Heatwave Alert: देश के उत्तरी और मध्य भागों में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है।
सोमवार को 6 राज्यों (राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, दिल्ली और ओडिशा) के 18 शहरों का तापमान 45°C से अधिक दर्ज किया गया।
राजस्थान का श्रीगंगानगर 47.3°C के साथ देश का सबसे गर्म शहर रहा।
मध्य प्रदेश में मानसून की देरी और लगातार बढ़ते तापमान ने लोगों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
हालांकि, 12 जून के बाद कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।
इन राज्यों में हीटवेव अलर्ट:
राजस्थान: जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर में रेड अलर्ट।
हरियाणा: सिरसा में 46.4°C, हिसार और भिवानी में भी भीषण गर्मी।
दिल्ली-NCR: आज भी 45°C के आसपास तापमान रहने का अनुमान।
मध्य प्रदेश: ग्वालियर, छतरपुर, टीकमगढ़ में 45°C+, 11 जिलों में ऑरेंज अलर्ट।
MP के 25 शहरों में तापमान 40°C पार, अगले दो दिन तक लू का अलर्ट
मध्य प्रदेश में आंधी-बारिश का दौर थमने के बाद तेज गर्मी ने दस्तक दी है।
मध्य प्रदेश में इस साल मानसून की एंट्री में देरी हो रही है, जिसके चलते प्रदेश भर में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है।
सोमवार (10 जून) को 25 शहरों का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया, जबकि ग्वालियर समेत 7 शहरों में पारा 45°C को पार कर गया।
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अगले 48 घंटों तक ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग के जिलों में लू चलने की संभावना है।
सोमवार को 6 शहरों में तापमान 45°C+ रहा:
- खजुराहो (छतरपुर) सबसे गर्म रहा, जहां अधिकतम तापमान 45.8°C दर्ज किया गया।
- टीकमगढ़ (45.4°C),
- ग्वालियर (45.2°C),
- सागर (45.2°C),
- गुना (45°C)
- नौगांव (45°C)
बड़े शहरों में
- भोपाल (43.4°C),
- जबलपुर (42.6°C),
- उज्जैन (42°C)
- इंदौर (39.6°C)
पचमढ़ी प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान 21.4°C दर्ज किया गया।
मध्य प्रदेश में नौतपा जैसी गर्मी, मानसून में देरी
मौसम विभाग के अनुसार, मानसून की प्रगति महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में रुकी हुई है, जिसके चलते मध्य प्रदेश में इसकी एंट्री 15 जून के आसपास होने की संभावना है।
पिछले 12 दिनों से मानसून की गति स्थिर है, जिससे प्रदेश में गर्मी का प्रकोप बढ़ गया है।
आने वाले दिनों का पूर्वानुमान
12 जून से कुछ जिलों में बारिश की संभावना है, लेकिन जहां बारिश नहीं होगी, वहां गर्मी जारी रहेगी।
ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया, शिवपुरी, छतरपुर और पन्ना जैसे जिलों में लू की चेतावनी जारी की गई है।
राजधानी भोपाल में 15 जून तक तापमान 42-43°C के आसपास रहने का अनुमान है।
पिछले 10 वर्षों का ट्रेंड
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, पिछले एक दशक में जून के महीने में मानसून के आगमन से पहले प्रदेश में तेज गर्मी देखी गई है।
ग्वालियर-चंबल क्षेत्र सबसे अधिक गर्म रहता है, जबकि भोपाल, इंदौर और उज्जैन में भी तापमान चरम पर पहुंच जाता है।
फिलहाल नागरिकों को गर्मी से बचाव के उपाय करने और लू के प्रभाव से सावधान रहने की सलाह दी जा रही है।
असम में बाढ़ की स्थिति: 1.63 लाख लोग अभी भी प्रभावित
असम में बाढ़ की स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ है, लेकिन 1.63 लाख लोग अभी भी प्रभावित हैं।
इस साल बाढ़ और भूस्खलन से 27 लोगों की मौत हो चुकी है।
हालांकि, अब कोई नदी खतरे के स्तर से ऊपर नहीं बह रही है।