Jaipur SMS Hospital Fire: राजस्थान की राजधानी जयपुर स्थित सवाई मान सिंह (एसएमएस) अस्पताल में रविवार देर रात एक भीषण आग ने जो तबाही मचाई, उसमें कई जानें चली गई।
अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर के न्यूरो सर्जरी आईसीयू वार्ड में लगी इस आग में 8 मरीजों (जिनमें 4 महिलाएं शामिल हैं) की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
यह घटना अस्पताल प्रशासन और आपातकालीन सेवाओं में मौजूद चूक और लापरवाही के गंभीर सवाल खड़े करती है।
आइए जानते हैं कैसे हुआ ये हादसा और क्यों लगे लापरवाही के आरोप…
कैसे हुआ हादसा
यह घटना रविवार रात करीब 11:20 बजे तब शुरू हुई, जब अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर की दूसरी मंजिल पर स्थित न्यूरो सर्जरी आईसीयू के बगल में बने एक स्टोर रूम से धुआं निकलने लगा।
इस स्टोर रूम में मरीजों की फाइलें, दस्तावेज, ब्लड सैंपल, प्लास्टिक की ट्यूब्स और अन्य ज्वलनशील सामान रखा हुआ था।
राजस्थान के सबसे बड़े अस्पताल एस एम एस जयपुर के आई सी यु वार्ड मे लगी आग से हुई 6 मरीजों की मौत
राजस्थान के जन हितेषी मुख्यमंत्री @BhajanlalBjp देर रात स्वयं पहुचे मौक़े पर और राहत बचाव कार्य का जायजा लिया#SMS #SMSHospital #fire pic.twitter.com/eeByF3w3kx
— Julie Sharma(मोदी का परिवार ) (@juliesh95316387) October 5, 2025
लापरवाही के आरोप
मरीजों के परिजनों का आरोप है कि आग लगने से 20-25 मिनट पहले ही धुएं और चिंगारी की सूचना अस्पताल स्टाफ को दी गई, लेकिन किसी ने गंभीरता से नहीं लिया।
स्टाफ के भागने और बचाव कार्य में देरी की बात सामने आई है।
जहरीली गैस और धुएं से मौत:
मरने वाले ज्यादातर मरीज आग से नहीं, बल्कि आग लगने पर प्लास्टिक और मेडिकल उपकरणों के जलने से फैले जहरीले धुएं और गैस की चपेट में आकर दम घुटने से मारे गए।
जयपुर के #SMSHospital के आईसीयू वार्ड में भीषण आग लगने से 6 मरीजों की मौत, 5 की हालत गंभीर, रात 3 बजे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अस्पताल पहुंचकर हादसे की जानकारी ली।@RajCMO@BJP4Rajasthan@INCRajasthan pic.twitter.com/ibiCMc2xOI
— Journalist Pawan Gurjar (@PawanGurjar01) October 5, 2025
तत्काल जांच का आदेश:
घटना की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने तुरंत एक 6 सदस्यीय उच्चस्तरीय जांच समिति का गठन किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई केंद्रीय और राज्य के नेताओं ने दुख जताया है और कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
#WATCH | Jaipur, Rajasthan | A massive fire broke out in an ICU ward of Sawai Man Singh (SMS) Hospital, claiming the lives of six patients pic.twitter.com/CBM6vcTMfZ
— ANI (@ANI) October 5, 2025
इन आठ मरीजों की हुई मौत
- पिंटू सीकर
- दिलीप जयपुर
- सर्वेश आगरा
- रुकमणि भरतपुर
- कुशमा जूनून
- बहादुर जयपुर
- दिगंबर वर्मा सवाई माधोपुर
- श्रीनाथ भरतपुर
#SMSHospital– ट्रोमा सेंटर में आग की घटना पर परिजनों का बड़ा आरोप…
“डॉक्टर-स्टॉफ कोई नहीं था सब गायब थे, हमने मरीज को आग से खुद निकाला”@BhajanlalBjp @jawaharbedam @GajendraKhimsar @RajCMO @Danny_deepz pic.twitter.com/0ZorxDcJAX
— Update India (@UpdateIndia_TV) October 5, 2025
केस की पूरी टाइमलाइन:
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रात 11:00 बजे के करीब: मरीजों के परिजनों ने स्टोर रूम से धुआं निकलते देखा और अस्पताल स्टाफ (नर्स, वार्ड बॉय, सिक्योरिटी) को सूचित किया। परिजनों का कहना है कि स्टाफ ने इस चेतावनी को गंभीरता से नहीं लिया और कोई तत्काल कार्रवाई नहीं की।
- रात 11:20 बजे: स्थिति गंभीर हो गई। स्टोर रूम में आग की लपटें दिखने लगीं और प्लास्टिक की चीजें पिघलकर गिरने लगीं। धुआं इतना तेजी से फैला कि पूरा आईसीयू और आसपास का क्षेत्र जहरीले धुएं से भर गया।
- रात 11:45 बजे के आसपास: आग ने विकराल रूप ले लिया। वार्ड में मरीजों और परिजनों में भगदड़ मच गई। कुछ परिजनों ने अपने मरीजों को बेड समेत खींचकर बाहर निकालने की कोशिश की। इस दौरान स्टाफ के सदस्यों के भागने की भी खबरें आईं।
- रात 12:00 बजे (लगभग): दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने बताया कि पूरा वार्ड धुएं से इस कदर भरा था कि अंदर जाने का रास्ता नहीं था। उन्हें बिल्डिंग की दूसरी ओर से खिड़कियां तोड़कर पानी डालना पड़ा।
- रात 12:20 बजे तक: लगभग एक घंटे के ऑपरेशन के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
- रात 1:00 बजे से सुबह तक: सीनियर अधिकारी, पुलिस, FSL (फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) की टीम मौके पर पहुंची। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा ने भी रात में ही अस्पताल का दौरा कर स्थिति की जानकारी ली।
#WATCH | Jaipur | Rajasthan CM Bhajanlal Sharma arrived at the Sawai Man Singh Hospital (SMS) to review the situation after a massive fire broke out pic.twitter.com/vhqY5S7p7m
— ANI (@ANI) October 5, 2025
क्यों गई इतनी जानें? मौत का कारण
इस हादसे में जान गंवाने वाले अधिकतर मरीज आग की लपटों से नहीं, बल्कि उससे निकले जहरीले धुएं की वजह से मारे गए।
अस्पताल प्रशासन ने बताया कि स्टोर रूम और आईसीयू में लगी आग से प्लास्टिक, मेडिकल उपकरणों और तारों के जलने पर कार्बन मोनोऑक्साइड जैसी जहरीली गैसें पैदा हुईं।
ये गैसें तेजी से बंद वार्ड में फैल गईं, जिससे मरीजों का दम घुट गया।
ट्रॉमा सेंटर के नोडल अधिकारी डॉ. अनुराग धाकड़ ने बताया, “आईसीयू में 11 मरीज थे। हम 5 को तुरंत बचा ले गए, लेकिन 6 मरीज अंदर फंस गए। अंदर इतनी जहरीली गैस भर चुकी थी कि बचाव दल का अंदर जाना जोखिम भरा था। इस वजह से उन मरीजों को बाहर नहीं निकाल पाए।”
लापरवाही के गंभीर आरोप
इस पूरी त्रासदी में लापरवाही का सबसे डरावना पहलू यह रहा कि आग की चेतावनी को अस्पताल स्टाफ ने नजरअंदाज कर दिया।
- भरतपुर के रहने वाले शेरू, जिनकी मां अस्पताल में भर्ती थीं, ने बताया, “हमने 20 मिनट पहले ही स्टाफ को धुएं के बारे में बता दिया था, लेकिन किसी ने सुनने की कोशिश नहीं की। जब हालात बिगड़े तो वार्ड बॉय और गार्ड सबसे पहले भाग खड़े हुए। हमें खुद ही अपने मरीज को बाहर निकालना पड़ा।”
SMS अग्निकांड में अपनी मां को खोने वाले एक बेटे की व्यथा कितनी दुखदाई है!
मां को बचाने दूसरा बेटा गया लेकिन बचा नहीं पाया और अब खुद भी भर्ती है! #Jaipur #SMSHospital #Rajasthan pic.twitter.com/wSY6JL3LgV
— Avdhesh Pareek (@Zinda_Avdhesh) October 6, 2025
- एक अन्य मृतक के परिजन ने बताया कि स्टोर रूम का दरवाजा बंद था और ताला लगा हुआ था। स्टाफ के पास तुरंत चाबी उपलब्ध नहीं थी, जिससे आग पर शुरुआत में काबू पाने का मौका हाथ से निकल गया।
सरकारें चुनाव की तैयारियों में व्यस्त हैं!
विपक्ष चुनाव जीतने की रणनीति में व्यस्त है!
मीडिया ज़रूरी मुद्दों से ध्यान भटकाने में लगी है!
दूर कहीं से चीत्कार की आवाज़ आ रही है,
जो सियासत की शोर में सुनाई नहीं देगी! #SMSHospital pic.twitter.com/ULyPihj6tA— Prabhakar Kumar Mishra (@PMishra_Journo) October 6, 2025
राजनीतिक और प्रशासनिक प्रतिक्रिया
इस दुर्घटना ने पूरे राज्य के नेताओं और प्रशासन को हिलाकर रख दिया।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताते हुए कहा, “यह घटना अत्यंत दुखद है। जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं।”
The loss of lives due to a fire tragedy at a hospital in Jaipur, Rajasthan, is deeply saddening. Condolences to those who have lost their loved ones. May the injured recover soon: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) October 6, 2025
- मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने घटनास्थल का दौरा किया और हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
- चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि किसी भी स्तर की लापरवाही सामने आने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में आग लगने की घटना अत्यंत दुःखद और हृदय को व्यथित करने वाली है। प्रभावित परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएँ हैं।
खींवसर से जयपुर के मार्ग में हूँ — माननीय मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा जी के निर्देशानुसार घटना की जांच के आदेश…
— Gajendra Singh Khimsar (@GajendraKhimsar) October 6, 2025
- पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हुए इसे लापरवाही का नतीजा बताया।
SMS अस्पताल के ट्रोमा सेंटर के ICU में आग लगने से 7 लोगों की मृत्यु बहुत दुखी करने वाली है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि इस हादसे में कम से कम जनहानि हो। प्रभु दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं घायलों को शीघ्र स्वस्थ करें।
राज्य सरकार इस घटना की उच्च…
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 6, 2025
जांच और आगे की कार्रवाई
घटना की निष्पक्ष जांच के लिए राज्य सरकार ने तुरंत एक 6 सदस्यीय उच्चस्तरीय समिति का गठन किया है।
इस समिति में चिकित्सा शिक्षा, पीडब्ल्यूडी, बिजली विभाग और फायर सेवा के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।
समिति आग लगने के सही कारणों (जिसमें शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई जा रही है), सुरक्षा उपायों में कमियों और जिम्मेदार लोगों की पहचान करेगी।
Breaking News : जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में भीषण आग, झुलसने से 6 लोगों की मौत#Jaipur #SMSHospital pic.twitter.com/8SjiOiIqX4
— Rajasthan Patrika (@rpbreakingnews) October 6, 2025
इसके अलावा, FSL की टीम ने मौके से सबूत जुटा लिए हैं और मृतकों का पोस्टमॉर्टम किया जा रहा है।
अस्पताल के बाहर मरीजों के परिजनों ने लापरवाही के खिलाफ प्रदर्शन भी किया और मरीजों की सही स्थिति की जानकारी की मांग की।