MPPSC Recruitment 2024: मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) ने असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा 2024 के लिए अधिसूचना जारी की है।
1930 पदों पर होने वाली भर्तियां के लिए 27 फरवरी से आवेदन शुरू होंगे और परीक्षा दो चरणों में आयोजित होगी।
1930 पदों पर भर्तियां, आवेदन 27 फरवरी से शुरू
MPPSC ने सरकारी कॉलेजों में रिक्त सहायक प्राध्यापक, खेल अधिकारी और ग्रंथपाल पदों पर भर्तियां निकाली है।
इसके लिए साल के अंतिम दिन 31 दिसंबर 2024 को आयोग ने अधिसूचना जारी की।
सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा 2024 के तहत कुल 1930 पदों पर भर्ती की जाएगी।
इसके अतिरिक्त 187 खेल अधिकारी और 80 ग्रंथपाल के पद भी शामिल हैं।
आयोग ने सहायक प्राध्यापक के लिए आवेदन की प्रक्रिया 27 फरवरी से शुरू होगी।
उम्मीदवार अपना रजिस्ट्रेशन 26 मार्च तक करवा सकेंगे।
वहीं परीक्षा 1 जून 2025 और 27 जुलाई 2025 को आयोजित होगी।
वहीं चयन प्रक्रिया में लिखित परीक्षा और साक्षात्कार शामिल होंगे।
रिक्त पदों का विवरण और परीक्षा प्रक्रिया
सहायक प्राध्यापक पदों के लिए 26 विषयों में भर्तियां होंगी।
इनमें विज्ञान विषयों (केमेस्ट्री, बॉटनी, जूलॉजी, फिजिक्स) में सबसे अधिक पद हैं।
गणित, वाणिज्य, हिन्दी, अंग्रेजी और भूगोल जैसे विषयों में भी 100 से अधिक पद हैं।
वहीं, मराठी, उर्दू, संस्कृत साहित्य, म्यूजिक जैसे विषयों में सबसे कम पद रखे गए हैं।
अधिकारियों के मुताबिक परीक्षा दो चरणों में करवाई जाएगी।
प्रदेशभर में 580 से ज्यादा सरकारी कालेज है, जिसमें शिक्षकों की भारी कमी है।
इन दिन प्रदेश सरकार रिक्त पदों को भरने में लगी है।
दूसरी ओर MPPSC ने सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा 2022 तीन चरण में संपन्न करवाई थी।
36 विषयों में 1646 पद रखे गए थे, आयोग ने इनका परिणाम जारी कर दिया है।
इन दिनों साक्षात्कार के लिए चयनित उम्मीदवारों को बुलाया जा रहा है।
जनवरी में भी हिन्दी और गृह विज्ञान विषय में चयनित उम्मीदवारों के साक्षात्कार होना है।
अखिल भारतीय बार परीक्षा-19 की आंसर की जारी
बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित अखिल भारतीय बार परीक्षा-19 की आंसर की भी जारी हो गई है।
परीक्षार्थी 10 जनवरी तक ऑनलाइन आपत्तियां दर्ज करा सकते हैं।
आपत्ति के लिए 500 रुपये शुल्क निर्धारित किया गया है।
आपत्ति सही पाए जाने पर यह राशि आपत्तिकर्ता को लौटा दी जाएगी।
परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए सामान्य और अन्य पिछड़ा वर्ग के परीक्षार्थियों को न्यूनतम 45 और अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के परीक्षार्थियों को न्यूनतम 40 प्रतिशत अंक लाना होते हैं।
इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने के बाद ही राज्य अधिवक्ता परिषद द्वारा अधिवक्ता को स्थाई सनद जारी की जाती है।