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कस्तूर टॉकीज को इंदौर निगम ने किया सील, जर्जर भवन में दर्शकों को फिल्म दिखाने पर कार्रवाई

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Kastur Talkies Seal: इंदौर नगर निगम ने कड़ी कार्रवाई करते हुए कस्तूर टॉकीज को सील कर दिया है।

दरअसल कस्तूर टॉकीज के जर्जर भवन को मरम्मत की जरूरत है।

इसके बावजूद यहां दर्शकों की सुरक्षा से खिलवाड़ कर फिल्म दिखाई जा रही थी।

इसी पर कार्रवाई करते हुए निगम ने पहले कस्तूर टॉकीज का निरीक्षण किया और फिर इसे सील कर दिया।

जर्जर भवन में चल रहा था भूल भूलैया-3 का नाइट शो

इंदौर का कस्तूर टॉकीज का भवन लंबे समय से जर्जर स्थिति में है।

दीवारों में दरारें आ गई है, फर्श उखड़ चुकी है और गैलरी की हालात तो ऐसी है कि किसी भी समय गिर सकती है।

यहां तक कि दीवारों का प्लास्टर गिरकर दर्शकों पर गिरता है।

कुर्सियों की हालत भी खतरनाक हो चुकी थी, जो किसी भी वक्त दुर्घटना का कारण बन सकती थीं।

नगर निगम ने इस मुद्दे पर पहले ही कस्तूर टॉकीज प्रबंधन को नोटिस जारी किया था।

Kastur Talkies Seal
Kastur Talkies Seal

लेकिन, जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो निगम की टीम ने एक और सख्त चेतावनी दी।

जिसके बाद मैनेजर राधेश्याम जारवाल ने टॉकीज बंद कर मरम्मत का कार्य शुरू करवाया।

लेकिन, इस दौरान भी टॉकीज प्रबंधन दर्शकों की जान से खिलवाड़ करने लगा।

मरम्मत कार्य के बीच में कस्तूर टॉकीज ने फिल्म भूल भूलैया-3 का नाइट शो लगा दिया।

ये दर्शाता है कि टॉकीज प्रबंधन दर्शकों की सुरक्षा से खिलवाड़ कर रहा था।

टिकट की कीमतों में भी मनमाना बढ़ोतरी

कस्तूर टॉकीज ने टिकट की कीमतों में भी मनमाना बढ़ोतरी की थी।

100 रुपये वाली बालकनी सीट की कीमत को 200 रुपये कर दिया गया था।

वहीं नीचे की सीटों की दर भी डेढ़ से दो गुना बढ़ा दी गई थी।

जर्जर बालकनी की आगे की पंक्तियों को छोड़कर बाकी सीटों पर दर्शकों को बैठाया गया, जो अपने जान जोखिम में डालकर फिल्म देख रहे थे।

वहीं टॉकीज प्रबंधन ने झूठ बोला कि टॉकीज बंद कर मरम्मत की जा रही है।

इसकी सूचना मिलने के बाद जोनल अधिकारी विनोद अग्रवाल के निर्देश पर नगर निगम की टीम ने कस्तूर टॉकीज का निरीक्षण किया और उसे सील कर दिया।

Kastur Talkies Seal
Kastur Talkies Seal

इस मामले में आगे भी नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

बता दें कस्तूर टॉकीज का कासलीवाल परिवार की संपत्ति है।

कासलीवाल परिवार सरसेठ हुकमचंद का वंशज है, जिन्होंने इंदौर के विकास के लिए अपना अद्भुत योगदान दिया।

कासलीवाल बंधुओं ने ब्रिटिश काल में इंदौर को देश की कपड़ा राजधानी बनाने में मुख्य भूमिका निभाई थे।

वहीं आज इस प्रतिष्ठित परिवार द्वारा बनाए गए कस्तूर टॉकीज की स्थिति ने दर्शकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

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