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दुर्गा विसर्जन हादसा: खंडवा में एक साथ जलेंगी 11 चिताएं- गांव में पसरा मातम, CM भी पहुंचेगे

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Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 13 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

Khandwa accident: मध्य प्रदेश के खंडवा में दशहरे के उत्साह के बीच एक ऐसी घटना घटी जिससे पूरे में जिले में मातम छा गया है।

यहां के पंधाना क्षेत्र के ग्राम जामली स्थित अर्दला तालाब में मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान गुरुवार को हुए एक भीषण हादसे में 11 लोगों की जान चली गई।

इस हादसे में एक 8 साल की मासूम बच्ची की भी मौत हो गई।

सभी 11 शवों का अंतिम संस्कार शुक्रवार को सुबह 11:30 बजे पाडलाफाटा फालिया में एक साथ हुआ।

इस दुखद घटना में तीन लोग घायल भी हुए हैं, जिनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।

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कैसे हुआ हादसा?

हादसा तब हुआ जब दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के लिए निकली शोभायात्रा अर्दला तालाब के पास पहुंची।

प्रतिमा को ले जा रही ट्रैक्टर-ट्रॉली अचानक अनियंत्रित होकर तालाब में गिर गई।

इस हादसे में कई लोग ट्रैक्टर-ट्रॉली के नीचे दब गए, जबकि कुछ लोग तालाब में डूब गए।

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अमले ने राहत और बचाव कार्य शुरू किया।

सभी शवों को बाहर निकालकर पंधाना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से उन्हें एम्बुलेंस के जरिए उनके गांव पाडलफाटा पहुंचा दिया गया।

गांव में शोक की लहर, चूल्हा नहीं जला

इस हादसे ने पाडलफाटा गांव के सैकड़ों परिवारों को तोड़ कर रख दिया है।

गुरुवार को जहां गांव में डीजे पर नाचते-गाते लोग दिख रहे थे, आज वहीं सन्नाटा और चीख-पुकार का माहौल है।

गांव के अधिकांश परिवारों के यहां कल से चूल्हा तक नहीं जला है।

मृतकों के परिवार और ग्रामीणों का दुख में डूबे हुए हैं।

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एक ही गांव से एक साथ 11 अर्थियां उठने की घटना ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है।

हादसे में मारी गई 8 साल की मासूम चंदा की दो छोटी बहनें हैं, जो अभी भी इस कड़वी सच्चाई से अनजान हैं।

वे अपनी बड़ी बहन के शव के आसपास खेल रही थीं, यह नहीं जानतीं कि चंदा अब इस दुनिया में नहीं रही।

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राजनीतिक हस्तियों ने जताया शोक, मुख्यमंत्री पहुंचेंगे गांव

इस दुखद घटना पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और प्रधानमंत्री कार्यालय ने तुरंत आर्थिक सहायता की घोषणा की है।

मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवारों को 4-4 लाख रुपये और प्रधानमंत्री राहत कोष से 2-2 लाख रुपये देने की घोषणा की है।

वहीं, घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि दी जाएगी।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शुक्रवार की दोपहर करीब 5 बजे शोक संतप्त परिवारों से मिलने और संवेदना व्यक्त करने के लिए गांव पहुंचेंगे।

इसी तरह, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी भी दोपहर 2 बजे तक गांव पहुंचने वाले हैं।

सुबह ही जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. विजय शाह ने घटनास्थल का दौरा कर जानकारी ली और अंतिम संस्कार की तैयारियों का जायजा लिया।

पुलिस ने दर्ज किया मामला, ट्रैक्टर चालक फरार

पुलिस ने इस हादसे के लिए जिम्मेदार ट्रैक्टर चालक के खिलाफ पंधाना थाने में मामला दर्ज किया है।

बताया जा रहा है कि घटना के बाद से ट्रैक्टर चालक फरार है।

पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय ने बताया कि जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

संवेदनशील स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने पाडलफाटा गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया है।

एडिशनल एसपी महेंद्र तारणेकर और डीएसपी हेडक्वार्टर अनिल सिंह चौहान मौके पर मौजूद हैं ताकि कानून-व्यवस्था बनी रहे।

खंडवा की यह दुर्घटना एक बार फिर उत्सव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है।

यह घटना न सिर्फ पाडलफाटा गांव, बल्कि पूरे समाज के लिए एक गहरा सदमा है।

जिस उमंग और उल्लास के साथ ये लोग दुर्गा विसर्जन के लिए निकले थे, वही उनकी अंतिम यात्रा बन गई।

अब पूरा गांव इन 11 लोगों के अंतिम दर्शन और संस्कार के लिए एकत्र है, जहां सिर्फ आंसू और सिसकियां सुनाई दे रही हैं।

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