MP Farmer Protest: मध्य प्रदेश के धार में किसानों ने अपनी मांगों को लेकर एक बड़ा आंदोलन शुरू किया है।
बड़वानी, धार, खरगोन और खंडवा जिले के लगभग 4 हजार किसानों ने धार के खलघाट में नेशनल हाईवे-52 को पूरी तरह जाम कर दिया है।
यह आंदोलन किसान महासंघ के नेतृत्व में चल रहा है और किसान लंबी लड़ाई के लिए तैयार दिख रहे हैं।
क्यों हो रहा है आंदोलन? किसानों की प्रमुख मांगें
किसानों की मुख्य मांगें इन 4 मुद्दों पर केंद्रित हैं।
- मक्का, सोयाबीन और मुख्य फसल कपास की सरकारी खरीदी पूर्व की योजना के अनुसार की जाए।
- सभी किसानों को ऋण मुक्त किया जाए और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी लागू की जाए।
- आदि गुरु शंकराचार्य के संकल्प के अनुसार गौ माता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिया जाए।
- केंद्र सरकार अपनी आयात-निर्यात नीति किसानों के हित में बनाए और दलहन, कपास तथा प्याज के निर्यात पर लगी रोक हटाई जाए।
किसान नेता सीताराम के मुताबिक, केंद्र सरकार ने 22 बड़े उद्योगपतियों का 11 लाख 41 हजार करोड़ रुपये का कर्ज़ माफ किया है, लेकिन किसानों का मात्र 9 हजार करोड़ रुपये का कर्ज माफ नहीं किया जा रहा।
उनका सवाल है, “उद्योगपतियों का कर्ज माफ तो हमारा क्यों नहीं?”
दूसरी बड़ी मांग न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को लेकर
किसान चाहते हैं कि सरकार सभी फसलों पर MSP की गारंटी कानून बनाए और उनकी उपज का उचित दाम सुनिश्चित करे।
किसानों का कहना है कि वे पिछले पांच महीनों से सरकार को अपनी समस्याएं बता रहे हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई।
VIDEO | Dhar: Farmers begin their protest at Khalghat under the Indian Kisan Mazdoor Mahasangh, demanding loan waivers and better Minimum Support Prices (MSP). Many farmers, along with tractors, reached Khalghat and blocked one lane of the Mumbai-Agra National Highway. Police… pic.twitter.com/g1KkM3GLIC
— Press Trust of India (@PTI_News) December 1, 2025
कंबल-राशन लेकर पहुंचे किसान
यह आंदोलन अचानक शुरू नहीं हुआ है। किसान महासंघ के पदाधिकारियों ने गांव-गांव जाकर किसानों को जुटाया था।
संगठन ने किसानों से कंबल, गर्म कपड़े, आटा, दाल और खाना बनाने के लिए लकड़ी-कंडे साथ लाने को कहा था, क्योंकि आंदोलन लंबा चल सकता है।
शनिवार को भोपाल में किसान नेताओं और कृषि मंत्री एंदल सिंह कंसाना के बीच हुई बातचीत भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी।
मंत्री ने मुख्यमंत्री के घर शादी का हवाला देकर आंदोलन टालने का अनुरोध किया, लेकिन किसानों ने इसे स्वीकार नहीं किया।

हजारों किसानों ने किया हाईवे जाम
सोमवार सुबह से किसान हाईवे के एक लेन पर बैठकर प्रदर्शन कर रहे थे।
लेकिन दोपहर करीब 12:15 बजे तक हज़ारों की संख्या में किसान हाईवे के बीचों-बीच आ गए और पूरी तरह से जाम लगा दिया।
पुलिस ने शुरुआत में एक लेन खोलकर ट्रैफिक शुरू करने की कोशिश की, लेकिन किसान नाराज होकर वाहनों के सामने आकर खड़े हो गए।
इसके बाद पुलिस को वाहनों को वापस लौटाना पड़ा।

प्रशासन की कार्रवाई
प्रशासन ने भारी पुलिस बल तैनात कर दिया है।
ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से पूरे इलाके पर नजर रखी जा रही है।
टोल प्लाजा के आसपास 500 मीटर के दायरे में प्रतिबंधात्मक आदेश लागू हैं और बड़े वाहनों का प्रवेश रोक दिया गया है।
यातायात को बड़वानी-खरगोन होते हुए डायवर्ट किया जा रहा है।
हालांकि, मनावर एसडीएम प्रमोद गुर्जर ने बताया कि किसान अभी शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं और पुलिस अधिकारी उन्हें समझाने की कोशिश कर रहे हैं।
#LIVE मध्यप्रदेश के 4 जिले बड़वानी, धार, खरगोन और खंडवा के किसान आंदोलन कर रहे हैं। हाईवे पर किसानों ने हनुमान चालीसा का पाठ किया।https://t.co/xVFmGhoB8S #MPNews #FarmersProtest #Dhar #HindiNews pic.twitter.com/b1FDeDv3zu
— Dainik Bhaskar (@DainikBhaskar) December 1, 2025
क्या होगा आगे?
किसान साफ कह रहे हैं कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे हटेंगे नहीं।
संगठन का कहना है कि और भी किसान आंदोलन में शामिल होने आ रहे हैं।
ऐसे में, यह आंदोलन अगले कुछ दिनों और हो सकता है।


