Mayor In Counseling Meeting: इंदौर में पीलिया खाल नाले का सौंदर्यीकरण हुआ है।
नाले की सफाई और विकास कार्यों का जायजा महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने लिया।
इसके साथ ही उन्होंने घोषणा कर दी कि अलगी मेयर इन काउंसिल की बैठक यहीं होगी।
महापौर ने यहां के कुछ कामों को तेजी से पूरा करने और सूखे नाले में विभिन्न एक्टिविटी करवाने के लिए कहा है।
महापौर ने सफाई और सौंदर्यीकरण का किया निरीक्षण
देश के सबसे साफ शहर में स्वच्छता को लेकर एक और नवाचार किया जा रहा है।
इंदौर के पीलिया खाल नाले का सौंदर्यीकरण का काम पूरा हो गया है।
बुधवार को महापौर ने यहां का निरीक्षण करते हुए सफाई और विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि इसी नाले में मेयर इन काउंसिल की आगामी बैठक आयोजित की जाएगी।
साथ ही उन्होंने यहां के कुछ कामों को तेजी से पूरा करने और सूखे नाले में विभिन्न एक्टिविटी करवाने के लिए भी कहा है।
इस मौके पर महापौर के साथ पार्षद भरत सिंह रघुवंशी, संध्या जायसवाल, अपर आयुक्त अभिलाष मिश्रा, वर्कशॉप प्रभारी मनीष पांडे, स्वास्थ्य अधिकारी और विभाग अधिकारी मौजूद रहे।
पीलिया खाल नाले में शुरू होंगी नई गतिविधियां, महापौर के निर्देश
दरअसल, महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इंदौर में स्वच्छता के क्षेत्र में किए गए विभिन्न कामों के अंतर्गत पीलिया खाल नाले का दौरा किया है।
बता दें कि पीलिया खाल नाले में बारिश का पानी जमा होता है, साथ ही यहां पर बड़ी मात्रा में गंदगी भी होती है।
पिछले दिनों महापौर ने यहां का दौरा किया था और यहां की सफाई और सौंदर्यीकरण करने के लिए कहा था।
उसी काम को देखने के लिए महापौर यहां पहुंचे थे।
महापौर ने निरीक्षण के दौरान नाले की सफाई का जायजा लिया और निर्देश दिए कि इसे जल्द से जल्द पूरा किया जाए।
नाले के किनारों पर पिचिंग कार्य तेजी से चल रहा है और भविष्य में यहां विभिन्न सामुदायिक गतिविधियां शुरू की जाएंगी।
बैठक के माध्यम से संदेश देना चाहते हैं महापौर
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बताया कि नाले में परिषद की बैठक आयोजित करने का उद्देश्य लोगों को स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करना है।
यह आयोजन न केवल पीलिया खाल के महत्व को रेखांकित करेगा, बल्कि शहर के अन्य हिस्सों में भी सफाई और विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाएगा।
पीलिया खाल नाले का ऐतिहासिक महत्व बताते हुए महापौर ने कहा कि यह नाला वर्षा जल के संग्रहण के लिए उपयोगी था।
लेकिन, लंबे समय से इसमें गाद और गंदगी जमा हो रही थी।
इसके सौंदर्यीकरण और पुनरुद्धार के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।
बहरहाल, महापौर के इस निर्णय को सकारात्मक कदम के रूप में देखा जा रहा है।
इससे न केवल पीलिया खाल नाले का कायाकल्प होगा, बल्कि पर्यावरणीय सुधार का एक आदर्श उदाहरण भी प्रस्तुत होगा।