।
दरअसल, पिछले एक महीने से मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के परासिया ब्लॉक और आसपास के गांवों में खांसी-जुकाम से पीड़ित बच्चों को स्थानीय मेडिकल स्टोर्स से कफ सिरप दिया गया।
लेकिन इस सिरप को पीने के बाद बच्चों की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी।
उन्हें उल्टी, दस्त होने लगे और पेशाब आना कम हो गया। स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि बच्चों के गुर्देो ने काम करना बंद कर दिया।
इलाज के दौरान छिंदवाड़ा के 9 और राजस्थान के 2 बच्चों ने दम तोड़ दिया।
कई बच्चे अभी भी नागपुर और छिंदवाड़ा के अस्पतालों में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं।
जबलपुर कनेक्शन: कटारिया फार्मेसी पर गिरी गाज
ये मामला देखते ही देखते काफी गंभीर होता जा रहा है, जिसे देखते हुए प्रशासन ने फौरन कार्रवाई के आदेश दिए थे।
इसी सिलसिले मे जांच की कड़ी जब जबलपुर पहुंची तो पता चला कि यह मौत का सिरप ‘कोल्ड्रिफ’ (Coldrif) और ‘नेक्स्ट्रो-डीएस’ (Nextro-DS) नामक ब्रांड का था, जिसकी सप्लाई जबलपुर शहर की कटारिया फार्मेसी ने की थी।
इस फार्मेसी ने छिंदवाड़ा के दो मेडिकल स्टोर्स ‘न्यू अपना एजेंसी’ और ‘जैन मेडिकल एंड आयुष फार्मा’ को इस सिरप की 660 बोतलें सप्लाई की थीं।
इनमें से 594 बोतलें छिंदवाड़ा में ही बेच दी गईं।
VIDEO | Jabalpur, Madhya Pradesh: Drug and Pharmaceuticals Department raids Kataria Pharmaceuticals distributor in Jabalpur after reports of death of six children in 15 days allegedly due to contaminated cough syrup.
(Full video available on PTI Videos – https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/uATrZKbBgA
— Press Trust of India (@PTI_News) October 3, 2025
ड्रग इंस्पेक्टर टीम ने छापा मारा
शुक्रवार को औषधि नियंत्रण विभाग की एक टीम ने ड्रग इंस्पेक्टर शरद कुमार जैन के नेतृत्व में कटारिया फार्मेसी पर छापा मारा।
इस कार्रवाई में फार्मेसी पर मौजूद बची हुई 66 बोतलों में से 16 बोतलों को सैंपल के तौर पर जब्त कर लिया गया और बाकी की 50 बोतलों की बिक्री पर रोक लगा दी गई।
ये सभी सैंपल लैबोरेटरी में जांच के लिए भेज दिए गए हैं।
VIDEO | Madhya Pradesh: Sharad Kumar Jain, Drug Inspector, Jabalpur, says, “As per our investigation, Kataria Pharmaceuticals had ordered 660 bottles of Coldrif cough syrup from a company in Chennai. Out of these, 594 bottles were supplied in Chhindwara. The remaining 66 bottles… pic.twitter.com/VPjN8jZQen
— Press Trust of India (@PTI_News) October 3, 2025
क्या है जहर का राज?
प्रारंभिक जांच और लक्षणों के आधार पर शक इस ओर जा रहा है कि इन कफ सिरप में ‘डायएथिलीन ग्लायकॉल’ (Diethylene Glycol) नामक एक जहरीला रसायन मौजूद था।
यह रसायन इंसानों के लिए अत्यंत विषैला होता है और यह सीधे किडनी पर हमला करता है, जिससे किडनी फेलियर हो जाता है।
यही कारण है कि जिन बच्चों ने इस सिरप का सेवन किया, उनकी किडनी ने काम करना बंद कर दिया और अंततः उनकी मौत हो गई।
VIDEO | Madhya Pradesh: Case of death of six children allegedly due to contaminated cough syrup – Kataria Pharmaceuticals distributor, Rajpal Kataria, says, “We had supplied the cough syrup in Chhindwara. More than 30 children fell ill after consuming it. After falling ill, the… pic.twitter.com/xkVHYHFWS7
— Press Trust of India (@PTI_News) October 3, 2025
स्वास्थ्य मंत्री का बयान
इस पूरे मामले पर मध्य प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने एक अहम बयान दिया है।
उन्होंने बताया कि छिंदवाड़ा की घटना के बाद जांच के लिए कुल 12 अलग-अलग सिरप के सैंपल भेजे गए थे।
अब तक इनमें से तीन सैंपल की रिपोर्ट आ चुकी है और इन तीनों रिपोर्ट्स में किसी भी प्रकार के आपत्तिजनक तत्व नहीं पाए गए हैं।
मंत्री ने आशंका जताई कि हो सकता है कि दवा का कोई विशेष लॉट दूषित हो, क्योंकि प्रतिबंधित दवा आमतौर पर बाजार में मिलती ही नहीं है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि पूरी जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट तस्वीर सामने आ पाएगी और उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
Narsinghpur, Madhya Pradesh: Reacting on on the deaths of children due to kidney failure in Chhindwara, Deputy CM Rajendra Shukla says, “Samples of 12 types of medicines have been sent for testing. So far, reports for three medicines have been received. None of them contain any… pic.twitter.com/RZBwAnvgev
— IANS (@ians_india) October 3, 2025
प्रशासन की कार्रवाई और सख्त हिदायतें
इस घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन सख्ती से हरकत में आया है।
छिंदवाड़ा के सीएमएचओ ने संदिग्ध सिरप के बैच को तुरंत प्रतिबंधित कर दिया है।
सभी मेडिकल स्टोर्स को निर्देश दिए गए हैं कि वे तुरंत अपने पास मौजूद इस सिरप के स्टॉक की जानकारी दें और उसकी बिक्री तत्काल रोक दें।
निजी डॉक्टरों को भी सख्त हिदायत दी गई है कि वे इन ब्रांड्स की सिरप बच्चों को प्रिस्क्राइब न करें।
साथ ही, खांसी-जुकाम जैसे लक्षण वाले मामलों में बच्चों को सीधे सरकारी अस्पताल भेजने की सलाह दी गई है।
#WATCH | Chhindwara, Madhya Pradesh | Chhindwara cough syrup scare | Parasia SDM Shubham Yadav says, “Nine children have died so far in the Parasia development block… Reports indicate kidney failure, but the exact cause is unknown…Teams came from Delhi and Bhopal and… pic.twitter.com/s6Gqpe40sC
— ANI (@ANI) October 3, 2025
परिजनों में गुस्सा
जिन परिवारों ने अपने बच्चों को खोया है, वे सदमे और गुस्से से भरे हुए हैं।
उनके मन में बस एक सवाल है: आखिर जिम्मेदार कौन है?
उन्होंने अपने बच्चों का इलाज करवाने के लिए जो दवा खरीदी, वही उनकी मौत का कारण बन गई।
इस घटना ने लोगों के मन में इतनी दहशत पैदा कर दी है कि अब वे छोटी-मोटी बीमारियों के लिए भी दवा खरीदने से डर रहे हैं।
पांच सदस्यीय टीम कर रही है गहन जांच
इस गंभीर मामले की तह तक पहुंचने और पूरी सप्लाई चेन का पता लगाने के लिए ड्रग कंट्रोलर ने एक पांच सदस्यीय जांच समिति गठित की है।
इस टीम में जबलपुर, बालाघाट, मंडला और छिंदवाड़ा के अधिकारी शामिल हैं।