Homeन्यूजमंत्रीजी के OSD की ईलू-ईलू

मंत्रीजी के OSD की ईलू-ईलू

और पढ़ें

ईलू-ईलू क्या है, ये ईलू-ईलू… ये गीत तो आपने बहुत सुना होगा। शायद गुनगुनाया भी हो, लेकिन ये ईलू-ईलू खतरनाक भी हो सकता है।

मिसाल इश्क की गली में एंट्री करने वाले मध्य प्रदेश के एक एडिशनल कलेक्टर साहब हैं जो इश्क में गोते लगाने के फेर में माशूका के मकड़जाल में ऐसे फंसे कि अपने दामन पर दाग लगा बैठे।

जेब भी ढीली हुई सो अलग। ये पूरा मामला संघ के चहेते मंत्री के ओसडी साहब का है जो पहले एक अन्य कैबिनेट मंत्री के ओसडी थे जिन्होंने इनके लच्छन देख अपने दर से बेदखल कर दिया था।

जहां से जनाब पीएचई विभाग में पदस्थ कर दिए गए और वहां से तबादला हुआ तो फिर एक मंत्री के ओसडी हो गए।

ये जनाब दरअसल रीवा की एक लड़की से इश्क लड़ा बैठे थे। इन्होंने समझा कि लड़की साफ-स्वच्छ छवि वाली है। इश्क परवान चढ़ता रहेगा, लेकिन लड़की के मंसूबे से वो वाकिफ नहीं थे।

जब इनकी इस माशूका ने जनाब की जेब खाली करना शुरू किया तो इश्क का भूत ऐसा गायब हुआ कि लड़की के सामने पनाह मांगने लगे, लेकिन लड़की ने इन्हे बख्शने के बजाय और उलझा दिया।

बात करोड़ों की डिमांड पर आ गई और डिमांड पूरी ना करने की सूरत में रेप के आरोप में फंसाने की धमकी लड़की ने दे डाली।

जनाब गले-गले तक जब इस लड़की के मकड़जाल में फंसे तो पुलिस की शरण लेने के सिवा उनके पास कोई चारा नहीं था।

अपनी छवि बचाने साहब ने चुपचाप तरीके से भोपाल के हबीबगंज थाने में आवेदन दिया जिसकी जांच में पता चला कि लड़की ने साहब पर करोड़ों रुपये की अड़ी डाल रखी थी।

पुलिस की जांच-पड़ताल में पता चला कि लड़की आदतन अड़ीबाज है। वह रीवा की रहने वाली है। उसकी कई शिकायतें प्रदेश के थानों में दर्ज है।

फिलहाल भोपाल पुलिस ने लड़की को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन साहब बदनामी के डर से इतने खौफजदा हैं कि उन्होंने पुलिस अधिकारियों से निवेदन किया है कि बात लीक ना हो।

लेकिन कहते हैं ना कि इश्क और मुश्क छिपाए नहीं छुपते तो ओएसडी साहब के शोषण का ये वाकया भी उजागर हो ही गया।

अब कहानी में क्या और ट्विस्ट आता है समय ही बताएगा…

- Advertisement -spot_img