Indian Women Washing Contestants Feet: इस साल मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता भारत के तेलंगाना में आयोजित हो रही है।
यह प्रतियोगिता हैदराबाद में 10 मई से शुरू हो चुकी है और इसका ग्रैंड फिनाले 31 मई को होगा।
इस दौरान 100 से अधिक देशों की प्रतियोगी दो सप्ताह के लिए संस्कृति, पर्यटन और अभ्यास में हिस्सा ले रही हैं।
लेकिन आज मिस वर्ल्ड 2024 प्रतियोगिता फिर विवादों में घिर गई है।
दरअसल, विवाद प्रतियोगियों के पैर धोने के एक वायरल वीडियो को लेकर है, जिसमें भारतीय महिलाओं को मिस वर्ल्ड उम्मीदवारों के पैर धोते और तौलिये से पोंछते हुए दिखाया गया है।
इस वीडियो पर सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया हुई है, जिसमें कई लोगों ने इसे “औपनिवेशिक मानसिकता” और “नस्लवादी व्यवहार” बताया है।
Dear Country!
YES! This is happening in #TelanganaWomen of Telangana are being made to wash the feet of contestants of MISS WORLD!
They are even patting them dry using towels!!
WTF is this Casteist, Colonial, Racist behavior! 🙏🏽#MissWorld2025 #RidiculousBehavior… pic.twitter.com/mTydS8UOvx
— Revathi (@revathitweets) May 14, 2025
क्या है पूरा मामला?
15 मई को, मिस वर्ल्ड कंटेस्टेंट्स ने हनमकोंडा के 1000 स्तंभ मंदिर का दौरा किया।
इस दौरान उन्होंने भारत की पारंपरिक पोशाक साड़ी पहनी थी।
मंदिर में सभी का भव्य स्वागत किया हुआ लेकिन इससे पहले स्थानीय महिलाओं द्वारा उन्हें पैर धुलाते देखा गया।
इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिससे बड़ा विवाद खड़ा हो गया।
सोशल मीडिया पर फूटा लोगों का गुस्सा
वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ भारतीय महिलाएं मिस वर्ल्ड प्रतिभागियों के पैर धो रही हैं और तौलिये से सुखा रही हैं।
इस पर कई यूजर्स ने आपत्ति जताई और इसे “औपनिवेशिक प्रथा” और “जातिवादी व्यवहार” बताया।
एक यूजर ने लिखा: “तेलंगाना की महिलाओं को मिस वर्ल्ड प्रतियोगियों के पैर धोने के लिए मजबूर किया जा रहा है! यह नस्लवादी और औपनिवेशिक मानसिकता है!”
दूसरे यूजर ने कहा: “यह घटना शर्मनाक है। क्या हम अब भी विदेशियों के सामने खुद को छोटा समझते हैं?”



कुछ लोगों ने यह भी कहा कि यह स्वच्छता प्रोटोकॉल का हिस्सा हो सकता है, लेकिन फिर भी इस तरह का दृश्य असमानता दर्शाता है।
कुछ यूजर्स ने किया सपोर्ट, बोले- अतिथि देवो भव
भारतीय घरों में अतिथियों पैर धोने की परंपरा होती है, जो आगंतुकों के लिए सम्मान का प्रतीक मानी जाती है।
इसलिए कुछ यूजर्स ने इसका सपोर्ट भी किया है और इस घटना को भारतीय परंपरा का हिस्सा बताया है।
अन्य यूज़र ने लिखा, “वीडियो में दिखाया गया है कि प्रतियोगी अपने पैर खुद धो रहे हैं, महिला स्वयंसेवक उनकी मदद कर रही हैं! इस गतिविधि पर सरकारी प्रतिनिधि और आयोजकों की ओर से एक शब्द कहा जाना चाहिए!”
कंटेस्टेंट्स ने खुद धोए पैर
इस घटना के कई वीडियो सामने आए हैं। कुछ वीडियोज में कंटेस्टेंट्स खुद से पैर धोती नजर आ रही हैं और वहां खड़ी भारतीय महिलाएं उनकी मदद करती दिख रही है।
मगर यूजर्स का मानना है कि ये तरीका भी गलत है और परंपरा के नाम पर भारतीय महिलाओं को ऐसे झुकाना गलत है।
मिस वर्ल्ड आयोजकों की प्रतिक्रिया
अभी तक मिस वर्ल्ड आयोजकों या तेलंगाना सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
हालांकि, कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, यह स्वच्छता प्रक्रिया का हिस्सा हो सकता है, जहां सभी प्रतिभागियों को मंदिर में प्रवेश से पहले पैर धोने होते हैं।