MP Cold Wave Alert: मध्य प्रदेश में इस समय कड़ाके की ठंड पड़ रही है।
राज्य के कई हिस्सों में पारा 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है।
मौसम विभाग ने 21 जिलों के लिए शीतलहर की चेतावनी जारी की है।
भोपाल समेत कई शहरों में लगातार सातवें दिन भी शीतलहर चल रही है।
क्यों बढ़ रही है ठंड?
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं ने प्रदेश के मौसम को और ठंडा कर दिया है।
हिमालयी क्षेत्रों में हाल ही में हुई बर्फबारी और राजस्थान के आसपास बने चक्रवात ने ठंडी हवाओं का रुख मध्य प्रदेश की ओर मोड़ दिया है।
यह हवा राजस्थान के रेगिस्तानी इलाकों से गुजरकर और भी ठंडी हो गई है, जिसके कारण भोपाल और इंदौर जैसे शहरों में पारा तेजी से गिर गया है।
किन इलाकों में सबसे ज्यादा ठंड?
राजगढ़ में शुक्रवार-शनिवार की रात में मौसम सबसे ठंडा रहा, जहां तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
शहडोल में 7.2 डिग्री, शिवपुरी में 8 डिग्री और भोपाल में 8 डिग्री तापमान रहा।
मौसम विभाग के मुताबिक, प्रदेश के 15 शहरों का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चल रहा है।
कब तक रहेगी शीतलहर?
मौसम विभाग ने 16 नवंबर के लिए भी कोल्ड वेव का अलर्ट जारी किया है।
हालांकि, 17 नवंबर से स्थिति में सुधार होने की उम्मीद है।
विभाग का कहना है कि इसके बाद शीतलहर से थोड़ी राहत मिल सकती है, लेकिन सुबह-शाम की सर्दी कम होने की संभावना नहीं है।
पचमढ़ी में दिखे मौसम के दो रंग
प्रदेश के एकमात्र हिल स्टेशन पचमढ़ी में मौसम के दो रंग देखने को मिल रहे हैं।
यहां रात का तापमान अन्य शहरों के मुकाबले कम ठंडा है, लेकिन दिन के तापमान में तेज गिरावट दर्ज की जा रही है।
शुक्रवार को पचमढ़ी का अधिकतम तापमान 23 डिग्री और न्यूनतम तापमान 14.2 डिग्री दर्ज किया गया।
नवंबर में क्यों दिसंबर जैसी ठंड?
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, पिछले 10 सालों से नवंबर में ठंड के साथ बारिश का ट्रेंड चल रहा है।
इस बार भी कुछ ऐसा ही मौसम देखने को मिल रहा है।
अक्टूबर में ही सामान्य से 121% अधिक बारिश दर्ज की गई थी।
भोपाल में 30 अक्टूबर को अधिकतम तापमान 24 डिग्री रहा, जो पिछले 25 साल में अक्टूबर का सबसे ठंडा दिन था।
इस तरह, नवंबर के महीने में ही दिसंबर जैसी ठंड का अहसास हो रहा है।


