Surrender Of Maoists: छत्तीसगढ़ में लोन वर्राटू अभियान चलाया जा रहा है।
इस अभियान प्रभावित होकर 3 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया।
इनमें से 2 माओवादियों पर लाखों रुपये का ईनाम घोषित था।
‘लोन वर्राटू’ से प्भावित हुए माओवादी
छत्तीसगढ़ में लोन वर्राटू अभियान का असर दिख रहा है।
दंतेवाड़ा जिले में चलाए जा रहे लोन वर्राटू (घर वापस आइये) अभियान से प्रभावित होकर 3 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है।
आत्मसमर्पण करने वाले माओवादी दरभा डिवीजन के मलांगेर एरिया कमेटी में सक्रिय सदस्य थे।
जिन 3 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है उनमें से 2 पर दो-दो लाख रुपये का ईनाम घोषित था।
बता दें लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 880 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है।
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2 ईनामी समेत 3 माओवादियों का आत्मसमर्पण
आत्मसमर्पित माओवादी नंदू माड़वी विगत 6-7 सालों से प्लाटून नम्बर 24 में सक्रिय था।
माओवादी पर छत्तीसगढ़ सरकार ने 2 लाख रुपये का ईनाम घोषित किया था।
आत्मसमर्पित माओवादी हिड़मा माड़वी विगत एक साल से प्लाटून नम्बर 24 का सदस्य/डीव्हीसी सचिव जगदीश के गार्ड के पद पर सक्रिय था।
तीसरे माओवादी देवा हेल्मा पिता बुधराम हेल्मा ने भी आत्मसमर्पण किया है।
न माओवादियों को मिलाकर लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 204 ईनामी सहित कुल 880 माओवादी आत्मसमर्पण कर चुके हैं।
लोन वर्राटू अभियान के तहत आत्मसमर्पण करने वाले ईनाम माओवादी को राशि भी प्रदान की जाती है।
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा प्रदान की जाने वाली 25 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि के साथ ईनाम राशि भी दी जाती है।
इस लिहाज से आत्मसमर्पण करने वाले नंदू माड़वी और हिडमा माड़वी को सवा दो लाख रुपये मिलेंगे।
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