Haryana ASI Suicide: हरियाणा पुलिस के IPS अधिकारी पूरन कुमार की आत्महत्या का मामला अभी सुलझा भी नहीं था कि रोहतक के साइबर सेल में तैनात एक और ASI (असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर) संदीप कुमार ने भी खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया।
इस मामले ने इसलिए भी सनसनी फैला दी है, क्योंकि एएसआई संदीप ने मरने से पहले एक वीडियो रिकॉर्ड किया और एक लंबा सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उन्होंने दिवंगत आईपीएस पूरन कुमार सहित कई लोगों पर भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी और जातिवाद जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।
यह घटना न सिर्फ हरियाणा पुलिस के लिए एक बड़ा झटका है, बल्कि इसने पूरी प्रशासनिक व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
आइए, जानते हैं क्या है पूरा मामला…
क्या हुआ था ASI संदीप कुमार के साथ?
एएसआई संदीप कुमार मूल रूप से जींद जिले के जुलाना इलाके के रहने वाले थे, लेकिन पिछले एक साल से रोहतक के साइबर सेल में तैनाती के चलते वह लाढ़ौत रोड पर अपने मामा बलवान देशवाल के घर रह रहे थे।
रविवार को वह अपने घर जुलाना गए हुए थे। सोमवार की सुबह जब वह ड्यूटी पर नहीं पहुंचे तो उनके साथी कर्मचारियों ने उन्हें फोन करने की कोशिश की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
दोपहर करीब 2 बजे पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि लाढ़ौत रोड पर एक खेत में बने मकान में एक व्यक्ति की लाश मिली है।
पुलिस टीम जब मौके पर पहुंची तो पाया कि यह एएसआई संदीप कुमार की शव है और उन्होंने खुद को गोली मार ली है।
मरने से पहले बनाया वीडियो, 4 पेज का सुसाइड नोट छोड़ा
मौके से पुलिस को चार पन्नों का एक सुसाइड नोट और एक मोबाइल फोन मिला, जिसमें एक वीडियो मैसेज रिकॉर्ड था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी सुरेंद्र भौरिया, एएसपी प्रतीक अग्रवाल समेत वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे।
सबूत जुटाने के लिए FSL (फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) की विशेषज्ञ डॉ. सरोज दहिया को भी बुलाया गया।
हालांकि, अभी तक पुलिस ने आधिकारिक तौर पर न तो सुसाइड नोट की पुष्टि की है और न ही वीडियो की।
HUGE twist in Haryana’s IPS Pooran case.
~ Cyber Cell ASI Sandeep Lathar, who was probing Pooran’s suicide, has now SHOT HIMSELF.In his note, Sandeep wrote: “Pooran was a CORRUPT officer. I martyr myself and demand justice.”
He was investigating Pooran’s death case after… pic.twitter.com/vYamhZUlNQ
— The Analyzer (News Updates️) (@Indian_Analyzer) October 14, 2025
वीडियो और सुसाइड नोट में क्या-क्या आरोप?
संदीप कुमार के वीडियो और सुसाइड नोट ने इस मामले को पूरी तरह से नया मोड़ दे दिया है।
उन्होंने जो कुछ कहा, वह हरियाणा पुलिस में फैले भ्रष्टाचार और दबंगई की एक डरावनी तस्वीर पेश करता है।
- दिवंगत IPS पर भ्रष्टाचार के आरोप: संदीप ने साफ-साफ आरोप लगाया कि आईपीएस वाई. पूरन कुमार एक “भ्रष्ट अफसर” थे। उन्होंने दावा किया कि पूरन कुमार ने सदर थाने के एक मर्डर केस में पैसे लिए थे और एक व्यक्ति राव इंद्रजीत को बचाने के लिए 50 करोड़ रुपये की “डील” की गई थी।
- आईपीएस की आत्महत्या का कारण भ्रष्टाचार का डर: संदीप ने अपने वीडियो में कहा कि पूरन कुमार ने भ्रष्टाचार के एक मामले में फंसने और बदनामी के डर से आत्महत्या की थी। उन्होंने दावा किया कि पूरन कुमार को डर था कि इससे उनके परिवार की राजनीति पर बुरा असर पड़ेगा।
- गनमैन और ड्राइवर की मिलीभगत का आरोप: वीडियो में पूरन कुमार के गनमैन सुशील कुमार और ड्राइवर धर्मेंद्र पर गंभीर आरोप लगाए। संदीप ने बताया कि जब उन्होंने सुशील को गिरफ्तार किया था, तो रास्ते में सुशील ने बताया था कि रिश्वत के कुछ पैसे कार के डैशबोर्ड में रह गए हैं, जिसे ड्राइवर धर्मेंद्र ले गया। यह भी दावा किया गया कि पूरन कुमार की बेटी ने ये पैसे लिए थे।
- जातिवाद का आरोप: संदीप ने आरोप लगाया कि पूरन कुमार ने अपने कार्यकाल के दौरान ऑफिस के कर्मचारियों की जाति देखकर उन्हें हटाना शुरू कर दिया था और अपने “भ्रष्ट लोगों” को लगाया था। उन्होंने कहा, “इन्होंने जाति का जहर घोलकर सिस्टम को हाईजैक करने की कोशिश की।”
- ईमानदार अफसर की तारीफ, IAS लॉबी पर हमला: संदीप ने रोहतक के पूर्व एसपी नरेंद्र बिजारणिया को एक ईमानदार अफसर बताया, जिन्हें हटा दिया गया। साथ ही, उन्होंने आरोप लगाया कि एक “IAS लॉबी” राज्य के ईमानदार DGP शत्रुजीत कपूर को हटाना चाहती है ताकि वे “मलाई खा सकें।”
- भगत सिंह से प्रेरणा: संदीप ने खुद को भगत सिंह का फैन बताया और कहा कि देश को जगाने के लिए कभी-कभी आहुति देनी पड़ती है। उन्होंने कहा, “मैं फक्र महसूस कर रहा हूं कि मैं ईमानदार आदमी था… आज पब्लिक को जगाने के लिए ये जरूरी हो गया है।”
IPS पूरन कुमार सुसाइड केस की टाइमलाइन
एएसआई संदीप की आत्महत्या का मामला सीधे तौर पर आईपीएस पूरन कुमार की आत्महत्या से जुड़ा हुआ है।
आइए, उस मामले की एक नजर डालते हैं:
- 6 अक्टूबर: पूरन कुमार के गनमैन सुशील कुमार को रोहतक पुलिस ने एक शराब कारोबारी से रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया।
- 7 अक्टूबर: आईपीएस पूरन कुमार ने चंडीगढ़ स्थित अपनी कोठी पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
- 8 अक्टूबर: पूरन कुमार की पत्नी, IAS अधिकारी अमनीत पी. कुमार, जापान के दौरे से लौटीं। उन्होंने पोस्टमॉर्टम कराने से इनकार कर दिया और पुलिस के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
- 9 अक्टूबर: चंडीगढ़ के सेक्टर 11 थाने में हरियाणा के चीफ सेक्रेटरी अनुराग रस्तोगी और DGP शत्रुजीत कपूर समेत 15 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज हुई।
- 10 अक्टूबर: चंडीगढ़ पुलिस ने आईजी पुष्पेंद्र कुमार की अगुवाई में 6 सदस्यीय SIT गठित की।
- 11 अक्टूबर: रोहतक एसपी नरेंद्र बिजारणिया को हटा दिया गया। पूरन कुमार के परिवार और समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन शुरू किए।
- 12-13 अक्टूबर: चंडीगढ़ में पूरन कुमार के समर्थन में महापंचायत हुई। पोस्टमॉर्टम को लेकर सहमति नहीं बन पाई।
कौन देगा इन सवालों के जवाब
एएसआई संदीप कुमार की आत्महत्या और उनके गंभीर आरोपों ने इस पूरे मामले को और उलझा दिया है। कई सवाल अनुत्तरित हैं:
- क्या वाकई में IPS पूरन कुमार की आत्महत्या का कारण भ्रष्टाचार के मामले में फंसने का डर था?
- ASI संदीप के आरोपों की सच्चाई क्या है, क्या पुलिस विभाग के भीतर इतना बड़ा भ्रष्टाचार का जाल है?
- अब सरकार और पुलिस प्रशासन इन गंभीर आरोपों की जांच कैसे करेगा? क्या एक निष्पक्ष और पारदर्शी जांच हो पाएगी?
- एक के बाद एक आत्महत्या की घटनाएं पुलिसकर्मियों में बढ़ते मानसिक तनाव और कार्यदबाव की ओर भी इशारा करती हैं।
यह मामला अब सिर्फ दो आत्महत्याओं का मामला नहीं रह गया है।
यह हरियाणा की पुलिस और प्रशासनिक व्यवस्था पर बड़ा सवाल है।
संदीप कुमार के वीडियो में दोहराया गया “सच” अब जनता और मीडिया के सामने है।
अब देखना है कि क्या यह सच सामने आ पाता है या फिर यह मामला भी दबाव और राजनीति की भेंट चढ़ जाता है।