Cyber Fraud In MP: साइबर फ्रॉड के मामले सरकार और समाज दोनों के लिए चिंता का विषय बनते जा रहे हैं।
एमपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान प्रदेश सरकार ने जानकारी दी कि मध्य प्रदेश साइबर ठगों के निशाने पर है।
2 साल में 152 करोड़ रुपये की ठगी को अंजाम दिया जा चुका है।
ठग नए-नए तरीके अपनाकर लोगों की मेहनत की कमाई चंद मिनटों में उड़ा देते हैं।
फर्जी कॉल, डिजिटल अरेस्ट और ऑनलाइन ठगी के मामलें बड़ी चुनौती बन गए हैं।
मध्य प्रदेश में डिजिटल अपराधों का ग्राफ उछला
मध्य प्रदेश साइबर ठगों के टारगेट पर है, यहां ऑनलाइन फ्रॉड के मामले तेजी बढ़ रहे हैं।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में साइबर अपराधों में 111 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
पिछले दो साल में मध्यप्रदेश में साइबर फ्रॉड के 992 मामलों में 152 करोड़ रुपये की ठगी की गई है।
कांग्रेस विधायक प्रताप ग्रेवाल के सवाल के जवाब में सरकार ने यह जानकारी विधानसभा के शीतकालीन सत्र में दी।
सरकार ने बताया कि एक साल में ठगी से गंवाई राशि दोगुनी हुई है।
साल 2023 में 444 केस दर्ज किए गए थे, जिसमें 45 करोड़ रुपये की ठगी हुई थी।
वहीं साल 2024 में ऑनलाइन ठगी के 521 के दर्ज किए गए है, जिसमें 94 करोड़ रुपये के करीब की ठगी हुई है।
गृह विभाग के अफसरों ने बताया कि मध्यप्रदेश में साल 2023 और 2024 में ऑनलाइन ठगी के 965 मामलों में 138 करोड़ और डिजिटल अरेस्ट के 27 मामलों में 14 करोड़ रुपए की ठगी हुई।
साइबर अपराधियों से 18 करोड़ रुपए की राशि जब्त की गई है, वहीं 510 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है।
ज्यादातर मामलों में पुलिस, बैंक, आयकर विभाग, सीबीआई, कस्टम, ट्राई के अधिकारी बनकर लोगों से ठगी की गई है।
2023 की तुलना में ठगी की राशि में 80% का इजाफा
गृह विभाग की जानकारी के मुताबिक ऑनलाइन ठगी के मामलों में 2023 की तुलना में 2024 में 20% की बढ़ोत्तरी हुई है।
लेकिन, ठगी की राशि पांच गुना यानी 80% ज्यादा बढ़ी है।
2023 में ऑनलाइन ठगी के भोपाल में 53 और इंदौर में 184 मामले सामने आए थे।
वहीं पूरे मध्यप्रदेश में साल 2023 में 444 मामलों में 19 करोड़ रुपये की ठगी हुई थी।
साल 2024 में ठगी की राशि बढ़कर 94 करोड़ रुपये हो गई।
2024 में भोपाल में 77, इंदौर में 141, जबलपुर में 94, उज्जैन में 44 मिलाकर प्रदेश में कुल 521 मामले सामने आए।
जहां साल 2023 में केवल एक मामला डिजिटल अरेस्ट का दर्ज हुआ था।
भोपाल के साइबर पुलिस हेड क्वार्टर ने केस दर्ज किया था, जिसमें ठगों ने 96,968 रुपये की ठगी की थी।
वहीं साल 2024 में डिजिटल अरेस्ट के 26 मामले दर्ज किए गए, जिनमें ठगों ने 12 करोड़ 60 लाख 71 हजार 802 रुपए की ठगी की।
पुलिस ने अब तक 38 आरोपियों को गिरफ्तार कर 72 लाख 38 हजार 927 रुपए की राशि पीड़ितों को वापस कराई है।
भोपाल में डिजिटल अरेस्ट के सबसे ज्यादा केस दर्ज
मध्य प्रदेश में 2024 में अब तक 26 डिजिटल अरेस्ट के मामले सामने आए है।
इसमें सबसे अधिक राजधानी भोपाल में 13 केस दर्ज किए गए।
प्रदेश में 12 करोड़ 62 लाख रुपये की ठगी हुई है।
वहीं राजधानी में डिजिटल अरेस्ट से करीब 4 करोड़ रुपये की ठगी की गई।
साल 2024 में 9 मामले भोपाल के साइबर पुलिस हेड क्वार्टर में दर्ज किए गए।
इन 9 मामलों में 3 करोड़ 4 लाख 77 हजार 626 रुपये की ठगी की गई थी।
पुलिस ने ग्वालियर, नीमच, देवास, मंदसौर, राजस्थान के दौसा और डीडवाना से 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया।
इन 9 मामलों में पीड़ितों को 14 लाख 33 हजार 720 की राशि वापस दिलाई जा चुकी है।