K Kavitha Suspended: तेलंगाना की राजनीति में एक बहुत बड़ी और चौंकाने वाली घटना हुई है।
पूर्व मुख्यमंत्री और बीआरएस (भारत राष्ट्र समिति) पार्टी के प्रमुख के. चंद्रशेखर राव (KCR) ने एक बड़ा फैसला लेते हुए अपनी ही बेटी और पार्टी की वरिष्ठ नेता के. कविता (K Kavitha) को पार्टी से निलंबित (सस्पेंड) कर दिया है।
यह फैसला उनके पार्टी के खिलाफ बयानों और गतिविधियों को लेकर लिया गया है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, के. कविता, जोकि एक एमएलसी (विधान परिषद सदस्य) हैं, ने पिछले कुछ समय से अपनी ही पार्टी बीआरएस के खिलाफ सार्वजनिक रूप से बोलना शुरू कर दिया था।
निलंबन से ठीक एक दिन पहले, उन्होंने पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए थे।

कविता ने पार्टी नेता टी. हरिश राव और पूर्व सांसद मेघा कृष्ण रेड्डी पर आरोप लगाया कि वे उनके पिता और पार्टी प्रमुख के. चंद्रशेखर राव की छवि को खराब करना चाहते हैं और उन्हें भ्रष्टाचार के मामलों में “बलि का बकरा” बनाना चाहते हैं।
इसके अलावा, कविता पार्टी के भीतर के मामलों को लेकर भी खुलकर बोल रही थीं।
2023 के विधानसभा चुनाव में बीआरएस की हार के बाद से ही उन्होंने पार्टी के अंदरूनी कामकाज की आलोचना करनी शुरू कर दी थी।
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ किसी भी तरह के गठजोड़ का भी विरोध जताया था।
पार्टी प्रमुख केसीआर और अन्य नेताओं ने इन सब बातों को पार्टी अनुशासन के खिलाफ माना।

पार्टी ने क्या कहा?
बीआरएस पार्टी ने आधिकारिक तौर पर सोशल मीडिया पर एक बयान जारी करके इस निलंबन की जानकारी दी।
पार्टी ने कहा कि “एमएलसी के. कविता की हाल की गतिविधियां और पार्टी के खिलाफ काम करना बीआरएस पार्टी को नुकसान पहुंचा रहा है।”
पार्टी नेतृत्व ने इस मामले को बहुत गंभीरता से लिया और पार्टी अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव ने उन्हें तुरंत प्रभाव से पार्टी से निलंबित करने का फैसला किया।
పార్టీ MLC శ్రీమతి కె. కవిత ఇటీవలి కాలంలో ప్రవర్తిస్తున్న తీరుతెన్నులు, కొనసాగిస్తున్న పార్టీ వ్యతిరేక కార్యకలాపాలు బీఆర్ఎస్ పార్టీకి నష్టం కలిగించే రీతిలో ఉన్నందున పార్టీ అధిష్టానం ఈ విషయాన్ని తీవ్రంగా పరిగణిస్తున్నది.
పార్టీ అధ్యక్షులు శ్రీ కె. చంద్రశేఖర్ రావు గారు శ్రీమతి కె.… pic.twitter.com/iTSWON3irq
— BRS Party (@BRSparty) September 2, 2025
लालू प्रसाद यादव और तेज प्रताप से तुलना
इस घटना की तुलना बिहार की राजनीति से की जा रही है, जहां आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने अपने बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण पार्टी से बाहर कर दिया था।
ठीक उसी तरह, केसीआर ने भी अपनी बेटी को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
कांग्रेस ने बताया नाटक
वहीं, विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने इस पूरे घटनाक्रम को एक “नाटक” करार दिया है।
कांग्रेस के सांसद मंदादी अनिल कुमार यादव ने कहा कि यह सब एक ढोंग है और असली लड़ाई पार्टी की अगली कमान को लेकर है।
उन्होंने आरोप लगाया कि “पूरे परिवार ने तेलंगाना को लूटा है और अब सच्चाई सामने आ रही है।”
#WATCH | Hyderabad, Telangana | On K Kavitha suspended from the BRS, Congress MP Mandadi Anil Kumar Yadav says, “…The truth has come out in front of the people of Telangana and the whole family has looted Telangana…The fight is all about who will be the next President of… pic.twitter.com/ADQLAJa7Py
— ANI (@ANI) September 2, 2025
बहरहाल, के. कविता का बीआरएस से निलंबन तेलंगाना की राजनीति में एक बड़ा भूचाल ला दिया है।
यह मामला सिर्फ एक नेता के निलंबन का नहीं, बल्कि एक राजनीतिक परिवार के भीतर चल रहे तनाव और संघर्ष को भी उजागर करता है।
अब देखना यह है कि आने वाले समय में इस फैसले का बीआरएस पार्टी और तेलंगाना की राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ता है।