Gwalior Building Blast: ग्वालियर के द लेगेसी प्लाजा अपार्टमेंट में हुए भयानक ब्लास्ट की वजह सामने आ चुकी है।
ये हादसा एक बड़ी लापरवाही की वजह से हुआ था। जिसकी वजह थी देवर-भाभी का रील बनाना।
एक रील के चक्कर में इन दोनों ने कई लोगों की जान खतरे में डाल दी और बिल्डिंग को भी काफी नुकसान पहुंचा।
देवर-भाभी ने रील के चक्कर में की गैस लीक
खबरों के मुताबिक भिंड निवासी रंजना द लेगेसी प्लाजा में सातवें माले पर किराये से दूसरे फ्लैट में बेटी 8 वर्षीय सोनम और 14 वर्षीय बेटे अभिषेक के साथ रहती है।
पति संजीव राणा भिंड स्थित गांव में रहता है। पहली मंजिल पर एल वन फ्लैट को रंजना ने किराये पर दिया हुआ था, जो एक दिन पहले ही खाली हुआ था।
बुधवार रात रंजना जाट और अनिल जाट रील बनाने के लिए पहली मंजिल के फ्लैट में LPG गैस लीक कर रील्स बना रहे थे।

स्विच जलाया तो हुआ ब्लास्ट
रंजना बार-बार लोहे की छड़ से गैस लीक कर रही थी और अनिल रील बना रहा था।
इस तरह उन्होंने आधा सिलेंडर खाली कर दिया। इसी बीच अनिल ने लाइट जलाई तो ब्लास्ट हो गया।
इस ब्लास्ट से पूरी सोसायटी दहल गई, जबकि रंजना और अनिल हादसे में 90% तक झुलस गए।
दोनों इस वक्त गंभीर रूप से घायल है और अस्पताल में भर्ती हैं।

सातवीं मंजिल पर भी की थी यही हरकत
जानकारी के मुताबिक रंजना और अनिल ने दो दिन पहले सातवीं मंजिल पर स्थित फ्लैट पर भी इसी तरह एलपीजी सिलेंडर से गैस लीक की और वीडियो बनाया।
उस समय पूरे फ्लैट में गैस भर गई थी। खिड़की, दरवाजे खोले तो आसपास के लोगों के फ्लैट के अंदर गैस पहुंची।
इस पर आस-पास के लोगों ने आपत्ति जाहिर की थी। फिर भी इन्होंने दोबारा ये हरकत की।
गैस रिसाव से बना वैक्यूम
फोरेसिंक एक्सपर्ट के मुताबिक, सिलेंडर से गैस रिसी और इससे न सिर्फ रंजना जाट के फ्लैट में वैक्यूम बना, बल्कि इसकी लेयर भवन की सातवीं मंजिल तक बनी।
जैसे ही स्विच्ड दबाने पर स्पार्किंग हुई तो वैक्यूम के कारण तेज धमाका हुआ।

पूरी सोसायटी की हालत खराब
इस ब्लास्ट से पहली मंजिल पर बने फ्लैट बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए और सातवीं मंजिल तक कई फ्लैट के खिड़की, दरवाजे हवा में उड़ गए।
धमाके से सात मंजिला अपार्टमेंट के 100 से ज्यादा फ्लैटों को नुकसान पहुंचा है।
करीब 50 फ्लैटों की खिड़कियों के कांच टूट गए। L-1 फ्लैट के पड़ोस में बने L-2 और L-3 फ्लैट के दरवाजे तक उखड़कर दूर जा गिरे।
धमाके की तीव्रता से पार्किंग में खड़ी 15 से ज्यादा कारों के शीशे भी चकनाचूर हो गए।
प्लाजा में कोई ऐसा पैसेज नहीं था, जहां से घरों से वाशरूम, किचन या अन्य किसी स्थान से रिलीज होने वाली गैसों को निकाला जा सके।
गनीमत रही इसमें स्पार्किंग के बाद आग लगी। अगर किसी ज्वलनशील पदार्थ की फ्लेम से आग लगती और विस्फोट होता तो पूरे ब्लाक में रहने वाले 63 परिवारों की जान खतरे में पड़ जाती।
पुलिस ने दोनों के खिलाफ दर्ज की FIR
पुलिस की पड़ताल में ये भी सामने आया है कि दोनों देर रात इस तरह का सिरफिरापन करते रहते थे।
मोबाइल को पुलिस ने जब्त कर लिया है। इसमें ऐसे ही कई वीडियो और फोटो मिले हैं।
पुलिस के मुताबिक महिला ने रील बनाने के चक्कर में महिला यह बड़ी लापरवाही की और अपने साथ-साथ दूसरों की भी जान खतरे में डाली, इसलिए दोनों पर FIR दर्ज की गई है।