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माउंट आबू में शुरू हुआ राष्ट्रीय मीडिया महासम्मेलन, 1500 से अधिक पत्रकार हुए शामिल

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Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 13 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

आबूरोड (राजस्थान)। ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के मीडिया विंग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय मीडिया महासम्मेलन का राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागड़े ने शुभारंभ किया।

इसमें देशभर से प्रिंट, इलेक्ट्रानिक, रेडियाे और वेब मीडिया से जुड़े 1500 से अधिक पत्रकार, संपादक और संवाददाता भाग ले रहे हैं।

चार दिन तक चलने वाले इस महासम्मेलन में शांति, एकता और विश्वास विषय पर विमर्श किया जाएगा।

राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने कहा कि समाज में शांति, एकता और विश्वास को बढ़ावा देने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है।

मीडिया लोकतंत्र की जड़ों को सींचकर सदा हरा रखने का कार्य करता है।

भारत के लोगों के रक्त में ही लोकतंत्र है। चन्द्रगुप्त के राज्य में पाटलिपुत्र में नगर पंचायत में 30 सदस्य चुनकर आते थे।

मैंने इसके बारे में पूर्व प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू जी की किताब भारत एक खोज में पढ़ा।

लोकतंत्र में जो चुनकर आते हैं, जाति के आधार पर नहीं, विचार और देशहित के आधार पर चुनाव लड़े तो लोकतंत्र और मजबूत होगा। मीडिया को इस पर फोकस करना चाहिए।

राज्यपाल ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज़ एक आध्यात्मिक विश्वविद्यालय है।

प्राचीन भारतीय संस्कृति ज्ञान का प्रचार-प्रसार करता रहा है। ब्रह्माकुमारीज़ संस्था महत्वपूर्ण कार्य कर रही है।

संस्था नशामुक्ति, पर्यावरण जागरण, अंधविश्वास दूर करने का भी काम कर रही है।

ब्रह्माकुमारीज़ संस्कृति बचाने का कार्य कर रही है।

शांति हम सबका स्वधर्म बने -मोहिनी दीदी

ब्रह्माकुमारीज़ की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके मोहिनी दीदी ने कहा कि हमारा उद्देश्य अपनी संस्था का प्रचार करना नहीं है, हम चाहते हैं कि पत्रकारों के मन को शांति मिले।

हिंसा, स्वार्थ बढ़ रहा है। होनी तो ‘पीस’ चाहिए पर अब ‘पीसेस’ हो रहे हैं।

हमारी भावना है कि पत्रकारों को शांति, ज्ञान, सुख दें। शांति हम सबका स्वधर्म है। शांति के सागर हमारे पिता हैं। हमें इसका अभ्यास करना है, ये हमारा स्वभाव बन जाएगा।

मीडिया लिख रहा है दैनिक इतिहास –

प्रोफेसर संजय द्विवेदी माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय में जनसंचार विभागाध्यक्ष प्रो. संजय द्विवेदी ने कहा कि पत्रकार देश की सामाजिक, सांस्कृतिक चेतना के वाहक हैं।

मीडिया ही देश का दैनिक इतिहास लिख रहा है। भारत को देखने की आंखें पत्रकार ही हैं।

ये कोशिश है कि जनसंवाद से जुड़े लोग मिलें, विचार करें। हम डिजिटल समय में हैं, जहां रोज नया कंटेंट रचा जा रहा है।

आज सामान्य व्यक्ति को भी अभिव्यक्ति का मंच मिला हुआ है, लेकिन ये बहुत बड़ी जिम्मेदारी है।

नकारात्मक, हेट, फेक न्यूज व ट्रोलिंग के दौर में आपका कंटेंट रचनात्मक होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि हमें कंटेंट क्रियेटर के साथ कंटेंट रिफार्मर भी बनना है।

ब्रह्माकुमारीज़ के प्रयासों को पूरे विश्व में फैलाएं-

कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय रायपुर के पूर्व कुलपति प्रो. डॉ. मानसिंह परमार ने कहा कि आज विश्व को शांति की जरूरत है, शांति से एकता होती है और विश्वास जन्म लेता है।

आज ब्रम्हकुमारीज की शिक्षा व प्रयासों को विश्व में फैलाने की जरूरत है।

कार्यक्रम को ब्रह्माकुमारीज़ मीडिया विंग के अध्यक्ष बीके करुणा भाई, मीडिया विंग की उपाध्यक्ष बीके सरला दीदी, मीडिया विंग के राष्ट्रीय संयोजक बीके शांतनु भाई,डॉ. सोहिनी शास्त्री (राष्ट्रपति पदक प्राप्त ज्योतिषी और लाइफ कोच) और डॉ. अजित पाठक (अध्यक्ष,पब्लिक रिलेशन्स सोसाइटी ऑफ इंडिया ने भी संबोधित किया।

जयपुर की जोनल कोऑर्डिनेटरों बीके चन्द्रकला दीदी ने संचालन किया।

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