Dirt On Balaji’s Statue: मध्य प्रदेश के गुना जिले में हिंदू धर्म को अपमानित करने का काम किया गया है।
यहां के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर में बालाजी की प्रतिमा पर असामाजिक तत्वों ने गंदगी लगा दी।
इससे इलाके में भारी आक्रोश फैल गया और गुस्साए लोगों ने कस्बा बंद कराकर प्रदर्शन किया।
मृगवास थाने पर धरना देने से लेकर तहसीलदार की गाड़ी रोककर विरोध जताया गया।
बालाजी का अपमान, पॉलीथिन में भरकर लाए थे गंदगी
गुना जिले के मृगवास में बालाजी का झंडा निकलता है, जो छतरी वाले बालाजी मंदिर से शुरू होकर नगर के प्रमुख चौराहों से होते हुए यहीं पहुंचता है।
हर मंगलवार की तरह इस मंगलवार को भी यहां से झंडा निकाला गया।
शाम में करीब 7.30 बजे पुजारी यहां पर कीर्तन कर रहे थे, तभी कुछ लोगों ने देखा कि बालाजी की आंखों पर कुछ लगा है।
पास जाकर देखा तो बालाजी की प्रतिमा पर मैला (Dirt On Balaji’s Statue) लगा था।

मंदिर परिसर में एक पॉलीथिन भी मिली है।
जिसके बाद से यह माना जा रहा है कि असामाजिक तत्व इसी में भरकर गंदगी लाए थे।
स्थानीय लोग और धार्मिक संगठनों ने इस घटना को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है।
विरोध में लोगों ने किया प्रदर्शन और कस्बा बंद
सूचना मिलते ही पुलिस ने मंदिर के पट बंद कर मूर्ति को साफ कराया।
लेकिन, तब तक स्थानीय लोगों और हिंदू संगठनों तक घटना की जानकारी पहुंच गई और आक्रोशित जनता सड़कों पर उतर आई।
कस्बे के मुख्य चौराहे को जाम करने से लेकर एंट्री करने वाली सड़क को भी ठेला लगाकर आवागमन रोक दिया गया।
पास में ही चल रहे रामलीला मंचन को भी अस्थायी रूप से बंद किया गया।
मृगवास थाने पर गुस्साए लोगों का धरना-प्रदर्शन देर रात तक चलता रहा।

लोगों ने नारेबाजी कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
इस दौरान पुलिस प्रशासन और स्थानीय अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए, लेकिन भीड़ शांत होने का नाम नहीं ले रही थी।
घटना के बाद से अभी भी इलाके में भारी तनाव का माहौल है, बुधवार को भी बाजार बंद कर चौराहे पर ग्रामीणों ने धरना दिया।
तहसीलदार की गाड़ी को विरोध में अंदर जाने से रोका
घटना की सूचना मिल के बाद कुंभराज तहसीलदार अमिता सिंह भी मौके पर पहुंचीं थी।
लेकिन, आक्रोशित नागरिकों ने उनकी गाड़ी भी कस्बे के बाहर ही रोक दी, इसके बाद उन्हें पैदल ही थाने तक जाना पड़ा।
प्रशासनिक अधिकारियों के प्रयास के बावजूद भीड़ ने अपने गुस्से का इज़हार किया और स्थिति को शांत करने के लिए प्रशासन को ज्यादा सख्त कदम उठाने की सलाह दी।

इस घटना के बाद से यह सवाल उठ रहा है कि असामाजिक तत्व ऐसी घटना कैसे कर गए कि कोई उन्हें देख नहीं पाया।
मामले को लेकर मृगवास थाना प्रभारी बुंदेल सिंह सुनेरिया ने कि कि FIR दर्ज कर ली गई है।
कुछ संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है, हालांकि अभी कुछ क्लियर नहीं हो पाया है।
प्रशासन ने इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।-
पहले भी सामने आई है इस तरह की घटनाएं
यह मामला प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर उभरा है, क्योंकि पहले भी इस तरह की घटनाओं के बाद स्थिति को शांत करने में कठिनाई का सामना करना पड़ा था।
यह पहली बार नहीं है जब हिंदू धार्मिक स्थल या प्रतिमाओं के साथ इस तरह की अपमानजनक हरकत हुई है।
पिछले 15 दिनों में मृगवास क्षेत्र के मंदिरों में यह तीसरी घटना है।
3 नवंबर को शिव मंदिर से अज्ञात बदमाश शिवलिंग तोड़कर चोरी कर ले गए थे।
9 नवंबर को शासकीय स्कूल के पास तेजाजी महाराज ग्राउंड में स्थित शिवालय पर भी गंदगी भरकर रख दी थी।
लोगों ने इसका भी जमकर विरोध किया था।

लेकिन, प्रशासन इन घटनाओं को रोकने में पूरी तरह नाकाम रहा है।
जिसके चलते लोगों का प्रशासन पर विश्वास कमजोर हो रहा है और वे सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।
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