Road Collapse In Bhopal: गुरुवार दोपहर भोपाल के एमपी नगर इलाके में अचानक एक सड़क धंस गई।
यहां मुख्य मार्ग पर करीब 8 फीट गहरा और 10 फीट चौड़ा गड्ढा बन गया।
ये घटना भोपाल के व्यस्ततम चौराहों में से एक बोर्ड ऑफिस चौराहे के पास हुई।
घटना तब हुई जब भारी बारिश के कारण सड़क का एक हिस्सा भरभराकर नीचे धंस गया।
अधिकारियों के मुताबिक, इस गड्ढे में एक छोटी कार आसानी से समा सकती थी।
सौभाग्य से, घटना के वक्त कोई वाहन वहां से नहीं गुजर रहा था, अन्यथा बड़ी दुर्घटना हो सकती थी।
अधिकारियों का कहना है कि लगातार बारिश और सीवेज लाइन के लीक होने के कारण यह हादसा हुआ।
ये कैसा विकास
इस घटना से हर कोई हैरान है क्योंकि इस घटना ने प्रदेश में विकास दावों की पोल खोल कर रख दी है।
जब प्रदेश की राजधानी का ही ये हाल है तो फिर गांव और कस्बों में तो क्या स्थिति होगी। ये कोई सोच भी नहीं सकता।

ट्रैफिक जाम और प्रशासन की कार्रवाई
यह सड़क शहर के सबसे व्यस्त रास्तों में से एक है, जिससे बोर्ड ऑफिस की ओर जाया जाता है।
घटना के बाद ट्रैफिक जाम लग गया।
एमपी नगर के एसडीएम एल.के. खरे मौके पर पहुंचे और गड्ढे के आसपास बैरिकेडिंग करवाई।
उन्होंने बताया कि यहां पुराने नाले की मिट्टी खिसकने से सड़क धंस गई।
भोपाल में बड़ा हादसा टला!
एमपी नगर की मुख्य सड़क बारिश के दौरान अचानक धंस गई। हर दिन हजारों लोग इसी रास्ते से गुजरते हैं, लेकिन खुशकिस्मती रही कि हादसे के वक्त वहां कोई राहगीर मौजूद नहीं था। #Bhopal #Mpnagar #सड़कधंसी #UrbanNegligence #BhopalRain #MPNews #MadhyaPradesh pic.twitter.com/uPxk1uZMZp— Vasu Chourey (@Vasu711) July 17, 2025
इस सड़क का रखरखाव पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) करता है, जिसे 2002 में सीपीए (राजधानी विकास प्राधिकरण) ने सौंपा था।
प्रशासन ने सड़क की मरम्मत का काम तुरंत शुरू करवाने का आश्वासन दिया।
कांग्रेस ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया, विरोध प्रदर्शन किया
इस घटना के बाद कांग्रेस नेता अभिनव बरोलिया ने गड्ढे के किनारे धरना देकर सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए।
उन्होंने कहा, “यह पीडब्ल्यूडी के भ्रष्टाचार का सबूत है। अगर कोई कार यहां से गुजरती, तो पूरा परिवार मौत के मुंह में जा सकता था।”

उन्होंने पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह से जवाब तलब किया।
वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया पर सड़क की तस्वीरें शेयर कर सरकार पर सवाल उठाए।
मुख्यमंत्री जी,
भोपाल में आपकी #PWD ने फिर “गौरव-पथ” से रूबरू करवा दिया है! यह गड्ढा भी 08 फीट का है! प्रगति की इस गति से प्रदेश स्तब्ध है!@DrMohanYadav51 pic.twitter.com/jjqr6VczqA— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) July 17, 2025
अधिकारियों का कहना है कि सड़क की मरम्मत जल्द पूरी कर ली जाएगी, लेकिन यह घटना शहर की बुनियादी ढांचे की खामियों को एक बार फिर उजागर करती है।
इससे पहले ग्वालियर शहर की चेतकपुरी रोड भी चर्चा का विषय बन गई थी। यहां बारिश के चलते 4 करोड़ रुपए की नई बनाई गई सड़क पर गुफानुमा गड्डे हो गए थे।
प्रदेश में मानसून का कहर
मध्यप्रदेश के कई जिलों में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है।
भोपाल, सतना, हरदा, मंदसौर और अन्य जिलों में जलभराव, सड़क धंसने और नदियों में उफान की घटनाएं सामने आई हैं।
भोपाल में सुबह से ही तेज बारिश हो रही है, जिससे कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है।
कामकाजी लोगों को ऑफिस पहुंचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में और अधिक बारिश की चेतावनी जारी की है।
सतना में कॉलेज परीक्षाएं स्थगित
लगातार हो रही बारिश के चलते सतना जिले के शासकीय स्वशासी महाविद्यालय में 17, 18 और 19 जुलाई को होने वाली परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं।
नए परीक्षा कार्यक्रम की जानकारी बाद में दी जाएगी।
इसके अलावा, सतना के मझगवां क्षेत्र में एक युवक की कार नदी के तेज बहाव में बह गई।
स्थानीय लोगों ने उसे सुरक्षित बचा लिया, लेकिन कार को निकालने के लिए जेसीबी और ट्रैक्टर की मदद लेनी पड़ी।
हरदा और मंदसौर में हादसे
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हरदा में एक पुलिसकर्मी की कार मटकुली नदी में बह गई। वह पुलिया पर पानी भरा होने के बावजूद वाहन निकालने की कोशिश कर रहा था। उसने समय रहते कार से कूदकर अपनी जान बचाई।
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मंदसौर में कुणाल सागर के पास पुलिया पर 2 फीट से अधिक पानी जमा हो गया है। पुलिस ने वहां गश्त लगाकर लोगों को पुलिया पार करने से रोका।
मऊगंज और चित्रकूट में हालात बिगड़े
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मऊगंज के ग्रामीण इलाकों में कई घरों में पानी घुस गया है। लोगों ने सुरक्षित स्थानों पर पलायन शुरू कर दिया है।
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चित्रकूट की प्रसिद्ध गुप्त गोदावरी गुफा में पानी का तेज बहाव होने के कारण पर्यटकों के लिए इसे बंद कर दिया गया है।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, अशोकनगर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना और सतना में अगले दो दिनों में साढ़े 4 इंच तक बारिश हो सकती है।
इस मानसून सीजन में प्रदेश में सामान्य से 67% अधिक बारिश दर्ज की गई है।
मध्यप्रदेश में जारी भारी बारिश ने कई जिलों में आपदा जैसे हालात पैदा कर दिए हैं।
प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा न करने की सलाह दी है।
अधिकारी मौसम की निगरानी कर रहे हैं और आपातकालीन सेवाएं सक्रिय हैं।