Kailash Vijayvargiya Kiss Remark: अपने बेबाक बयानों की वजह से अक्सर सुर्खियों में रहने वाले मध्य प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं।
गुरुवार को शाजापुर में एक कार्यक्रम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के सार्वजनिक रूप से प्यार जताने के तरीके पर उनकी टिप्पणी से बवाल मच गया है।
इसके बाद कांग्रेस सहित कई अन्य नेताओं ने कैलाश विजयवर्गीय पर निशाना साधा है और माफी की मांग की है।
इस मामले को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कैलाश विजयवर्गीय को खूब खरीखोटी सुनाई है।
आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला…
“जवान बहन को बीच चौराहे पर चूमते हैं”
यह विवाद गुरुवार, 26 सितंबर को शाजापुर में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के एक कार्यक्रम में शुरू हुआ।
इस दौरान मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भारतीय संस्कृति पर बोलते हुए कहा: “हम पुरानी संस्कृति के लोग हैं। हमारी बहनों के गांव जीरापुर में पानी तक नहीं पीते हैं। मेरे पिताजी घर से पानी का लोटा लेकर आते थे।
लेकिन आज के हमारे प्रतिपक्ष के नेता ऐसे हैं कि अपनी जवान बहन को बीच चौराहे पर चुंबन करते हैं।
शाजापुर: कैलाश विजयवर्गीय ने राहुल गांधी पर साधा निशाना कहा आज के नेता प्रतिपक्ष सड़क पर बहन प्रियंका गांधी के साथ चुम्मन करते हैं#KailashVijayvargiya #Congress #RahulGandhi #PriyankaGandhi #BJP #MadhyaPradesh #MPNews #BreakingNews
Priyanka Gandhi। Rahul Gandhi। Congres pic.twitter.com/m3EXI1NwfF— Chautha Khambha (@chauthakhamba) September 26, 2025
मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि आप में से कौन हैं, जो अपनी जवान बहन-बेटी को बीच चौराहे पर चुंबन करता है। ये संस्कारों का अभाव है। ये संस्कार तो विदेशी संस्कृति के हैं। इसमें उनकी गलती नहीं है। वह विदेश में पले-बढ़े हैं। ऐसे संस्कार का अनुभव है।”
माना जा रहा है कि कैलाशा का इशारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा की तरफ था।
बयान से भड़की कांग्रेस, इस्तीफे की मांग
उनके इस बयान के बाद कांग्रेस नेता और महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
महिला कांग्रेस ने शुक्रवार को भोपाल स्थित मंत्री के आवास के सामने प्रदर्शन की घोषणा की है।
इसके बाद कांग्रेस ने आक्रमक रुख अपनाते हुए मंत्री के इस्तीफे की मांग की।
मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने खरगोन में पत्रकारों से बातचीत में कहा,
“कैलाश विजयवर्गीय ने जिस तरह की घृणित टिप्पणी की है, ये भारत की संस्कृति, परंपरा और भाई-बहन के रिश्ते को चुनौती दी है। विकृत मानसिकता के मंत्री का इस्तीफा होना चाहिए।”
‘CM नहीं बन पाए तो पागल हो गए’: जीतू पटवारी
पटवारी ने आगे कहा, “कैलाश विजयवर्गीय को मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया। 70 साल के बुजुर्ग हो गए हैं। मुख्यमंत्री नहीं बने तो पागल हो गए हैं। वो पगलाहट में बातें कर रहे हैं।”
उन्होंने भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं और नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि ऐसी “विकृत मानसिकता” वाले व्यक्ति के सत्ता में बैठने से देश की संस्कृति की रक्षा नहीं हो पाएगी।
उन्होंने कहा कि यह टिप्पणी राहुल गांधी पर नहीं, बल्कि भारत की संस्कृति पर हमला है।
कैलाश विजयवर्गीय ने भाई-बहन जैसे पवित्र रिश्ते पर घटिया टिप्पणी कर अपनी घृणित और संकीर्ण मानसिकता का परिचय दिया है! pic.twitter.com/bDpC1i6mj6
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) September 26, 2025
एमपी कांग्रेस ने बनाया वीडियो
इस घटना पर एमपी कांग्रेस ने एक वीडियो भी बनाया है, जिसमें एक महिला मां दुर्गा के पंडाल में कैलाश विजयवर्गीय पर भड़कते हुए कहती है-
“बेशरम कैलास, नवरात्रि पर भाई-बहन के रिश्ते पर घटिया टिप्पणी करते हो। तुम संस्कारों का ठेका मत लो। पहले अपनी नीयत और सोच सुधारो।”
कुंठित कैलाश!
अपनी सोच सुधारो,
संस्कार सुधर जाएंगे! pic.twitter.com/V9qLifuvBO— MP Congress (@INCMP) September 26, 2025
विवाद के बाद दी विजयवर्गीय की सफाई
विवाद गहराने पर शुक्रवार को मंत्री ने सफाई दी कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है और उनका इरादा किसी रिश्ते की पवित्रता पर सवाल उठाना नहीं था।
उन्होंने कहा, “मैं किसी रिश्ते की पवित्रता पर प्रश्नचिन्ह नहीं लगा रहा हूं। भारतीय संस्कृति में सभी रिश्ते पवित्र हैं। लेकिन रिश्तों की एक मर्यादा है, मैं उसकी बात कर रहा हूं।”
उन्होंने दावा किया कि उनके पूरे भाषण को सुनने पर यह विवाद ही नहीं उठता।
#WATCH | Bhopal: On his previous statement regarding the bond between Lok Sabha LoP Rahul Gandhi and Congress MP Priyanka Gandhi Vadra, Madhya Pradesh Minister Kailash Vijayvargiya, “…I am not questioning the sanctity of any relationship. All relationships are sacred…… pic.twitter.com/az9HX9kM3F
— ANI (@ANI) September 26, 2025
विजयवर्गीय ने कहा, “मैंने विदेशी और भारतीय संस्कृति की बात कही थी। मैंने यह कहा कि विदेशों में ये (सार्वजनिक रूप से चुंबन) चलता है, हमारे यहां इस तरह की संस्कृति नहीं है।”
उन्होंने पत्रकारों से सवाल किया, “आप भी पत्रकार हैं। क्या आप अपनी बहन को बीच चौराहे पर आलिंगन करते हैं?”
साथ ही, उन्होंने यह स्पष्ट करने की कोशिश की कि वह रिश्तों के महत्व को कम नहीं आंक रहे हैं:
“हमारे संबंध भी प्रेम के संबंध हैं, मैं भी अपनी बहन का सिर चूमता हूं।”
मीडिया पर भी साधा निशाना
मंत्री ने मीडिया पर भी निशाना साधते हुए कहा, “भाषण का कोई टुकड़ा उठाकर चलाना अच्छी पत्रकारिता नहीं है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय का एकात्म मानव दर्शन स्वदेशी है। देश का विकास हमारी विचारधारा के अनुसार होना चाहिए। मेरा भाषण टुकड़ों-टुकड़ों में लेकर कोई भी बात उठा लेंगे तो यह अच्छी पत्रकारिता नहीं है।”
संस्कृति और सार्वजनिक व्यवहार पर बहस
बहरहाल कांग्रेस और उसके नेता इस बयान को एक ‘विकृत मानसिकता’ का प्रतीक और महिलाओं का अपमान बता रहे हैं।
इस घटना ने एक बार फिर सार्वजनिक जीवन में नेताओं की जिम्मेदारी और उनके बयानों के प्रभाव पर सवाल खड़े किए हैं।
एक तरफ जहां व्यक्तिगत अभिव्यक्ति का अधिकार है, वहीं दूसरी तरफ सार्वजनिक पदों पर बैठे लोगों से यह अपेक्षा की जाती है कि वे संवेदनशील और समावेशी भाषा का इस्तेमाल करेंगे।
अब देखना यह है कि यह विवाद और कितना तूल पकड़ता है और प्रदेश की राजनीति पर इसका क्या असर पड़ता है।