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नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के शक में ग्रामीण को उतारा मौत के घाट

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Manish Kumar
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मनीष आधुनिक पत्रकारिता के इस डिजिटल माध्यम को अच्छी तरह समझते हैं। इसके पीछे उनका करीब 16 वर्ष का अनुभव ही वजह है। वे दैनिक भास्कर, नईदुनिया जैसे संस्थानों की वेबसाइट में काफ़ी समय तक अपनी सेवाएं दे चुके हैं। देशगांव डॉट कॉम और न्यूज निब (शॉर्ट न्यूज ऐप) की मुख्य टीम का हिस्सा रहे। मनीष फैक्ट चैकिंग में निपुण हैं। वे गूगल न्यूज इनिशिएटिव व डाटालीड्स के संयुक्त कार्यक्रम फैक्टशाला के सर्टिफाइट फैक्ट चेकर व ट्रेनर हैं। भोपाल के माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर चुके मनीष मानते हैं कि गांव और शहर की खबरों को जोड़ने के लिए मीडिया में माध्यमों की लगातार ज़रूरत है।

Naxals Killed Villager: बीजापुर। छत्‍तीसगढ़ के बस्‍तर में सुरक्षाबलों के नक्‍सली विरोधी अभियान (Anti Naxal Operation) से बौखलाए हुए नक्‍सलियों ने बीजापुर जिले में एक कायराना करतूत को अंजाम दिया है।

नक्‍सलियों ने गंगालूर थाना क्षेत्र के पूसनार गांव में शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात लांचा पूनेम नाम एक बुजुर्ग जमींदार की धारदार हथियार से हत्या कर दी है।

इतना ही नहीं, नक्सलियों ने बुजुर्ग जमींदार की हत्या के बाद एक पर्चा भी फेंका।

इसमें कहा गया है कि जमींदार को जनअदालत में बार-बार समझाया गया था कि वह पुलिस की मुखबिरी न करे।

लेकिन, इसके बावजूद जमींदार ने लगातार पुलिस को सूचनाएं दीं, जिसके चलते उसे मौत की सजा दी गई है।

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naxals letter

Naxals Killed Villager: इस हत्या की जिम्मेदारी नक्सलियों की गंगालूर एरिया कमेटी ने ली है।

पर्चे में नक्सलियों ने अपने निर्णय का औचित्य बताते हुए जमींदार की हत्या को सही ठहराया है।

हत्या की इस घटना के बाद से पूसनार गांव और आस-पास के क्षेत्रों में दहशत का माहौल है।

Naxalites killed villager in Bijapur

 

दूसरी ओर, खबर लिखे जाने तक इस घटना की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हो पाई थी।

घटना के संबंध में अभी तक पुलिस की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

गंगालूर थाना की पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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