टेरिटोरियल आर्मी क्या है?
टेरिटोरियल आर्मी (Territorial Army) भारतीय सेना का ही एक हिस्सा है, जिसे “दूसरी रक्षा पंक्ति” कहा जाता है।
यह एक स्वैच्छिक संगठन है, जिसमें आम नागरिक शामिल हो सकते हैं।
इसमें शामिल लोग अपनी नियमित नौकरी या व्यवसाय के साथ-साथ सेना की सेवा भी करते हैं।
टेरिटोरियल आर्मी के मुख्य कार्य:
- नियमित सेना की मदद करना
- प्राकृतिक आपदाओं (बाढ़, भूकंप) में राहत कार्य
- देश की सुरक्षा में सहयोग
- जरूरी सेवाएं (बिजली, पानी, ट्रांसपोर्ट) बनाए रखना
किन हस्तियों को बुलाया जा सकता है ड्यूटी पर?
टेरिटोरियल आर्मी में कई प्रसिद्ध हस्तियां शामिल हैं, जिन्हें अब सक्रिय ड्यूटी पर बुलाया जा सकता है:
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महेंद्र सिंह धोनी (लेफ्टिनेंट कर्नल, मानद) – पैराशूट रेजिमेंट
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सचिन पायलट (कप्तान) – राजनेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री
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कपिल देव (कर्नल, मानद) – 1983 विश्व कप विजेता कप्तान
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अभिनव बिंद्रा (मेजर) – ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता निशानेबाज
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मोहनलाल (लेफ्टिनेंट कर्नल, मानद) – मलयालम सुपरस्टार
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अनुराग ठाकुर (कप्तान) – भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री
क्या बदलाव हुए हैं?
रक्षा मंत्रालय ने 1948 के नियम 33 के तहत थलसेना प्रमुख को यह अधिकार दिया है कि वे TA के जवानों को एक्टिव ड्यूटी (Embodiment) पर बुला सकते हैं। इसके तहत:
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32 बटालियन में से 14 बटालियन को सक्रिय किया जा सकता है।
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इन्हें सीमावर्ती इलाकों, सैन्य कमानों और आपदा प्रबंधन में तैनात किया जा सकता है।
टेरिटोरियल आर्मी में कैसे होता है चयन?
- उम्र: 18 से 42 साल
- शैक्षणिक योग्यता: ग्रेजुएट होना जरूरी
- फिटनेस: शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ
- आय का स्रोत: अपनी नौकरी या व्यवसाय होना चाहिए
- जो लोग सेना में काम करने का सपना रखते हैं लेकिन अपनी नौकरी भी छोड़ना नहीं चाहते, उनके लिए यह बहुत अच्छा मौका होता है।
टेरिटोरियल आर्मी vs नियमित सेना: अंतर
पैरामीटर | टेरिटोरियल आर्मी | नियमित सेना |
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भर्ती | स्वैच्छिक, पार्ट-टाइम | पूर्णकालिक |
नौकरी की गारंटी | नहीं | हाँ |
वेतन | प्रशिक्षण और ड्यूटी के दौरान | नियमित वेतन |
ड्यूटी | आपातकाल में बुलावा | हमेशा तैनात |
किन-किन जगहों पर तैनाती हो सकती है?
- साउदर्न कमांड
- ईस्टर्न कमांड
- वेस्टर्न कमांड
- सेंट्रल कमांड
- नॉर्दर्न कमांड
- साउथ-वेस्टर्न कमांड
- अंडमान व निकोबार कमांड
- आर्मी ट्रेनिंग कमांड (ARTRAC)
भारत-पाक तनाव में TA की भूमिका
पाकिस्तानी ड्रोन हमलों और सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच TA की तैनाती से सेना को अतिरिक्त सहायता मिलेगी। ये जवान:
- सीमा पर निगरानी बढ़ाएंगे
- आपातकालीन सेवाएं सुनिश्चित करेंगे
- नियमित सेना को राहत देने में मदद करेंगे
कुलमिलाकर टेरिटोरियल आर्मी देश की सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
अब जब भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा है, तो धोनी, सचिन पायलट, कपिल देव जैसी हस्तियों को भी बॉर्डर पर ड्यूटी दी जा सकती है।
यह कदम देश की सुरक्षा को और मजबूती देगा।