8 people Funeral in Ratlam: मंदसौर सड़क हादसे में मारे गए रतलाम के 8 लोगों का अंतिम संस्कार 28 अप्रैल की सुबह एक साथ हुआ।
मृतकों के परिजन बिलख-बिलख कर रो रहे थे। ये नजारा देख वहां मौजूद हर शख्स की आंख नम हो गई।
रविवार दोपहर मंदसौर के नारायणगढ़ थाना क्षेत्र में हुई इस दुर्घटना में एक ईको वैन बाइक से टकराकर गहरे कुएं में गिर गई।
इस भीषण सड़क हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि 4 लोग घायल हुए।
मृतकों में 8 लोग रतलाम जिले के, जबकि 2-2 लोग उज्जैन और मंदसौर के निवासी थे।
कैसे हुआ था एक्सीडेंट?
ये हादसा तब हुआ जब ईको वैन में सवार 14 लोग उज्जैन के उन्हेल से नीमच जिले के मनासा स्थित आंतरी माता मंदिर के दर्शन के लिए जा रहे थे।
दोपहर करीब 1 बजे नारायणगढ़ के बूढ़ा-टकरावद फाटक के पास वैन की एक बाइक से टक्कर हो गई।
इसके बाद वाहन संतुलन खोकर कुएं में जा गिरा।


बचाव अभियान में भी एक शख्स की मौत
दुर्घटना के बाद ग्रामीणों ने रेस्क्यू अभियान शुरू किया।
इस दौरान एक स्थानीय निवासी मनोहर सिंह (42) ने 4 लोगों को बचाया, लेकिन कुएं में जहरीली गैस फैलने के कारण उनकी भी मौत हो गई।
कुल 12 लोगों के शव बरामद किए गए, जिनमें 10 वैन सवार, 1 बाइक चालक और 1 रेस्क्यू वॉलंटियर शामिल थे।

8 अर्थियां एक साथ उठीं, 6 लोग एक ही परिवार के
इस हादसे में रतलाम जिले के 8 लोगों की मौत हुई थी।
इनमें से 6 लोग एक ही परिवार के थे, जो ग्राम खोजनखेड़ा गांव के निवासी थे।
रतलाम जिले के जिन आठ लोगों की मौत हुई है। उनमें कन्हैयालाल कीर निवासी जोगिपिपलिया, नागू सिंह निवासी जोगिपिपलिया, पवन कीर निवासी खोजनखेड़ा, धर्मेंद्र सिंह निवासी खोजनखेड़ा, आशा बाई निवासी खोजनखेड़ा, मधु बाई निवासी खोजनखेड़ा, मांगू बाई निवासी खोजनखेड़ा और राम कुंवर निवासी खोजनखेड़ा शामिल है।
सोमवार को मृतकों के गांवों में अंतिम संस्कार किया गया।
रतलाम जिले के खोजनखेड़ा में 6 शवयात्राएं एक साथ निकाली गईं।
पिपलिया और सुरजना गांव से भी एक-एक अर्थी निकली।
उज्जैन और मंदसौर में 4 अन्य मृतकों का अंतिम संस्कार हुआ।
एक साथ छह चिताएं जलता देख ग्रामीणों की आंखों से आंसू झलक पड़े।

घायल बच्चे ने बताई घटना की दर्दनाक कहानी
घायल देवेंद्र गहलोत ने बताया – “हम उज्जैन के हराखेड़ी से आंतरी माता के दर्शन को जा रहे थे। अचानक बाइक वाला सामने से आ गया। टक्कर हुई और हम कुएं में गिर गए।
मैं बाहर निकलने की कोशिश कर रहा था, तभी एक व्यक्ति ने मुझे बाहर निकाला।”

प्रशासन और नेताओं की प्रतिक्रिया
डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी की।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मृतकों के परिवार को 4 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया।
मध्य प्रदेश के मंदसौर में हुई सड़क दुर्घटना में अनेक लोगों की मृत्यु का समाचार बहुत ही दुखद है। मैं मृतकों के परिवारजनों के प्रति गहन शोक संवेदना व्यक्त करती हूं तथा घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।
— President of India (@rashtrapatibhvn) April 27, 2025
Saddened by the loss of lives in an accident in Mandsaur, Madhya Pradesh. Condolences to those who have lost their loved ones. May the injured recover soon.
An ex-gratia of Rs. 2 lakh from PMNRF would be given to the next of kin of each deceased. The injured would be given Rs.…
— PMO India (@PMOIndia) April 27, 2025
मंदसौर जिले के नारायणगढ़ थाना क्षेत्र में हुए भीषण सड़क हादसे में गहरे कुएं में कार गिर जाने से बारह लोगों की असामयिक मृत्यु का दुखद समाचार मिला है। स्थानीय प्रशासन ने बचाव कार्य करते हुए हादसे में हुए घायलों को इलाज हेतु नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया है।
मुख्यमंत्री आर्थिक…
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) April 27, 2025
कुएं से कैसे निकाली गई वैन?
क्रेन की मदद से वैन को बाहर निकाला गया।
कुएं की 80 फीट गहराई और जहरीली गैस ने रेस्क्यू को मुश्किल बना दिया।

एसडीईआरएफ टीम ने शवों को बाहर निकाला।