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बिहार के बाद MP में भी कटेंगे 50 लाख वोटर्स के नाम: कांग्रेस का बड़ा आरोप, देश भर में आंदोलन की चेतावनी

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Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 13 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

MP Congress On SIR Process: कांग्रेस पार्टी ने शनिवार को केंद्र की भाजपा सरकार और भारत निर्वाचन आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि SIR के नाम पर मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर हेराफेरी की जा रही है।

पार्टी ने इस प्रक्रिया को लोकतंत्र पर हमला बताया और देशव्यापी आंदोलन की घोषणा की।

कांग्रेस ने लगाए गंभीर आरोप

मध्य प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने 8 नवंबर को भोपाल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में SIR प्रक्रिया को लेकर गंभीर सवाल उठाए।

उन्होंने आरोप लगाया कि इस प्रक्रिया के तहत गरीब, वंचित और अल्पसंख्यक समुदायों के लाखों मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से गायब किए जा रहे हैं।

“बिहार में 62 लाख और MP में 50 लाख वोटरों के नाम काटे जाने की तैयारी”

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बिहार का उदाहरण देते हुए दावा किया कि वहां 62 लाख मतदाताओं के नाम सूची से हटा दिए गए हैं, जिनमें अधिकांश अल्पसंख्यक समुदाय के हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा इसे ‘घुसपैठ रोकने’ के नाम पर राजनीतिक फायदा उठाने के लिए कर रही है।

दिग्विजय ने कहा, “यूपीए सरकार ने 88 हजार घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें बाहर किया था, जबकि एनडीए सरकार 2014 से अब तक केवल 2400 लोगों की ही पहचान कर पाई है।”

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मध्य प्रदेश के संदर्भ में चेतावनी देते हुए कहा कि राज्य में 50 लाख से अधिक मतदाताओं के नाम काटे जाने की तैयारी है।

उन्होंने तीखा तंज कसते हुए कहा, “वोट चोरी अब अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंच गई है, ब्राजील के मॉडल भी अब हमारे देश के वोटर बन चुके हैं।”

“नागरिकता साबित करने का दबाव, चुनाव आयोग विफल”

कांग्रेस नेताओं ने SIR फॉर्म में नागरिकता से जुड़े दस्तावेज मांगे जाने पर भी आपत्ति जताई।

दिग्विजय सिंह ने कहा, “मतदाता सूची तैयार करना निर्वाचन आयोग की जिम्मेदारी है, न कि नागरिकों से नागरिकता साबित करने की मांग करना।”

उन्होंने कहा कि यह गरीब, बेघर और वंचित वर्गों के लिए बड़ा खतरा है।

उमंग सिंघार ने आरोप लगाया, “हर प्रदेश में लोकतंत्र को लूटा जा रहा है, चुनाव आयोग फेल हो चुका है। आयोग ने लंबे समय से राजनीतिक दलों के साथ बैठक तक नहीं की।”

कांग्रेस की मांगें और आंदोलन की रूपरेखा

इस मामले को लेकर कांग्रेस ने कई मांगें रखी और आंदोलन की योजना का ऐलान किया:

  • चुनाव की घोषणा होते ही मतदाता सूची को फ्रीज कर दिया जाए। न तो नाम जोड़े जाएं और न ही काटे जाएं।
  • मतदाता सूची मशीन-रीडेबल फॉर्मेट में उपलब्ध कराई जाए।
  • मतदाता सूची में नाम जोड़ने के लिए आधार कार्ड को मान्य दस्तावेज माना जाए।
  • देशव्यापी स्तर पर एक बड़ा आंदोलन चलाया जाएगा, जिसमें रामलीला मैदान में विशाल रैली आयोजित की जाएगी।
  • 5 करोड़ से अधिक हस्ताक्षर एकत्र कर राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा जाएगा।

इस प्रेस कॉन्फ्रेंस ने चुनावी महौल को और गर्मा दिया है और अब निर्वाचन आयोग का जवाब बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है।

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