Amritpal Singh : असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तानी समर्थक और खडूर साहिब सीट से नवनिर्वाचित सांसद अमृतपाल सिंह को शपथ लेने की मंजूरी मिलने के साथ ही चार दिनों की पैरोल मिल गई है।
अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर ने देशविरोधी कार्यों के आरोपी खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह द्वारा दिए गए आवेदन की जांच करने के बाद शर्तों के साथ उसे 5 जुलाई से 9 जुलाई तक के लिए पैरोल देने की सिफारिश की थी।
अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर ऑफिस ने इसकी शर्ते भी डिब्रूगढ़ जेल प्रशासन को भेज दी हैं।
पांच जुलाई को खडूर साहिब सीट से नवनिर्वाचित सांसद अमृतपाल सिंह डिब्रूगढ़ जेल से ही सीधे संसद में जाएगा और वहीं लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के कमरे में वह शपथ लेगा।
बता दें कि खालिस्तानी समर्थक और वारिस पंजाब दे का प्रमुख अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) डिब्रूगढ़ जेल में अपने साथियों के साथ बंद है।
23 फरवरी 2024 को ‘वारिस पंजाब दे’ से जुड़े हजारों लोगों ने अमृतसर के अजनाला थाने पर उस समय हमला कर दिया था जब उनके साथियों को गिऱफ्तार कर वहां रखा गया था।
इस भीड़ का नेतृत्व अमृतपाल सिंह कर रहा था और मौके से वह फरार हो गया था। 23 अप्रैल को पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह को मोगा से गिरफ्तार किया था जिसके बाद उस पर एनएसए कानून के तहत मामले दर्ज हुए और असम के डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया था।
जेल में बंद रहने के दौरान ही अमृतपाल सिंह ने खडूर साहिब की सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा और कांग्रेस के उम्मीदवार कुलबीर सिंह जीरा को 1.97 लाख वोटो से हराया था।
सांसद बनने के बाद उनके अमृतपाल सिंह के प्रवक्ता राजदेव सिंह खालसा और उनके वकील ईमान सिंह खारा उसे शपथ दिलाने के लिए मांग कर रहे थे।
इस संबंध में अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) की तरफ से जेल सुपिरटेंडेंट को भी शपथ दिलाने के लिए पत्र लिखा गया था।
यह चिट्ठी जेल सुपरिटेंडेंट की तरफ से अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर को भेजा गया और फिर यहां से पंजाब सरकार के पास।
पंजाब सरकार ने लोकसभा स्पीकर को यह पत्र भेजा था। डिप्टी कमिश्नर की तरफ से ही सारी जांच प्रक्रिया पूरी करने के बाद इसकी सिफारिश की गई जिसके पश्चात लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की तरफ से इसकी मंजूरी दी गई।