भोपाल। बदलते समय के साथ लोगों की सोच में थोड़ा सा परिवर्तन आया है और माहवारी के दौरान महिलाओं व बच्चियों को सुरक्षित तरीका अपनाने पर भी जोर दिया जा रहा है।
इसी मुद्दे को लेकर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के अरेरा कॉलोनी E/7 स्थित हेशेल फाउंडेशन द्वारा माहवारी और उससे जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं पर चर्चा और सेनेटरी नैपकिन का वितरण किया गया।
अरेरा कॉलोनी 11 नंबर बस स्टॉप के पास स्थित रेणु विद्यापीठ स्कूल में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया जहां आठवीं से लेकर 12वीं कक्षा की बच्चियों के साथ माहवारी और उसकी विशेषता पर चर्चा किया गया।
माहवारी के महत्व विषय पर शहर के मशहूर गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. अजय हालदार ने भी बच्चियों को सुस्वास्थ की ओर बढ़ने की प्रेरणा दी।
भोपाल की सोशल वर्कर एवं मीडिया प्रोफेशनल संयुक्ता बैनर्जी ने भी बच्चियों के साथ बातचीत की और उनको माहवारी के दिनों में भी अपने सपनों को जीने का प्रोत्साहन दिया।
हेशेल फाऊंडेशन के निदेशक डॉ. सब्यसाची रॉय और दीपांजन मुखर्जी ने इस दौरान कहा कि अभी चल रहे अंबुबाची के देवी पर्व में हम इन बच्चों को बताना चाहते हैं कि हर नारी की माहवारी की शक्ति उसको देवी का दर्जा प्रदान करती है।
उन्होंने बताया कि हेशेल फाउंडेशन द्वारा संचालित अन्नपूर्णा मंदिर भी देश का पहला ऐसा देवी मंदिर है जहां आरोग्यदान के स्वरूप में महिलाओं के लिए सेनेटरी नैपकिन भेंट में चढ़ाया जाता है।
हेशेल फाउंडेशन अपनी इस मुहिम को ‘पूजा विथ पर्पस’ बताती है और आरोग्यदान के इस कार्य को ‘ब्लीड लाइक अ देवी’ के नारे के साथ आगे बढ़ाते हैं।
रेणु विद्यापीठ स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती किरण राघव ने बताया कि यह कार्यक्रम शिक्षात्मक भी है और इससे स्कूल की बच्चियों में अपने स्वास्थ के प्रति जागरूकता भी आएगी