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उज्जैन रचेगा इतिहास: नवरात्रि में 25,000 कन्याओं का एक साथ पूजन, 5000 स्वयंसेवक रहेंगे तैनात

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Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 13 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

Ujjain Kanya Pujan Navratri: नवरात्रि का पावन पर्व देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है।

इसी कड़ी में मध्य प्रदेश के धार्मिक नगरी उज्जैन में एक ऐसा ऐतिहासिक और अभूतपूर्व आयोजन तैयारी के अंतिम चरण में है, जो न केवल एक रिकॉर्ड बनाएगा बल्कि कन्या सम्मान का एक शक्तिशाली संदेश भी पूरे देश को देगा।

28 सितंबर, रविवार को उज्जैन शहर में एक साथ 25,000 कन्याओं का पूजन किया जाएगा।

इस बड़े आयोजन की जानकारी देते हुए भाजपा विधायक अनिल जैन ने बताया कि यह मध्य प्रदेश का अब तक का सबसे बड़ा कन्या पूजन कार्यक्रम होगा।

इसकी तैयारियां पिछले छह महीनों से चल रही हैं ताकि हर पहलू को बेहतरीन तरीके से व्यवस्थित किया जा सके।

कार्यक्रम का समय और स्थान

यह विशाल कन्या पूजन कार्यक्रम 28 सितंबर को सुबह 9:30 बजे से 11:30 बजे तक चलेगा।

खास बात यह है कि यह पूजन सिर्फ एक जगह न होकर पूरे उज्जैन शहर में फैले 121 अलग-अलग स्थानों पर एक साथ आयोजित किया जाएगा।

इन स्थानों में धर्मशालाएं, बड़े भवन और अन्य सार्वजनिक स्थल शामिल हैं, जिनका चयन स्थानीय लोगों ने सुविधा के अनुसार किया है।

मौसम की अनिश्चितता को देखते हुए बारिश की स्थिति में वैकल्पिक व्यवस्था भी तैयार की गई है।

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किन कन्याओं का होगा पूजन?

  • इस आयोजन में 13 वर्ष तक की आयु की कन्याओं को आमंत्रित किया गया है।
  • उनके पंजीयन की प्रक्रिया 15 अप्रैल से 30 जुलाई के बीच पूरी की जा चुकी है।
  • विधायक अनिल जैन ने जोर देकर कहा कि पंजीयन के दौरान कन्याओं की गोपनीयता का पूरा ध्यान रखा गया।
  • किसी भी कन्या का नाम सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है, सिर्फ माता-पिता की जानकारी और कन्याओं की कुल संख्या का रिकॉर्ड रखा गया है।
  • पंजीयन कराने वाली प्रत्येक कन्या को एक प्रवेशिका और एक आमंत्रण पत्र भी दिया गया है।

कौन-कौन शामिल होगा?

यह आयोजन अपने आप में बेहद खास इसलिए भी है क्योंकि इसमें राज्य के बड़े जनप्रतिनिधि और धार्मिक नेता शिरकत करेंगे।

अनिल जैन के मुताबिक, इस कार्यक्रम में 30 विधायक, 10 सांसद, 5 केंद्रीय और राज्य मंत्री तथा लगभग 50 साधु-संत विशेष अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के भी इस कार्यक्रम में शामिल होने की संभावना है।

यह सभी अतिथि अलग-अलग स्थानों पर जाकर कन्याओं का पूजन करेंगे।

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व्यवस्था में जुटेंगे 5,000 से ज्यादा स्वयंसेवक

इतने बड़े पैमाने पर आयोजन को सुचारू और सुरक्षित बनाने के लिए व्यवस्था का मजबूत होना जरूरी है।

इसके लिए 5,000 से अधिक स्वयंसेवकों (वॉलंटियर्स) को तैनात किया जाएगा।

इनमें भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ-साथ विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोग शामिल हैं, जो स्वेच्छा से इस पुनीत कार्य में अपना योगदान दे रहे हैं।

ये स्वयंसेवक 121 स्थानों पर भोजन, बैठने की व्यवस्था और सुरक्षा जैसे पहलुओं का ध्यान रखेंगे।

आयोजन का उद्देश्य और संदेश

विधायक अनिल जैन ने स्पष्ट किया कि इस कार्यक्रम को किसी राजनीतिक नजरिए से नहीं देखा जाना चाहिए।

सभी अतिथियों से अनुरोध किया गया है कि वे केवल कन्या पूजन के धार्मिक और सामाजिक महत्व पर ही प्रकाश डालें।

नवरात्रि में कन्या पूजन का विशेष महत्व है।

मान्यता है कि कन्याओं में देवी का स्वरूप निवास करता है और उनका पूजन करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं।

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यह आयोजन सिर्फ एक रिकॉर्ड बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका मुख्य उद्देश्य समाज में कन्या के सम्मान और उनके महत्व का संदेश देना है।

उज्जैन की यह पहल देश के अन्य हिस्सों के लिए भी एक मिसाल बन सकती है, जो धार्मिक आयोजनों के माध्यम से सामाजिक जागरूकता फैलाने का एक बेहतरीन तरीका है।

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