Hindu Targeted In Bangledesh : भारत के पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है।
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत में हैं। वे अपना देश छोड़कर आ गई हैं।
वहीं बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद हिंदुओं पर हमले तेज हो गए हैं।
हिंदुओं के साथ मारपीट और लूट की जा रही है। मंदिरों में आग लगाई जा रही है।
बांग्लादेश में निशाने पर हिंदू, मंदिरों पर अटैक
बांग्लादेश में हिंदुओं को जमकर निशाना बनाया गया। सोशल मीडिया पर हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार के वीडियो सामने आए हैं।
पंचगढ़, दिनाजपुर, किशोरगंज, सिराजगंज, हबीगंज जैसी जगहों पर भीड़ का आतंक जारी है। इन स्थानों पर इस्लामी कट्टरवादी हिंदुओं पर हमले कर मारपीट रहे हैं।
हिंसा में कम से कम 97 जगहों पर हिंदुओं और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया गया।
इस दौरान हिंदुओं के घरों और दुकानों में लूटपाट की गई और आग लगा दिया गया। हिंदू मंदिरों पर भी हमला किया गया।
एक्टर को उतारा मौत के घाट
बांग्लादेश में फिल्म अभिनेता शान्तो खान और उनके पिता सलीम खान को भीड़ ने पीट-पीटरकर मौत के घाट उतार दिया।
शान्तो खान के पिता फिल्म निर्माता और निर्देशक थे। सलीम खान ने शेख हसीना के पिता मुजीबुर रहमान पर बनी फिल्म के प्रोड्यूसर थे।
हिंदू गायक का घर जलाया
वहीं बांग्लादेश में उबाल मार रही इस्लामी कट्टरवादी ताकतों ने प्रसिद्ध बांग्लादेशी गायक राहुल आनंद के ढाका के धानमंडी स्थित 140 साल पुराने घर पर हमला किया।
इस दौरान उपद्रवियों ने हिंदू गायक के घर में आग लगा दी, जिसमें 3 हजार से अधिक वाद्य यंत्र जलकर राख हो गए।
आग लगाने से पहले उनके घर के सामानों को लूटा गया। आनंद के परिवार ने किसी तरह अज्ञात स्थान पर भागकर अपनी जान बचाई है।
शेख हसीना के पार्टी से जुड़े नेताओं की हत्या
बांग्लादेश में हुए हिंसक प्रदर्शन से बीते 15 दिनों में 75 हजार करोड़ टका यानि 54 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
वहीं बांग्लादेश में जारी हिंसा में अल्पसंख्यकों के साथ ही शेख हसीना की पार्टी से जुड़े नेताओं को भी निशाना बनाया गया।
अवामी लीग और उनके सहयोगी दलों से जुड़े करीब 29 नेताओं की हत्या कर दी गई।
वहीं हिंसक प्रदर्शनों में अब तक कम से कम 50 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई है।
बांग्लादेश में रह रहे 200 ये ज्यादा भारतीयों को एअर इंडिया की एक स्पेशल फ्लाइट से दिल्ली लाया गया है।
शेख हसीना के बेटे ने बताया कि उन्होंने देश छोड़ने से एक दिन पहले इस्तीफा देने का फैसला कर लिया था।
वहीं नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया गया है।
बहदरहाल 5 अगस्त के बाद से ही बांग्लादेश के हालात अल्पसंख्यकों के लिए बदल गए हैं। हिंदुओं में डर का माहौल है।
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