नई दिल्ली। लोकसभा स्पीकर पद को लेकर सत्ता पक्ष के साथ आम सहमति नहीं बन पाने के बाद विपक्ष ने 18वीं लोकसभा में परंपरा तोड़ते हुए अपने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है।
I.N.D.I.A ने के. सुरेश को विपक्ष के स्पीकर पद के उम्मीदवार के तौर पर आगे किया है तो वहीं NDA की ओर से लोकसभा स्पीकर पद के लिए ओम बिरला ने नामांकन दाखिल कर दिया है।
आजादी के बाद से आम सहमति से लोकसभा स्पीकर को चुने जाने की सालों पुरानी परंपरा इस बार टूट रही है और इस पद के लिए 26 जून बुधवार को चुनाव होना है।
बता दें कि देश में यह तीसरा मौका होगा, जब लोकसभा स्पीकर पोस्ट के लिए चुनाव होगा।
इससे पहले 15 मई 1952 को पहली लोकसभा में ही अध्यक्ष पद के लिए जीवी मावलंकर और शंकर शांतराम मोरे के बीच चुनाव हुआ था।
इस चुनाव में मावलंकर के पक्ष में 394 वोट पड़े थे जबकि 55 वोट उनके खिलाफ डाले गए थे।
दूसरी बार 5वीं लोकसभा में 5 जनवरी 1976 को इमरजेंसी के दौरान स्पीकर पद के लिए चुनाव हुआ था। हालांकि, यह उपचुनाव था और तब बलिराम भगत के पक्ष में 344 वोट जबकि उनके खिलाफ उतरे जगन्नाथ राव जोशी को 58 वोट मिले थे।
वैसे इन मौकों को छोड़ दें तो बाकी आजादी के बाद से अब तक सत्ता पक्ष और विपक्ष की सर्वसम्मति से स्पीकर चुना गया, लेकिन यह तीसरी दफा होगा जब ये परंपरा टूटती नजर आ रही है।
NDA ने ओम बिरला तो I.N.D.I.A. ने के सुरेश को बनाया है उम्मीदवार –
NDA ने लोकसभा स्पीकर पद के लिए पिछली लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला को उम्मीदवार बनाया है जबकि I.N.D.I.A. ने 8 बार के सांसद के सुरेश को इस पद के लिए प्रत्याशी घोषित किया है।
खबरों के मुताबिक, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को स्पीकर पद पर सहमति बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन विपक्ष द्वारा डिप्टी स्पीकर पद की मांग पर अड़ जाने की वजह से मामला बिगड़ गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विपक्षी गठबंधन इस बात पर अड़ गया कि सत्तारूढ़ गठबंधन पहले ये वादा करे कि डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष के पास रहेगा तभी वे लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए समर्थन देंगे।
हालांकि, एनडीए ने लोकसभा अध्यक्ष से पहले लोकसभा उपाध्यक्ष का नाम तय करने की विपक्ष की मांग को स्वीकार नहीं किया और I.N.D.I.A. ने के सुरेश का नामांकन दाखिल करवा दिया।
सत्ता पक्ष और विपक्ष की तरफ से दो उम्मीदवारों के फॉर्म भरने के बाद अब बुधवार 26 जून को चुनाव होगा, जिसमें लोकसभा के सभी सांसद मतदान करेंगे और जो विजेता होगा, वही लोकसभा स्पीकर होगा।
आंकड़ों के लिहाज से NDA के पास कुल सांसदों की संख्या 293 हैं जबकि I.N.D.I.A. के पास 234 सांसद हैं, इसलिए ये तय माना जा रहा है कि ओम बिरला का फिर से लोकसभा स्पीकर बनना तय है।