Neet Exam In Candle Light: NEET UG Exam 2025 के दौरान इंदौर के कई परीक्षा केंद्रों पर बिजली चली गई, जिससे छात्रों को मोमबत्ती और इमरजेंसी लाइट की रोशनी में परीक्षा देनी पड़ी।
मौसम खराब होने और अचानक बारिश शुरू होने के कारण कई सेंटर्स पर बिजली व्यवस्था चरमरा गई।
इससे परेशान होकर छात्रों और अभिभावकों ने विरोध प्रदर्शन किया और पुनः परीक्षा आयोजित करने की मांग की।
न जनरेटर, न इनवर्टर, अंधेरे में करना पड़ा पेपर
रविवार 4 मई को आयोजित NEET UG 2025 परीक्षा के दौरान इंदौर के कई केंद्रों पर बिजली कट गई।
कुछ जगहों पर जनरेटर या इनवर्टर की व्यवस्था नहीं थी, जिससे छात्रों को अंधेरे में पेपर हल करना पड़ा।

- स्कीम 78, पीएमश्री सेंट्रल स्कूल, मूसाखेड़ी और मालवा कन्या स्कूल जैसे केंद्रों पर स्थिति सबसे ज्यादा खराब रही।
- पीएमश्री सेंट्रल स्कूल में 600 छात्रों के लिए सिर्फ एक मोमबत्ती जलाई गई, जिससे वे प्रश्नों को ठीक से नहीं पढ़ पाए।
- स्कीम 78 के स्कूल में बिजली बार-बार गई और इमरजेंसी लाइट भी ज्यादा देर तक नहीं चली।
- कई छात्रों ने बताया कि अंधेरे के कारण वे पूरा पेपर नहीं हल कर पाए और रोते हुए परीक्षा केंद्र से बाहर आए।
छात्रों और अभिभावकों ने किया विरोध
परीक्षा खत्म होने के बाद कई छात्रों और उनके माता-पिता ने प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
उनका कहना था कि बिजली की समस्या के कारण उनका पेपर खराब हो गया और उन्हें दोबारा परीक्षा देने का मौका दिया जाना चाहिए।
एक छात्रा किंजल गुप्ता ने बताया – “हमारे हॉल में सिर्फ एक मोमबत्ती थी, जिसकी रोशनी में पेपर पढ़ना मुश्किल था। कई प्रश्न छूट गए क्योंकि समय नहीं मिला।”

प्रशासन की प्रतिक्रिया
इंदौर के कलेक्टर आशीष सिंह ने स्वीकार किया कि कुछ केंद्रों पर बिजली और बैकअप की व्यवस्था ठीक नहीं थी।
उन्होंने कहा – “मौसम अचानक खराब हो गया था, जिससे बिजली कट गई। भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचने के लिए बेहतर इंतजाम किए जाएंगे।”
हालांकि, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
कांग्रेस ने उठाए सवाल
इस मुद्दे को लेकर एमपी कांग्रेस ने बीजेपी सरकार को घेरा है और कई सवाल उठाए हैं।
इंदौर जैसे स्मार्ट सिटी कहे जाने वाले शहर में NEET जैसी देश की सबसे बड़ी मेडिकल परीक्षा मोमबत्ती की रोशनी में!
लाखों बच्चों का भविष्य दांव पर हैं और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।जिस परीक्षा के लिए छात्र वर्षों तक मेहनत करते हैं, वहां उन्हें अंधेरे में बैठकर पेपर देना पड़ा—यह…
— Umang Singhar (@UmangSinghar) May 5, 2025
इंदौर में NEET परीक्षा के दौरान घंटों बिजली गुल!
ना इनवर्टर, ना जनरेटर, सरकार और प्रशासन सोता रहा और छात्र अंधेरे में जूझते रहे!यह सिर्फ लापरवाही नहीं, बच्चों के भविष्य के साथ अपराध भी है! मोहन सरकार में परीक्षा के दिन भी बिजली का भरोसा नहीं है!
• NEET परीक्षा दे रहे बच्चों… pic.twitter.com/VSzRQLIWX2
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) May 5, 2025
यह है मोहन सरकार की “व्यवस्थाएं” जहां कड़ी मेहनत करने वाले विद्यार्थी “सिस्टम” की नाकामी से आंसू बहाने को मजबूर होते हैं!
• कहने को #इंदौर महानगर है, मगर परीक्षा सेंटरों पर बिजली घंटों गुल रही, ना इनवर्टर मिला ना जनरेटर!
• नीट यूजी परीक्षा में शामिल हुए बच्चों के भविष्य से यह… pic.twitter.com/5ajea6ic6R
— MP Congress (@INCMP) May 5, 2025
NEET 2025 में और क्या हुआ?
- इस बार 22.7 लाख छात्रों ने परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था, जिनमें से 20.8 लाख ने परीक्षा दी।
- कुछ जगहों पर ड्रेस कोड और देर से पहुंचने को लेकर शिकायतें मिलीं।
- NTA ने 106 टेलीग्राम और 16 इंस्टाग्राम चैनल्स पर कार्रवाई की, जो फर्जी पेपर बेचने का दावा कर रहे थे।
- कर्नाटक के कलबुर्गी में कुछ छात्रों ने परीक्षा से पहले जनेऊ उतरवाने का विरोध किया।
छात्रों और अभिभावकों की मांग
छात्रों और अभिभावकों की मांग है कि जिन केंद्रों पर बिजली कटने की वजह से परीक्षा प्रभावित हुई, वहां री-एग्जाम कराई जाए या मुआवजा दिया जाए।
अब देखना होगा कि NTA और सरकार इस मामले में क्या कदम उठाती है।