Datia Fort Wall Collapse: दतिया। मध्य प्रदेश के दतिया में बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात करीब तीन बजे राजगढ़ किले के नीचे के हिस्से वाली 4 सौ साल पुरानी दीवार ढह गई।
इस हादसे में मलबे के नीचे 9 लोग दब गए। इनमें से एक ही परिवार के 7 लोगों की मौत हो गई।
पड़ोसियों ने आनन-फानन में दो लोगों को तो सुरक्षित बाहर निकाल लिया लेकिन बाकी 7 लोग अंदर ही फंस गए।
जानकारी के मुताबिक, मौके पर पहुंची SDERF की टीम बाकी बचे लोगों को रेस्क्यू करने के काम में जुटी हुई है।
सीएम ने की 4-4 लाख के मुआवजे की घोषणा –
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हादसे पर शोक जताया है। इसके साथ ही हादसे में मरने वालों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
दतिया में राजगढ़ किले की पुरानी दीवार ढहने से कई अनमोल जिंदगियों की मृत्यु का समाचार अत्यंत ही पीड़ादायी है। दुःख की इस घड़ी में हम सभी शोकाकुल परिवारों के साथ हैं।
घटना की सूचना मिलते ही SDERF तथा जिला प्रशासन की टीम द्वारा तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया था, लेकिन…
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) September 12, 2024
Datia Fort Wall Collapse: सुबह आई थी तेज आवाज –
चश्मदीदों की मानें तो सुबह देर रात करीब 3 बजे काफी तेज आवाज आई।
लोग अपने घरों से बाहर निकले तो उन्हें पता चला कि किले की दीवार ढह गई है।
मलबे में 9 लोग दबे थे जिनमें से पड़ोसियों ने 2 को सुरक्षित निकाल लिया। जबकि सात की मौत हो गई।
Datia Fort Wall Collapse: मौके पर पहुंचे कलेक्टर-एसपी –
हादसे के बाद मौके पर जिला कलेक्टर संदीप मकीन, एसपी वीरेंद्र कुमार मिश्रा, कोतवाली टीआई धीरेंद्र मिश्रा और SDERF की टीम पहुंची।
मौके पर पहुंची एसडीईआरएफ टीम बाकी बचे 2 लोगों के रेस्क्यू में जुटी है।
Datia Fort Wall Collapse: लोगों ने लगाया रेस्क्यू में लापरवाही का आरोप –
मौके पर मौजूद लोगों ने रेस्क्यू की गति धीमी होने का आरोप लगाकर सुबह करीब 8 बजे हंगामा भी किया।
लोगों का कहना था कि मलबा हटाने में प्रशासन द्वारा लापरवाही बरती जा रही है।
उनका कहना था कि मलबा सुबह 4 बजे से ही हटाया जा रहा है, लेकिन टीम एक भी आदमी को बाहर नहीं निकाल पाई है।
Datia Fort Wall Collapse: लगातार बारिश के कारण कमजोर हुई किले की दीवार –
जानकारी के मुताबिक,निरंजन बंशकार और उनकी बहन का परिवार हादसे का शिकार हुआ है।
बताया जा रहा है कि बीते 30 घंटे से लगातार हो रही बारिश की वजह से किले की दीवार कमजोर हो गई थी और यह हादसा हुआ।
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