HomeTrending Newsधोनी से लेकर सचिन तक हैं टेरिटोरियल आर्मी का हिस्सा, युद्ध के...

धोनी से लेकर सचिन तक हैं टेरिटोरियल आर्मी का हिस्सा, युद्ध के दौरान लग सकती है ड्यूटी!

और पढ़ें

Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 13 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।
Territorial Army: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर रक्षा मंत्रालय ने एक बड़ा कदम उठाया है।
थलसेना प्रमुख को यह अधिकार दिया गया है कि वे टेरिटोरियल आर्मी (TA) के अधिकारियों और जवानों को सक्रिय ड्यूटी पर बुला सकते हैं।
इसका मतलब यह है कि अब महेंद्र सिंह धोनी, सचिन पायलट, कपिल देव, अभिनव बिंद्रा और मोहनलाल जैसी मशहूर हस्तियों को भी बॉर्डर पर ड्यूटी दी जा सकती है।

टेरिटोरियल आर्मी क्या है?

टेरिटोरियल आर्मी (Territorial Army) भारतीय सेना का ही एक हिस्सा है, जिसे “दूसरी रक्षा पंक्ति” कहा जाता है।

यह एक स्वैच्छिक संगठन है, जिसमें आम नागरिक शामिल हो सकते हैं।

इसमें शामिल लोग अपनी नियमित नौकरी या व्यवसाय के साथ-साथ सेना की सेवा भी करते हैं।

टेरिटोरियल आर्मी के मुख्य कार्य:

  • नियमित सेना की मदद करना
  • प्राकृतिक आपदाओं (बाढ़, भूकंप) में राहत कार्य
  • देश की सुरक्षा में सहयोग
  • जरूरी सेवाएं (बिजली, पानी, ट्रांसपोर्ट) बनाए रखना

किन हस्तियों को बुलाया जा सकता है ड्यूटी पर?

टेरिटोरियल आर्मी में कई प्रसिद्ध हस्तियां शामिल हैं, जिन्हें अब सक्रिय ड्यूटी पर बुलाया जा सकता है:

  1. महेंद्र सिंह धोनी (लेफ्टिनेंट कर्नल, मानद) – पैराशूट रेजिमेंट

  2. सचिन पायलट (कप्तान) – राजनेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री

  3. कपिल देव (कर्नल, मानद) – 1983 विश्व कप विजेता कप्तान

  4. अभिनव बिंद्रा (मेजर) – ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता निशानेबाज

  5. मोहनलाल (लेफ्टिनेंट कर्नल, मानद) – मलयालम सुपरस्टार

  6. अनुराग ठाकुर (कप्तान) – भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री

क्या बदलाव हुए हैं?

रक्षा मंत्रालय ने 1948 के नियम 33 के तहत थलसेना प्रमुख को यह अधिकार दिया है कि वे TA के जवानों को एक्टिव ड्यूटी (Embodiment) पर बुला सकते हैं। इसके तहत:

  • 32 बटालियन में से 14 बटालियन को सक्रिय किया जा सकता है।

  • इन्हें सीमावर्ती इलाकों, सैन्य कमानों और आपदा प्रबंधन में तैनात किया जा सकता है।

टेरिटोरियल आर्मी में कैसे होता है चयन?

  • उम्र: 18 से 42 साल
  • शैक्षणिक योग्यता: ग्रेजुएट होना जरूरी
  • फिटनेस: शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ
  • आय का स्रोत: अपनी नौकरी या व्यवसाय होना चाहिए
  • जो लोग सेना में काम करने का सपना रखते हैं लेकिन अपनी नौकरी भी छोड़ना नहीं चाहते, उनके लिए यह बहुत अच्छा मौका होता है।

टेरिटोरियल आर्मी vs नियमित सेना: अंतर

पैरामीटर टेरिटोरियल आर्मी नियमित सेना
भर्ती स्वैच्छिक, पार्ट-टाइम पूर्णकालिक
नौकरी की गारंटी नहीं हाँ
वेतन प्रशिक्षण और ड्यूटी के दौरान नियमित वेतन
ड्यूटी आपातकाल में बुलावा हमेशा तैनात

किन-किन जगहों पर तैनाती हो सकती है?

  1. साउदर्न कमांड
  2. ईस्टर्न कमांड
  3. वेस्टर्न कमांड
  4. सेंट्रल कमांड
  5. नॉर्दर्न कमांड
  6. साउथ-वेस्टर्न कमांड
  7. अंडमान व निकोबार कमांड
  8. आर्मी ट्रेनिंग कमांड (ARTRAC)

भारत-पाक तनाव में TA की भूमिका

पाकिस्तानी ड्रोन हमलों और सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच TA की तैनाती से सेना को अतिरिक्त सहायता मिलेगी। ये जवान:

  • सीमा पर निगरानी बढ़ाएंगे
  • आपातकालीन सेवाएं सुनिश्चित करेंगे
  • नियमित सेना को राहत देने में मदद करेंगे

कुलमिलाकर टेरिटोरियल आर्मी देश की सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

अब जब भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा है, तो धोनी, सचिन पायलट, कपिल देव जैसी हस्तियों को भी बॉर्डर पर ड्यूटी दी जा सकती है

यह कदम देश की सुरक्षा को और मजबूती देगा।

- Advertisement -spot_img