Inspector Ashish Sharma Martyr: नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए हॉक फोर्स इंस्पेक्टर आशीष शर्मा को गुरुवार, 20 नवंबर को उनके गृह जिले नरसिंहपुर के गांव बोहानी में अंतिम विदाई दी गई।
इस दुखद घटना में पूरा प्रदेश शोक में डूब गया है।
शहीद इंस्पेक्टर के अंतिम संस्कार में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सहित कई बड़े नेताओं और हजारों लोगों ने शिरकत कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
मध्यप्रदेश के लाल, अमर शहीद इंस्पेक्टर आशीष शर्मा जी के पैतृक गांव बोहानी, नरसिंहपुर पहुँचकर उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और शोकाकुल परिजनों को ढांढस बंधाया।
दुःख की इस घड़ी में सम्पूर्ण मध्यप्रदेश परिजनों के साथ खड़ा है। उनके शौर्य और बलिदान की… pic.twitter.com/iSWhPK2IOe
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) November 20, 2025
कैसे हुआ हमला
बुधवार को छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के सीमावर्ती इलाके में बोर तालाब के पास नक्सलियों के छिपे होने की खबर मिली थी।
इसके बाद तीनों राज्यों (मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़) की पुलिस की एक संयुक्त टीम ने ऑपरेशन चलाया।
ऑपरेशन के दौरान जंगल में सर्चिंग अभियान चल रहा था कि अचानक नक्सलियों ने घात लगाकर हमला कर दिया।
इस मुठभेड़ में टीम का नेतृत्व कर रहे इंस्पेक्टर आशीष शर्मा को गोली लग गई।
उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन जान बचाने के सभी प्रयास विफल रहे और डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
VIDEO | Narsinghpur: Madhya Pradesh Minister Prahlad Singh Patel meets the family of martyr Ashish Sharma, who lost his life in an encounter with Naxalites on November 19, 2025, at the tri-junction of Madhya Pradesh, Maharashtra, and Chhattisgarh.
(Full video available on PTI… pic.twitter.com/w1r4Z0DnhR
— Press Trust of India (@PTI_News) November 20, 2025
बालाघाट से शुरू हुआ अंतिम सफर
गुरुवार सुबह सबसे पहले बालाघाट में शहीद इंस्पेक्टर आशीष शर्मा की श्रद्धांजलि यात्रा निकाली गई।
इस दौरान हर किसी की आंखें नम थीं। शहीद के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था।
आखिरी सलामी देने के लिए भारी संख्या में लोग जुटे।
इसके बाद उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव बोहानी, नरसिंहपुर ले जाया गया।
Salute to the Braveheart!
Madhya Pradesh Hawk Force Inspector Ashish Sharma attained Veergati while fighting Naxalites near the MP-CG border today.
A two-time Gallantry Medal recipient and a true leader, he made the supreme sacrifice for the nation. Just earlier this year,… pic.twitter.com/GAZ27uKkvl
— News Spot (@newsspot_in) November 20, 2025
राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
नरसिंहपुर स्थित बोहानी गांव के मुक्तिधाम पर शहीद इंस्पेक्टर को राजकीय सम्मान दिया गया।
उनके पार्थिव शरीर को फूलों से सजे वाहन पर रखा गया और राष्ट्रीय ध्वज में लपेटा गया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और कैबिनेट मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल स्वयं शहीद की अर्थी को कंधा देकर चिता तक ले गए।
इस मौके पर मप्र कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार समेत कई लोग मौजूद रहे।
शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए लगभग 5000 से अधिक लोग जुटे।
VIDEO | Narsinghpur, Madhya Pradesh: The last rites of martyr Ashish Sharma are being performed today in his native village, Bohani, in Narsinghpur district.
Inspector Ashish Sharma of the MP Hawk Force was killed in an encounter with Naxalites on November 19, 2025, at the… pic.twitter.com/JJtYQvtXto
— Press Trust of India (@PTI_News) November 20, 2025
सीएम ने दी श्रद्धांजलि और की घोषणा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शहीद को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनकी बहादुरी और साहस हमेशा याद रखा जाएगा।
सीएम ने यह घोषणा भी की कि शहीद आशीष शर्मा के छोटे भाई को सरकारी नौकरी दी जाएगी।
साथ ही, परिवार को नियमानुसार हर संभव आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाएगी।
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ संयुक्त अभियान के दौरान नरसिंहपुर जिले के वीर जवान श्री आशीष शर्मा के वीरगति को प्राप्त होने का अत्यंत दुखद समाचार मिला है। इस शोक की घड़ी में सरकार शोकाकुल परिवार के साथ खड़ी है।
शहीद जवान के छोटे भाई को शासकीय सेवा में लिया जाएगा तथा परिवार को… pic.twitter.com/nYIcpv8b71
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) November 19, 2025
कौन थे शहीद इंस्पेक्टर आशीष शर्मा?
- इंस्पेक्टर आशीष शर्मा का जन्म 14 फरवरी 1994 को हुआ था।
- उन्होंने वर्ष 2016 में सब-इंस्पेक्टर के पद से अपनी पुलिस सेवा शुरू की थी।
- नक्सल विरोधी अभियानों में उनकी भूमिका अहम रही है।
- अपनी बहादुरी और उत्कृष्ट सेवा के लिए उन्हें आउट ऑफ टर्न प्रमोशन मिला था।
- उन्हें दो बार वीरता पदक (Gallantry Medal) से भी सम्मानित किया जा चुका था।
- फरवरी 2018 हॉक फोर्स बालाघाट में पदस्थापना
- 18 दिसंबर 2022 हर्राटोला मुठभेड़: 14 लाख के इनामी नक्सली गोडी को मार गिराने में सफलता
- 22 अप्रैल 2023 कवला मुठभेड़: 28 लाख की
- इनामी नक्सली एसीएम सुनीता और सरिता को मार गिराने में वीरतापूर्ण योगदान
- 21 फरवरी 2023 उपनिरीक्षक से निरीक्षक पद पर आउट ऑफ टर्न प्रमोशन
- 19 फरवरी 2025 रौंदा टोला मुठभेड़: 62 लाख की कुल इनामी नक्सली कमांडर आशा, एसीएम रंजीता, सरिता और लख्खे को मार गिराने में सफलता
- 19 नवंबर 2025 अंतिम अभियानः मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ पुलिस की संयुक्त टीम के साथ मुठभेड़, शहीद हुए।


