Chintu Chouksey Released From Jail: भाजपा कार्यकर्ता से मारपीट के मामले में नगर निगम नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे और उनके साथियों को शुक्रवार शाम कोर्ट से जमानत मिली।
इसके बाद शनिवार 26 अप्रैल को नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे अपने साथियों के साथ सेंट्रल जेल से बाहर आए।
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वो अन्याय और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ते रहेंगे।
चिंटू चौकसे ने कहा- यहां अंधेरी नगरी चौपट राजा
नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने कहा कि ये झूठा केस था। आने वाले समय में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। पूरा शहर देखेगा।
धाराओं को लेकर चौकसे ने कहा कि यहां अंधेरी नगरी चौपट राजा है।
ईश्वर ने हमें लड़ने की शक्ति दी है। अन्याय और भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग जारी रहेगी।

जेल से बाहर आते ही हुआ स्वागत
चिंटू चौकसे के बाहर आने की जानकारी मिलने पर जेल के बाहर उनके समर्थकों का जमावड़ा लग गया।
चिंटू चौकसे के बाहर आते ही उनका स्वागत किया गया।
इस शर्त पर मिली जमानत
कोर्ट ने गवाहों को ना धमकाने और जांच में सहयोग करने की शर्त पर चिंटू चौकसे को जमानत दी है।
शुक्रवार शाम को कोर्ट ने ये आदेश जारी किया था।
एडवोकेट संतोष शर्मा ने जमानत के लिए आवेदन लगाए थे।
एडवोकेट शर्मा ने बताया कि शुक्रवार को सेशन जज अयाज मोहम्मद के समक्ष जमानत आवेदनों पर सुनवाई हुई।
इसमें तीनों की जमानत के लिए तर्क रखे गए।
शाम को कोर्ट ने 25 हजार के मुचलके पर जमानत का आदेश जारी किया।

पानी टैंकर को लेकर हुआ था विवाद
नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे के वार्ड में पानी के टैंकर को लेकर बच्चों में विवाद हो गया था. इसमें बड़े शामिल हो गए।
इसके बाद बीजेपी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई थी।
बीजेपी कार्यकर्ता कपिल पाठक ने चौकसे सहित 9 आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।

रविवार को हुए थे गिरफ्तार
पुलिस ने 20 अप्रैल रविवार को चिंटू, उनके भाई ईशान, भतीजे रोहन, सुभाष यादव, ड्राइवर रवि प्रजापत के खिलाफ केस दर्ज किया था।
इनमें से चिंटू, रवि और सुभाष को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
इसके बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी समेत कांग्रेस के कई बड़े नेता जेल में चिंटू से मिलने भी गए थे।