HomeTrending Newsनेपाल में ऐतिहासिक विद्रोह: सोशल मीडिया BAN और भ्रष्टाचार के खिलाफ सड़क...

नेपाल में ऐतिहासिक विद्रोह: सोशल मीडिया BAN और भ्रष्टाचार के खिलाफ सड़क पर उतरे हजारों Gen-Z

और पढ़ें

Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 13 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

Nepal Gen-Z Protest: नेपाल की राजधानी काठमांडू में सोमवार, 8 सितंबर का दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया।

यहां हज़ारों की संख्या में नौजवान सड़कों पर उतरे और उन्होंने भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के खिलाफ जिस तरह से आवाज़ बुलंद की।

यह आंदोलन ‘जेनरेशन जेड’ यानी 18 से 30 साल के युवाओं का है, जो अपना भविष्य बचाने के लिए लड़ रहे हैं।

प्रदर्शन इतना बड़ा था कि प्रदर्शनकारी संसद के अंदर तक घुस गए, जो नेपाल के इतिहास में पहली बार हुआ है।

इस उग्र प्रदर्शन को काबू में करने के लिए प्रशासन ने कर्फ्यू लगा दिया और पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछार (वाटर कैनन) का इस्तेमाल किया।

क्यों भड़का युवाओं का गुस्सा? दो बड़े मुद्दे…

सोशल मीडिया पर प्रतिबंध:

नेपाल सरकार ने 3 सितंबर को एक अहम फैसला लेते हुए फेसबुक, इंस्टाग्राम, X (ट्विटर), यूट्यूब, व्हाट्सऐप और रेडिट समेत कुल 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर प्रतिबंध लगा दिया।

सरकार का कहना था कि इन प्लेटफॉर्म्स ने नए दिशा-निर्देशों के तहत देश में अपना पंजीकरण नहीं कराया है।

नियम के मुताबिक, इन कंपनियों को नेपाल में एक कार्यालय खोलना, सरकार के सामने पंजीकरण कराना और ऑनलाइन गड़बड़ी रोकने के लिए एक व्यवस्था बनानी थी।

हालांकि, युवाओं का मानना है कि यह प्रतिबंध उनकी अभिव्यक्ति की आज़ादी को दबाने का एक तरीका है।

उनका कहना है कि सरकार भ्रष्टाचार और अपनी नाकामियों पर उठ रही आवाज़ों को रोकना चाहती है।

बढ़ता भ्रष्टाचार और बेरोजगारी:

प्रदर्शनकारी युवाओं का सबसे बड़ा सवाल यह है कि देश का पैसा और उनकी मेहनत की कमाई रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार में क्यों डूब जाती है?

वे पूछ रहे हैंं कि देश में नौकरियां क्यों नहीं हैं, जिसकी वजह से हज़ारों नेपाली युवा विदेशों में मजदूरी करने को मजबूर हैं?

उनका आरोप है कि देश के नेताओं के बच्चे महंगी गाड़ियों में घूमते हैं, जबकि एक आम युवा 25-30 हज़ार रुपये की नौकरी के लिए भी मोहताज है।

संसद के अंदर घुसे प्रदर्शनकारी

यह प्रदर्शन ‘हामी नेपाल’ नाम के समूह द्वारा आयोजित किया गया था, जिसे अनुमति भी मिली हुई थी।

शुरुआत में शांतिपूर्ण रैली जल्द ही एक बड़े उग्र विद्रोह में बदल गई।

हज़ारों की संख्या में युवा संसद भवन की तरफ बढ़े और गेट नंबर 1 और 2 पर उन्होंने कब्जा कर लिया।

कुछ प्रदर्शनकारी संसद के अंदर तक पहुंच गए।

पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे

हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे, वाटर कैनन चलाया और यहां तक कि हवा में फायरिंग भी की। दुर्भाग्य से इन झड़पों में एक प्रदर्शनकारी की मौत की खबर है और कई लोग घायल हुए हैं।

सुरक्षा के लिए सेना को भी तैनात किया गया है।

काठमांडू जिला प्रशासन ने संसद भवन, राष्ट्रपति भवन, उपराष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री आवास के आस-पास के इलाकों में दोपहर 12:30 बजे से रात 10:00 बजे तक कर्फ्यू लगा दिया है।

Nepal protest, Nepal social media ban, Gen-Z Nepal, Nepal youth movement, Kathmandu curfew, KP Sharma Oli, Nepal parliament protest, corruption protest, Nepal news, Gen-Z protest, Nepal Gen-Z Protest, Kathmandu, Nepal parliament, social media ban
Nepal Gen-Z Protest

देश-विदेश से मिल रहा है समर्थन

इस आंदोलन को देश और विदेश दोनों जगह के नेपालियों का समर्थन मिल रहा है।

काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह ने भी युवाओं के साथ एकजुटता जताई है।

उन्होंने कहा कि भले ही उम्र की वजह से वह प्रदर्शन में शामिल नहीं हो सकते, लेकिन युवाओं की आवाज सुनी जानी चाहिए।

विदेशों में रह रहे नेपाली युवाओं ने चेतावनी दी है कि अगर भ्रष्टाचार और असमानता ऐसे ही बनी रही, तो देश का हर पढ़ा-लिखा युवा नेपाल छोड़ने पर मजबूर हो जाएगा।

Nepal protest, Nepal social media ban, Gen-Z Nepal, Nepal youth movement, Kathmandu curfew, KP Sharma Oli, Nepal parliament protest, corruption protest, Nepal news, Gen-Z protest, Nepal Gen-Z Protest, Kathmandu, Nepal parliament, social media ban
Nepal Gen-Z Protest

नेपाल में यह Gen-Z आंदोलन सिर्फ सोशल मीडिया के बैन के खिलाफ नहीं, बल्कि एक बेहतर भविष्य, रोजगार और भ्रष्टाचार मुक्त समाज की मांग है।

यह युवाओं की ताकत और उनके जज्बे को दिखाता है कि वे सिस्टम में बदलाव चाहते हैं।

अब सवाल यह है कि प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की सरकार इस युवा आक्रोश का जवाब कैसे देती है और क्या यह आंदोलन नेपाल के राजनीतिक परिदृश्य में एक बड़ा बदलाव ला पाएगा।

#SocialMediaBan

- Advertisement -spot_img