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यूरोप के 3 बड़े एयरपोर्ट्स पर साइबर हमला: चेक-इन सिस्टम ठप, सैकड़ों उड़ानें रद्द-हजारों यात्री फंसे

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Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 13 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

Cyber ​​Attack Europe Airport: यूरोप के 3 प्रमुख अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों लंदन हीथ्रो, बर्लिन, और ब्रसेल्स पर शुक्रवार, 19 सितंबर की रात एक बड़ा साइबर हमला हुआ, जिसने सारी व्यवस्था को उलट-पुलट करके रख दिया।

इस हमले ने चेक-इन और बोर्डिंग जैसी महत्वपूर्ण कामों को ठप्प कर दिया, जिसके कारण शनिवार को सैकड़ों उड़ानें देरी से संचालित हुईं और कई को रद्द करना पड़ा।

यात्रियों को लंबी कतारों का सामना करना पड़ा क्योंकि एयरपोर्ट ऑथरिटी को मैन्युअल चेक-इन कराना पड़ा।

साइबर हमले का केंद्र

यह हमला सीधे तौर पर एयरपोर्टों पर नहीं, बल्कि उनकी सेवा प्रदाता कंपनी कॉलिन्स एयरोस्पेस पर केंद्रित था।

यह कंपनी, जिसकी मूल कंपनी RTX है, दुनिया भर के कई बड़े एयरपोर्टों को उनके चेक-इन, बोर्डिंग और बैगेज हैंडलिंग सॉफ्टवेयर सिस्टम आपूर्ति करती है।

हैकर्स ने कॉलिन्स एयरोस्पेस के सिस्टम में घुसपैठ करके उसे बाधित किया, जिसका सीधा असर उन एयरपोर्टों पर पड़ा जो इसके सॉफ्टवेयर पर निर्भर हैं।

कंपनी ने कहा है कि वह इस समस्या को हल करने पर तेजी से काम कर रही है।

यात्रियों पर प्रभाव: देरी और उलझन

सिस्टम फेल होने के कारण, एयरपोर्ट स्टाफ को पेन और पेपर के साथ मैन्युअल चेक-इन कराना पड़ा।

इस प्रक्रिया में अधिक समय लगने के कारण लंबी कतारें बन गईं और बोर्डिंग में देरी हुई। आंकड़ों के अनुसार:

  • लंदन हीथ्रो: 140 से अधिक उड़ानें देरी से रवाना हुईं।
  • ब्रसेल्स एयरपोर्ट: 100 से अधिक उड़ानें प्रभावित हुईं।
  • बर्लिन एयरपोर्ट: 60 से अधिक उड़ानों के शेड्यूल में खलल पड़ा।

कई यात्रियों को अपनी फ्लाइट्स मिस करनी पड़ी, जबकि कुछ को अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी।

एयरपोर्ट प्रशासन ने यात्रियों से अतिरिक्त समय के साथ आने और अपने एयरलाइन के साथ जांच करने का अनुरोध किया।

अमेरिका में अलग मुद्दा: टेलीकॉम खराबी

इससे अलग, अमेरिका के डलास में दो हवाई अड्डे शुक्रवार को एक अलग तकनीकी समस्या से प्रभावित हुए।

वहां एक स्थानीय टेलीकम्युनिकेशन कंपनी के उपकरणों में खराबी आने के कारण, फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) को एक अस्थायी ग्राउंड स्टॉप जारी करना पड़ा।

इस घटना का साइबर हमले से कोई संबंध नहीं बताया गया है।

इसके परिणामस्वरूप, अमेरिकन एयरलाइंस और साउथवेस्ट एयरलाइंस की 1800 से अधिक उड़ानों में देरी हुई और सैकड़ों को रद्द कर दिया गया।

बहरहाल, यूरोपीय एयरपोर्ट धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में लौट रहे हैं, यह घटना साइबर सुरक्षा के महत्व और महत्वपूर्ण सेवाओं के लिए बैकअप योजनाओं की आवश्यकता पर प्रकाश डालती है।

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