Rudraksha Shukla surrender: देवास टेकरी विवाद में आखिरकार विधायक गोलू शुक्ला के बेटे रुद्राक्ष शुक्ला ने थाने में सरेंडर कर दिया और पुजारी से माफी भी मांग ली।
रुद्राक्ष शुक्ला ने मंगलवार रात को अपने चार साथी अमन, लोकेश, मनी, अनिरूद्ध के साथ देवास कोतवाली थाने पहुंचकर सरेंडर किया। वह अपने वकील के साथ पहुंचे थे।
थाने में पुलिस ने सभी आरोपियों के बयान दर्ज किए।
कुछ देर बाद ही विधायक पुत्र रुद्राक्ष को जमानत भी मिल गई है।
मीडिया के सवालों के जवाब नहीं दिए
जमानत मिलने के बाद रुद्राक्ष बाउंसर के घेरे में थाने से बाहर निकले।
यहां पहले से मौजूद मीडिया वालों ने उनसे कई सवाल पूछे लेकिन रुद्राक्ष ने किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया।
थाने से जमानत मिलते ही रुद्राक्ष सीधे देवास माता टेकरी मंदिर पहुंचे और माता के दर्शन कर आशीर्वाद लिया।
टेकरी में पुजारी के पैर छूकर मांगी माफी
इसके बाद उन्होंने पहले पुजारी को फूलों की माला पहनाई फिर पैर छूकर माफी भी मांगी।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
एएसपी भदौरिया ने की पुष्टि
एएसपी भदौरिया ने बताया कि पुजारी की शिकायत के बाद मामला दर्ज किया गया था।
जिन आरोपियों ने सरेंडर किया है उनसे पूछताछ कर ली गई है, शेष आरोपियों की तलाश जारी है।
टेकरी परिसर के सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयान के आधार पर जांच आगे बढ़ाई जा रही है।
पुलिस का कहना है कि कानून सबके लिए बराबर है और इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई की जा रही है।
देवास माता मंदिर पर बवाल काटने के बाद बीजेपी विधायक पुत्र रूद्राक्ष शुक्ला ने देवास थाने में सरेंडर किया.. #golushukla #rudrakshshukla pic.twitter.com/7UvjHb4Enj
— Gaurav Jagtap (@GauravJ24) April 15, 2025
क्या हुआ था देवास टेकरी में
दरअसल 11 अप्रैल शनिवार देर रात को बीजेपी विधायक गोलू शुक्ला के बेटे रुद्राक्ष शुक्ला अपने साथियों के साथ माता टेकरी पर दर्शन करने पहुंचे थे।
दर्शन के दौरान रुद्राक्ष और उनके साथियों ने वहां मौजूद पुजारी से मंदिर के पट खोलने को कहा और जब पुजारी ने उनकी बात नहीं मानी तो पहले तो पुजारी को धमकाया गया फिर उसके साथ मारपीट भी की गई।
पुजारी की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने रुद्राक्ष शुक्ला समेत 9 लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया था।
राजनीतिक दबाव के चलते किया सरेंडर
इस घटना ने मध्य प्रदेश की सियासी गलियारों में खलबली मचा दी थी। माना जा रहा है कि रुद्राक्ष ने सरेंडर भी इसलिए किया क्योंकि काफी राजनीतिक दबाव था।