Train delay due to fog: दिल्ली से मध्य प्रदेश आने वाली कई ट्रेनें घने कोहरे के कारण देरी से चल रही हैं।
ट्रेनें 30 मिनट से लेकर 8 घंटे तक लेट हैं, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
पंजाब मेल, शताब्दी, झेलम, सचखंड, मालवा, छत्तीसगढ़ और मंगला लक्षद्वीप जैसी प्रमुख ट्रेनें प्रभावित हुई हैं।
ये सभी ट्रेनें भोपाल के अलावा इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन जैसे शहरों में भी देरी से पहुंच रही हैं।
मध्य प्रदेश के कई शहरों में घना कोहरा, विजिबिलिटी घटी
गुरुवार की सुबह मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा।
रीवा और सागर में विजिबिलिटी सिर्फ 1 से 2 किलोमीटर दर्ज की गई।
भोपाल, गुना, ग्वालियर, इंदौर, राजगढ़, रतलाम, उज्जैन, खजुराहो और मंडला में विजिबिलिटी 2 से 4 किलोमीटर तक रही।
बुधवार को तो स्थिति और खराब थी जब शाजापुर में सिर्फ 50 मीटर की दूरी तक ही दिखाई दे रहा था।
इस दौरान ग्वालियर, नर्मदापुरम, उज्जैन, मंडला, रीवा और सतना में भी विजिबिलिटी 1-2 किलोमीटर ही थी।
तापमान में गिरावट, इंदौर सबसे ठंडा रहा
मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार-गुरुवार की रात में प्रदेश के कई शहरों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
इंदौर प्रदेश का सबसे ठंडा शहर रहा जहां न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
भोपाल में 5.4 डिग्री, ग्वालियर में 9.3 डिग्री, उज्जैन में 7.3 डिग्री और जबलपुर में 9.2 डिग्री तापमान रहा।
राजगढ़ और इंदौर में पारा 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया।
सावधानी से वाहन चलाएं
कोहरे की स्थिति को देखते हुए विशेषज्ञों ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।
ट्रैफिक सुरक्षा के लिए धीमी गति से वाहन चलाने, फॉग लाइट का उपयोग करने और आवश्यकता पड़ने पर वाहन रोककर प्रतीक्षा करने की सलाह दी गई है।
स्वास्थ्य का ध्यान रखें
स्वास्थ्य के मामले में सर्दी से बचाव के लिए शरीर के अंगों को ढककर रखने, गर्म कपड़े पहनने और विटामिन सी से भरपूर फलों व सब्जियों का सेवन करने की सलाह दी गई है।
कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि वे गेहूं, चना, सरसों और मटर की बुआई कर सकते हैं और पिछली फसलों के अवशेषों को न जलाएं।
19 दिसंबर से फिर बढ़ेगी ठंड
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 19 दिसंबर से एक नया पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करेगा, जिसका असर मध्य प्रदेश में अगले दो-तीन दिनों में दिखाई देने लगेगा।
इसके बाद एक और पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है, जिससे ठंड और बढ़ सकती है।
वर्तमान में जेट स्ट्रीम (तेज हवा का प्रवाह) भी सर्दी बढ़ाने में भूमिका निभा रही है।
जेट स्ट्रीम जमीन से लगभग 12 किलोमीटर की ऊंचाई पर बहती है और इसकी गति 185 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई है।
पिछले दिनों यह गति 222 किमी प्रति घंटा तक पहुंच चुकी है।
यह जेट स्ट्रीम उत्तर भारत से ठंडी हवा लाने में मदद कर रही है, जिससे मध्य प्रदेश में सर्दी का प्रभाव बढ़ रहा है।


