India Expose Pakistan: केंद्र सरकार ने पहलगाम आतंकी हमले में पाकिस्तान की भूमिका और ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से भारत की जवाबी कार्रवाई के बारे में दुनिया को जागरूक करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है।
सरकार ने इसके लिए 51 सांसदों और पूर्व मंत्रियों के 7 सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल गठित किए हैं, जो 21 मई से 5 जून तक 33 देशों का दौरा करेंगे।
इसके अलावा भारतीय विदेश मंत्रालय के 8 अधिकारी भी इन प्रतिनिधिमंडलों का हिस्सा हैं।
इस प्रतिनिधिमंडल में विभिन्न पार्टियों के सांसद शामिल हैं जो पूरी दुनिया में पाकिस्तान को एक्सपोज करने का काम करेंगे।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल प्रमुख नेता
इन प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भाजपा के बैजयंत पांडा और रविशंकर प्रसाद, जदयू के संजय कुमार झा, शिवसेना के श्रीकांत शिंदे, कांग्रेस के शशि थरूर, डीएमके के कनिमोझी करुणानिधि और राकांपा-सपा की सुप्रिया सुले कर रही हैं।
इनमें एनडीए के 31 और विपक्षी दलों के 20 सांसद शामिल हैं।
हर दल में मुस्लिम प्रतिनिधि
एक महत्वपूर्ण बात यह है कि प्रत्येक प्रतिनिधिमंडल में कम से कम एक मुस्लिम प्रतिनिधि को शामिल किया गया है।
इनमें असदुद्दीन ओवैसी, ई.टी. मोहम्मद बशीर, सरफराज अहमद, मियां अल्ताफ अहमद जैसे नेता शामिल हैं।
साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद, सलमान खुर्शीद और एमजे अकबर भी इन दलों का हिस्सा हैं।
कांग्रेस ने उठाए सवाल
कांग्रेस ने इस सूची को लेकर आपत्ति जताई है।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस द्वारा सुझाए गए चार नामों में से केवल आनंद शर्मा को ही शामिल किया गया, जबकि शशि थरूर, मनीष तिवारी और अमर सिंह को सूची में जगह दी गई।
उन्होंने इसे “सस्ता राजनीतिक खेल” बताया।
ये 7 प्रतिनिधिमंडल अलग-अलग देशों का दौरा करेंगे:
- बैजयंत पांडा: सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन, अल्जीरिया
- रविशंकर प्रसाद: यूके, फ्रांस, जर्मनी, इटली, डेनमार्क
- संजय झा: इंडोनेशिया, मलेशिया, द. कोरिया, जापान, सिंगापुर
- श्रीकांत शिंदे: यूएई, लाइबेरिया, कांगो, सिएरा लियोन
- शशि थरूर: अमेरिका, पनामा, गुयाना, कोलंबिया, ब्राजील
- कनिमोझी: स्पेन, ग्रीस, स्लोवेनिया, लातविया, रूस
- सुप्रिया सुले: मिस्र, कतर, इथियोपिया, द. अफ्रीका
मिशन का उद्देश्य
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि यह मिशन आतंकवाद के खिलाफ भारत के संकल्प को दर्शाता है।
ये प्रतिनिधिमंडल अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद की वास्तविकता से अवगत कराएंगे और ऑपरेशन सिंदूर के औचित्य को स्पष्ट करेंगे।
यात्रा का पूरा शेड्यूल
सरकार की तरफ से प्रतिनिमंडल का पूरा शेड्यूल जारी कर दिया गया है।
•21 May को UAE
•22 May को Russia
•22 May को जापान
•24 May को कोरिया|कतर
•25 May को France
•27 May को सऊदी|इटली
•28 May को Indonesia
•29 May को Denmark
•31 May को Malaysia
•1 June को Britain
•3 June को USA
•5 June को Germany
इस पहल के माध्यम से भारत सरकार का लक्ष्य वैश्विक स्तर पर पाकिस्तान को आतंकवाद के संदर्भ में अलग-थलग करना और अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल करना है।