Chhattisgarh Naxal Encounter: गरियाबंद मुठभेड़ के 10 दिन बाद बीजापुर में फिर से सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई।
छत्तीसगढ़ में हुई इस मुठभेड़ में अब तक 8 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है।
मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की संख्या और बढ़ सकती है, क्योंकि गोलीबारी अभी भी जारी है।
सुबह करीब 8:30 बजे से दोनों तरफ से रुक-रुक कर फायरिंग हो रही है।
बताया जा रहा है कि जवानों ने माओवादियों के बड़े कैडर्स को घेर रखा है।
बीजापुर में नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन
मामला गंगालूर थाना क्षेत्र का है और मुठभेड़ की पुष्टि बस्तर IG सुंदरराज पी ने की है।
जानकारी के अनुसार सुरक्षाबलों को गंगालूर इलाके के जंगल में भारी संख्या में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी।
इसी के आधार पर बीजापुर से DRG, STF, कोबरा 202 और CRPF 222 बटालियन के जवानों की संयुक्त टीम को सर्च ऑपरेशन के लिए भेजा गया था।
जैसे ही जवान इलाके में पहुंचे, माओवादियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की।
कितने नक्सली मारे या घायल, स्पष्ट जानकारी नहीं
मुठभेड़ के दौरान कितने नक्सली मारे या घायल हुए इस बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है।
हालांकि, IG सुंदरराज पी ने बताया कि मुठभेड़ जारी है और सर्च ऑपरेशन भी चलाया जा रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की पहचान के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, और जल्द ही अधिक जानकारी दी जाएगी।
10 दिन पहले गरियाबंद में 16 नक्सली मारे गए
बीजापुर की घटना 10 दिन पहले हुई गरियाबंद जिले की मुठभेड़ के बाद हुई है।
20-21 जनवरी को गरियाबंद जिले के जंगल में भी मुठभेड़ हुई थी।
करीब 80 घंटे तक चले इस ऑपरेशन में 16 नक्सली मारे गए।
इनमें से 12 नक्सलियों पर कुल 3 करोड़ 16 लाख रुपए का इनाम घोषित था।
मारे गए नक्सलियों में नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी का मेंबर चलपति भी है, अकेले चलपति पर ही 90 लाख का इनाम था।
वहीं, नुआपड़ा-गरियाबंद-धमतरी डिवीजन कमेटी का प्रमुख सत्यम गावड़े भी एनकाउंटर में मारा गया था।