Lizard in Food: बीजापुर (छत्तीसगढ़) के माता रुक्मिणी धनोरा बालिका आश्रम में 27 बच्चे एक साथ फूड प्वॉइजनिंग का शिकार हो गए।
मामला इतना बिगड़ गया कि सभी को रात में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिसमें से कुछ बच्चों को तो ICU में एडमिट करना पड़ा।
बताया जा रहा है कि बच्चों ने जो खाना खाया था उसमें छिपकली मिली थी।
बच्चों को खिलाया दूषित खाना
जानकारी के मुताबिक, बच्चों ने जिस खाने को खाया था उसमें छिपकली गिरी हुई थी, लेकिन इसके बावजूद आश्रम के स्टाफ ने लापरवाही करते हुए बच्चों को वही दूषित खाना खिला दिया।
देर रात बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया।
बीजापुर के CMHO डॉ. बी.आर. पुजारी ने बताया कि बच्चों को रात के भोजन के बाद उल्टी, दस्त और बुखार की शिकायत हुई, जिसके बाद उनकी टीम ने आश्रम पहुंचकर 27 बच्चों को बीजापुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
मंडल संयोजक ने माना- लापरवाही हुई है…
इस घटना पर मंडल संयोजक भूपति नक्का ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि… मेन्यू के अनुसार बच्चों को अंडा और चिकन दिया जाना था, लेकिन आश्रम की स्टाफ ने खीर और पनीर परोस दिया।
अब 27 बच्चों के फूड प्वॉइजनिंग की बात सामने आ रही है जो कि आश्रम वालों की बड़ी लापरवाही का नतीजा है।
समोसे में मरी हुई छिपकली, खाने के बाद बिगड़ी बच्चे की तबियत
इससे पहले मध्य प्रदेश के रीवा में भी ऐसा ही मामला सामने आया था जहां 5 साल के एक बच्चे की समोसा खाने के बाद तबियत खराब हो गई थी।
परिजनों ने जब बच्चे का खाया हुआ बचा समोसा देखा तो हैरान रह गए क्योंकि उसमें मरी हुई आधी छिपकली दिखाई दी।
बच्चे को अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उसे डॉक्टरों ने आईसीयू में रखा था।
समोसा खाने पर महसूस हुआ था अजीब स्वाद –
परिजनों के मुताबिक, श्रेयांस ने जब समोसा खाया तो उसे कुछ अजीब सा स्वाद महसूस हुआ।
उन्होंने जब समोसे को ध्यान से देखा तो उसमें छिपकली का सिर और आंखें दिखाई दीं।
उन्हें शक है कि श्रेयांस ने अनजाने में छिपकली का कुछ हिस्सा खा लिया होगा।
इसके बाद बच्चे के परिजनों ने समोसे की दुकान के मालिक सुरेश कुशवाहा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।