Indore Molestation Case: इंदौर में ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेट टीम की सदस्यों के साथ हुई छेड़छाड़ की शर्मनाक घटना ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खिलाड़ियों, खासकर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
लेकिन ताजा जांच में एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि यह कोई पहली या अकेली घटना नहीं थी।
इससे पहले भी कई विदेशी महिला खिलाड़ी बिना किसी सुरक्षा कवच के अकेले ही शहर के पब और बार में घूमने और पार्टी करने आईं और स्थानीय पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी।
सुरक्षा ढांचा ढहा, बार-बार हुईं चूकें
पुलिस कमिश्नर स्तर की जांच में जो तथ्य सामने आए हैं, वे हैरान करने वाले हैं।
SHOCKING INCIDENT IN INDIA
– Cricket Australia confirms, members of the Australia Women’s team harassed and inappropriately touched while walking in India. (ABC Sport) pic.twitter.com/BblHkcK5xN
— Sheri. (@CallMeSheri1_) October 25, 2025
जांच से पता चला है कि छेड़छाड़ की घटना से पहले भी कम से कम 4 अन्य मौकों पर विदेशी खिलाड़ियों की सुरक्षा प्रोटोकॉल को नजरअंदाज किया गया या उसमें गंभीर चूक हुई।
- ऑस्ट्रेलियाई टीम की पार्टी: इंदौर में पांच अंतरराष्ट्रीय मैच खेले गए थे। इस दौरान ऑस्ट्रेलिया टीम की कई खिलाड़ी सी-21 मॉल स्थित एक पब में पार्टी करने और घंटों डांस करने पहुंच गईं। पुलिस को इसकी कोई पूर्व सूचना नहीं थी। जांच में अधिकारियों ने इस घटना के सीसीटीवी फुटेज भी सुरक्षित कर लिए हैं।
- दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी का सफर: इसी तरह, दक्षिण अफ्रीकी टीम की एक खिलाड़ी भी भमौरी इलाके के एक पब में जा पहुंची। यह भी बिना पुलिस को सूचित किए हुआ।
- शॉपिंग के लिए अकेले निकली खिलाड़ी: इससे भी पहले, 21-22 अक्टूबर को दक्षिण अफ्रीका की एक अन्य खिलाड़ी कैब लेकर शहर के एक मॉल में शॉपिंग के लिए अकेले निकल गईं। उनके साथ कोई पुलिसकर्मी या सुरक्षा गार्ड मौजूद नहीं था।
- न्यूजीलैंड की खिलाड़ियों का आउटिंग: कुछ दिन पहले ही न्यूजीलैंड टीम की दो महिला खिलाड़ी भी पब और रेस्टोरेंट में पार्टी करने गईं, लेकिन उस वक्त भी उनके साथ कोई सुरक्षा बल नहीं था।
ये सभी घटनाएं इस ओर इशारा करती हैं कि टीम के होटल के बाहर सुरक्षा तैनात होने और एएसपी स्तर के अधिकारियों द्वारा मॉनिटरिंग करने के बावजूद, जब खिलाड़ी बाहर जाते थे तो सुरक्षा का पूरा ढांचा टूट जाता था।
क्या हुआ था छेड़छाड़ वाली घटना में?
मामला 30 सितंबर का है। ऑस्ट्रेलिया टीम की दो महिला खिलाड़ी शहर के एक कैफे में जा रही थीं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, वे अकेले थीं और उनके साथ कोई सुरक्षाकर्मी या पुलिस वाहन नहीं था।
इसी दौरान अकील खान नाम का एक युवक मोटरसाइकिल पर सवार होकर आया और उसने खिलाड़ियों से छेड़छाड़ की।

आरोप है कि उसने पहले उन्हें ‘हाय’ कहा, फिर सेल्फी लेने की जिद की और जब उसे लगा कि कोई नहीं देख रहा, तो उसने एक खिलाड़ी को गलत तरीके से छूने की कोशिश की और मौके से फरार हो गया।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अकील खान को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूला है।
पुलिस ने उस पर रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम) लगाने की तैयारी कर ली है, जो एक गंभीर कार्रवाई मानी जाती है।
Big News
Aqueel Khan, 28, arrested by Indore Police for allegedly stalking and molesting two Australian women’s cricket team members on Oct 23, 2025.
Australia team currently is in India playing women’s ODI World Cup 2025.
Video #INDvsAUS #RohitSharma #ViratKohli pic.twitter.com/75nlFcoiQJ
— Globally Pop (@GloballyPop) October 25, 2025
क्या कहता है सुरक्षा प्रोटोकॉल?
अंतरराष्ट्रीय मैचों के दौरान खिलाड़ियों की सुरक्षा के लिए एक सख्त प्रोटोकॉल तय किया गया था।
इसकी रूपरेखा मध्य प्रदेश पुलिस, BCCI और MPCA ने मिलकर बनाई थी।
इस प्रोटोकॉल के मुताबिक:
- कोई भी खिलाड़ी टीम मैनेजमेंट को सूचित किए बिना होटल से बाहर नहीं जा सकता।
- खिलाड़ी यदि कहीं बाहर जाना चाहते हैं, तो उन्हें पुलिस और प्रशासन को पूर्व सूचना देनी होती है, ताकि उचित सुरक्षा व्यवस्था की जा सके।
- हर टीम के साथ एक सुरक्षा अधिकारी होता है और स्थानीय स्तर पर भी सुरक्षा अधिकारी नियुक्त किए जाते हैं।
- टीमों की बस के साथ दो पायलट वाहन चलते हैं और होटल के बाहर, फ्लोर पर तथा स्टेडियम में पुलिस तैनात रहती है।
फिर चूक कहां हुई?
जांच से पता चलता है कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने अपनी टीम की सुरक्षा प्रबंधक को कैफे जाने की सूचना दी थी।
प्रबंधक ने यह जानकारी BCCI को भेजी थी।
लेकिन, स्थानीय पुलिस तक यह सूचना या तो पहुंची नहीं या फिर इसे गंभीरता से नहीं लिया गया।
खिलाड़ियों की जिम्मेदारी
इस पूरे मामले ने एक बड़ा सवाल खड़ा किया है कि सुरक्षा की जिम्मेदारी आखिरकार किसकी है?
एक तरफ तो प्रशासन और पुलिस को सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करना चाहिए, वहीं दूसरी ओर खिलाड़ियों और टीम प्रबंधन को भी सुरक्षा दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए।
इसी बीच, केंद्रीय मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने खिलाड़ियों को सलाह देते हुए कहा, “खिलाड़ी अपना स्थान छोड़ें तो हमारी सिक्योरिटी या लोकल एडमिनिस्ट्रेशन को बताकर निकलें। कोई भी खिलाड़ी कहीं भी जाता है तो जैसे हम लोग भी बाहर जाते हैं, कम से कम एक लोकल आदमी को तो बताते ही हैं।”

प्रशासन की सलाह
MPCA के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी रोहित पंडित ने बताया कि हर मैच से पहले टीमों से कहा गया था कि वे कहीं भी जाने की पूर्व सूचना दें।
“इसका उद्देश्य यह है कि खिलाड़ियों को सुरक्षा उपलब्ध हो। अगर कोई ऐसा स्थान या क्षेत्र है, जहां सुरक्षा देना सहज नहीं है तो वहां से खिलाड़ियों को दूर रखा जाए। इसे मानना या न मानना टीम प्रबंधन और खिलाड़ियों के ऊपर है।”
ऑस्ट्रेलियाई टीम और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की प्रतिक्रिया
घटना के बाद ऑस्ट्रेलियन महिला क्रिकेट टीम ने सोशल मीडिया पर अपने ट्वीट डिलीट कर दिए।
टीम ने कहा, “हमने अपने खिलाड़ियों से जुड़ी उस भयावह घटना के बारे में अपने सभी ट्वीट हटा दिए हैं। उनके साथ जो हुआ, उसके बारे में हमारी भावनाएं नहीं बदली हैं, लेकिन हम अपने प्लेटफॉर्म को अपशब्दों और अभद्र टिप्पणियों का जरिया नहीं बनने दे सकते।”

वहीं, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने एक आधिकारिक बयान जारी कर घटना की पुष्टि की और कहा कि वह यह जांच कर रहा है कि सुरक्षा प्रोटोकॉल में कहां चूक हुई।
सबक और भविष्य
इंदौर की यह घटना केवल एक अपराधी की हरकत तक सीमित नहीं है।
यह एक जटिल समस्या की ओर इशारा करती है, जिसमें सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन न करना, संचार की कमी, और शायद खिलाड़ियों द्वारा स्थानीय परिस्थितियों को कम आंकना जैसे कारक शामिल हैं।
भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जरूरी है कि:
- सुरक्षा प्रोटोकॉल और संचार चैनलों को और मजबूत किया जाए।
- खिलाड़ियों को स्थानीय सुरक्षा दिशा-निर्देशों की स्पष्ट जानकारी दी जाए और उनका पालन सुनिश्चित कराया जाए।
- टीम प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन के बीच समन्वय बेहतर हो।
- महिला खिलाड़ियों की सुरक्षा को विशेष प्राथमिकता देते हुए पर्याप्त महिला सुरक्षा बल तैनात किए जाएं।


