Faridabad explosives जम्मू-कश्मीर और हरियाणा पुलिस के संयुक्त अभियान ने देश में एक बड़ी आतंकी साजिश पर से पर्दा उठाया है।
इसके तहत फरीदाबाद में एक डॉक्टर द्वारा किराए पर लिए गए कमरे से लगभग 360 किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ, एक असॉल्ट राइफल और कारतूस बरामद किए गए हैं।
यह मामला तब और भी गंभीर हो गया जब पता चला कि इसी डॉक्टर के जम्मू-कश्मीर स्थित कॉलेज के लॉकर से महज दो दिन पहले ही एक AK-47 राइफल मिली थी।
इस पूरे नेटवर्क का संबंध आतंकी संगठन अंसार गजवत-उल-हिंद से बताया जा रहा है।
कैसे हुई साजिश का पर्दाफाश?
इस पूरे मामले की शुरुआत जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर से हुई।
27 अक्टूबर को शहर में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर लगे मिले।
सीसीटीवी जांच में अनंतनाग के एक डॉक्टर आदिल अहमद राठेर को इन पोस्टरों को चिपकाते हुए देखा गया।

इसी सुराग के आधार पर, 6 नवंबर को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर स्थित एक अस्पताल से डॉ. आदिल को गिरफ्तार कर लिया।
उनकी निशानदेही पर ही पुलिस ने दो बड़ी कार्रवाइयां कीं।
पहली, 7 नवंबर को गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज (GMC), अनंतनाग में डॉ. आदिल के लॉकर पर छापा मारा गया, जहां से एक AK-47 असॉल्ट राइफल बरामद हुई।
दूसरी और सबसे बड़ी कार्रवाई उसी दिन हरियाणा के फरीदाबाद में हुई।

फरीदाबाद के कमरे से मिला भंडार
डॉ. आदिल के बयान के आधार पर जम्मू-कश्मीर पुलिस की एक बड़ी टीम ने फरीदाबाद के धौज गांव में एक किराए के मकान पर छापा मारा।
इस छापे में जो कुछ मिला, वह सभी को चौंका देने वाला था।
कमरे से कुल 14 बैग बरामद किए गए, जिनमें से करीब 300 किलो अमोनियम नाइट्रेट (विस्फोटक), एक असॉल्ट राइफल, तीन मैगजीन, 84 कारतूस और एक पिस्टल मिला।
पुलिस ने स्पष्ट किया कि यह विस्फोटक आरडीएक्स नहीं, बल्कि अमोनियम नाइट्रेट है, जिसका इस्तेमाल अक्सर बम बनाने में किया जाता है।
#WATCH | Haryana | 360 kg of possible ammonium nitrate, assault rifle and other ammunition recovered by J&K Police during investigation in Faridabad.
Visuals from Fatehpur Taga in Faridabad, where a search operation by Haryana Police is underway. This is about 4 km away from… pic.twitter.com/HmelWzMc4s
— ANI (@ANI) November 10, 2025
पता चला है कि इस कमरे को पुलवामा के एक अन्य डॉक्टर, मुजमिल शकील ने महज तीन महीने पहले सिर्फ सामान रखने के लिए किराए पर लिया था।
डॉ. मुजमिल को भी इसी मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि एक तीसरा डॉक्टर अभी भी फरार है।
आतंकी संगठनों से कनेक्शन
पूछताछ और जांच से पता चला है कि गिरफ्तार डॉक्टरों का संबंध आतंकी संगठन अंसार गजवत-उल-हिंद (AGH) से है।
यह संगठन अल-कायदा से जुड़ा हुआ है और जम्मू-कश्मीर में फिर से सक्रिय होने की कोशिश कर रहा है।
इसके अलावा, डॉ. आदिल पर जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर चिपकाने का भी आरोप है।

इससे संकेत मिलता है कि यह एक बड़ा और सुनियोजित आतंकी मॉड्यूल था, जो देश के अलग-अलग राज्यों में फैला हुआ था।
इस मामले में जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और गुजरात के कनेक्शन भी देखे जा रहे हैं।
आगे की कार्रवाई?
इस गंभीर मामले में गैर-कानूनी गतिविधि (निरोधक) अधिनियम (UAPA) और इंडियन आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
UAPA एक गंभीर कानून है, जो आतंकवाद से जुड़ी गतिविधियों के लिए लगाया जाता है।
डॉ. आदिल और डॉ. मुजमिल से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है ताकि इस नेटवर्क के बारे में और जानकारी हासिल की जा सके और फरार आरोपियों को पकड़ा जा सके।
#JammuAndKashmir and #Haryana police recover a large cache of explosives, weapons and ammunition from Faridabad in Haryana.
Faridabad Police Commissioner Satender Kumar Gupta says it is an ongoing joint operation between Haryana and J&K police and an accused, Dr Muzammil, has… pic.twitter.com/zz7W30QFsL
— All India Radio News (@airnewsalerts) November 10, 2025
फरीदाबाद में विस्फोटक बरामद होने का मामला देश की सुरक्षा व्यवस्था के लिए एक बड़ी चुनौती और एक बड़ी सफलता दोनों है।
आगे की जांच से इस नेटवर्क के और सदस्यों के बारे में पता चलने की उम्मीद है।


