Saurabh Sharma Surrender: मध्य प्रदेश के करोड़पति पूर्व आरटीओ कांस्टेबल के सरेंडर को लेकर अब सवाल उठ रहे हैं।
पहले खबर थी कि सौरभ शर्मा ने 40 दिन की फरारी के बाद भोपाल की स्पेशल कोर्ट में सरेंडर किया है।
सोमवार को कोर्ट परिसर में करीब तीन घंटे तक असमंजस की स्थिति बनी रही।
सौरभ के वकील राकेश पाराशर ने दावा किया कि उन्होंने सौरभ को स्पेशल कोर्ट में सरेंडर कराया है।
हालांकि, लोकायुक्त पुलिस ने इस दावे को खारिज कर दिया।
फिलहाल, सौरभ कहां है इस पर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है।
सौरभ का सरेंडर, तीन घंटे चला हाई वोल्टेज ड्रामा
सोमवार को पूर्व आरटीओ कांस्टेबल सौरभ शर्मा को लेकर करीब तीन घंटे हाई वोल्टेज ड्रामा चला।
पहले दोपहर 2 बजे खबर आई कि सौरभ ने अपने वकील राकेश पाराशर के साथ दोपहर 1 बजे कोर्ट में आरोपी ने सरेंडर कर दिया है।
फिर 2:30 बजे लोकायुक्त डीजी जयदीप प्रसाद ने बताया कि सौरभ के सरेंडर के लिए आवेदन दिए जाने की जानकारी मिली है।
वहीं, वकील राकेश पाराशर ने कहा कि उन्होंने सौरभ को कोर्ट में छोड़ दिया था।
इसके बाद 3 के आस-पास लोकायुक्त डीएसपी वीरेंद्र सिंह ने कोर्ट पहुंचकर कहा कि थोड़ा इंतजार कीजिए, सब स्पष्ट हो जाएगा।
लेकिन, 4 बजे तक सौरभ शर्मा के कोर्ट में उपस्थित होने की कोई पुष्टि नहीं हुई।
जिसके बाद से उनकी गिरफ्तारी सवालों के घेरे में आ गई।
जहां वकील का दावा है कि सौरभ ने सरेंडर किया है।
वहीं लोकायुक्त पुलिस और ईडी ने इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
9 दिन में तीन एजेंसियों ने मारे थे छापे, दुबई में छिपा था आरोपी
पिछले 9 दिनों में तीन एजेंसियां ED, लोकायुक्त और आयकर विभाग ने सौरभ शर्मा के ठिकानों पर छापेमारी की थी।
भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में हुई इन कार्रवाईयों में कुल 93 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का पता चला है।
लोकायुक्त की टीम ने छापेमारी के दौरान सौरभ शर्मा की कार से 52 किलोग्राम सोना और 11 करोड़ रुपये कैश बरामद किया था।
इसके साथ ही बैंक खातों और अन्य निवेशों की जांच में 6 करोड़ रुपये की एफडी और 23 करोड़ रुपये की संपत्तियों का खुलासा हुआ।
लोकायुक्त की रिपोर्ट के अनुसार छापेमारी के समय सौरभ शर्मा दुबई में था।
उसके दुबई में होने की पुष्टि के बाद जांच एजेंसियों ने लगातार दबिश दी।
बता दें 19 दिसंबर 2024 को लोकायुक्त की टीम की छापेमापरी के बाद से ही सौरभ शर्मा फरार चल रहा था।
सहयोगियों के ठिकानों पर भी कार्रवाई, कानूनी प्रक्रिया जारी
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 27 दिसंबर को सौरभ शर्मा के सहयोगियों चेतन सिंह गौर, शरद जायसवाल और रोहित तिवारी के ठिकानों पर भी छापे मारे थे।
जांच के दौरान सौरभ के परिवार और दोस्तों के खातों में 4 करोड़ रुपये का बैंक बैलेंस पाया गया।
इसके अलावा कई कंपनियों और फर्मों के जरिए बड़े निवेश का खुलासा हुआ।
93 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति और घोटाले से जुड़े अन्य पहलुओं पर अभी भी जांच जारी है।
सौरभ शर्मा का मामला करोड़ों की अवैध संपत्ति और भ्रष्टाचार से जुड़ा हुआ है।
उनके फरार होने के बाद से लोकायुक्त और ईडी की टीमें लगातार कार्रवाई कर रही हैं।
सोमवार को पहले खबर आई की उन्होंने सरेंडर किया, फिर बाद में इस पूरे मामले में एक नया मोड़ आ गया।
फिलहाल, यह स्पष्ट नहीं है कि सौरभ शर्मा ने वास्तव में सरेंडर किया है या नहीं।
खबरों के मुताबिक, लोकायुक्त और ईडी दोनों ही सौरभ शर्मा की तलाश में जुटे हैं।