Nestle CEO Laurent Freixe: दुनिया की सबसे बड़ी FMCG कंपनियों में से एक, नेस्ले ने अपने मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) लॉरेंट फ्रीक्स को उनकी PA के साथ चल रहे अफेयर के कारण पद से हटा दिया है।
यह फैसला कंपनी के ‘आचार संहिता’ (Code of Business Conduct) का उल्लंघन माना गया।
लॉरेंट फ्रीक्स (Laurent Freixe) का 40 साल का शानदार करियर एक झटके में खत्म हो गया।
कंपनी ने तुरंत फिलिप नवरातिल को नया CEO नियुक्त कर दिया है।
क्या है पूरा मामला?
नेस्ले ने एक आधिकारिक बयान जारी कर इस पूरे मामले की पुष्टि की।
कंपनी ने बताया कि एक आंतरिक जांच में यह बात सामने आई कि लॉरेंट फ्रीक्स का अपनी प्रत्यक्ष अधीनस्थ (Direct Subordinate) यानी PA के साथ एक रोमांटिक रिश्ता था।
खास बात यह है कि फ्रीक्स ने इस रिश्ते की जानकारी कंपनी को कभी नहीं दी, जो कंपनी के नियमों के सीधे तौर पर खिलाफ है।

इस जांच की निगरानी कंपनी के चेयरमैन पॉल बल्के और लीड इंडिपेंडेंट डायरेक्टर पाब्लो इस्ला ने की, जिसमें बाहरी वकीलों की मदद भी ली गई।
चेयरमैन पॉल बल्के ने कहा, “यह फैसला जरूरी था क्योंकि नेस्ले के मूल्य और नियम हमारे लिए सबसे अहम हैं। हम लॉरेंट को उनकी लंबी सेवा के लिए धन्यवाद देते हैं।”
लॉरेंट फ्रीक्स का 40 साल का सफरनामा
- लॉरेंट फ्रीक्स नेस्ले में एक लंबे और सफल करियर के बाद CEO बने थे।
- उन्होंने कंपनी में करीब 40 साल काम किया था।
- उन्हें पिछले साल ही CEO की कुर्सी सौंपी गई थी, जब कंपनी कई चुनौतियों का सामना कर रही थी।
- उस समय नेस्ले का शेयर मूल्य 2022 की शुरुआत के मुकाबले लगभग 40% गिर गया था।
- यूरोप और अमेरिका में वेट-लॉस ड्रग्स के चलन ने लोगों की खाने की आदतों को बदल दिया था, जिससे नेस्ले जैसी कंपनियों को नुकसान उठाना पड़ रहा था।
- पिछले साल कंपनी के शेयरों में लगभग 25% की गिरावट दर्ज की गई, जिसने स्विट्जरलैंड के निवेशकों, खासकर जर्मनी के बड़े पेंशन फंड्स की चिंता बढ़ा दी थी, जो नेस्ले में भारी निवेश करते हैं।

एस्ट्रोनॉमर CEO का मामला
लॉरेंट फ्रीक्स का मामला ऐसा पहला मामला नहीं है जहां ऑफिस रोमांस के चलते एक top executive को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी हो।
इससे पहले जुलाई में, टेक कंपनी एस्ट्रोनॉमर के CEO एंडी बायरन को एक कोल्डप्ले कॉन्सर्ट में कंपनी की HR हेड क्रिस्टीन कैबोट के साथ रोमांस करते देखे जाने के बाद इस्तीफा देना पड़ा था।
बाद में HR हेड ने भी इस्तीफा दे दिया।

ऑफिस रोमांस पर कंपनियां क्यों हैं सख्त?
ये घटनाएं एक बड़ा सवाल खड़ा करती हैं।
क्या ऑफिस में रोमांटिक रिश्ते होने चाहिए और कंपनियां इस पर इतनी सख्त क्यों हैं? आइए जानते हैं…
ऑफिस रोमांस पर कंपनियों के नियम
अधिकांश कंपनियों में, खासकर बड़े कॉर्पोरेट घरानों में, कर्मचारियों के बीच रोमांटिक रिश्तों को लेकर सख्त गाइडलाइन्स होती हैं।
इन नियमों का मुख्य उद्देश्य एक पेशेवर माहौल बनाए रखना और किसी भी तरह के विवाद से बचना है।
भारत सहित दुनिया भर की कंपनियां ऑफिस रोमांस को लेकर काफी सतर्क हैं, खासकर तब जब यह Productivity, गोपनीयता, या पेशेवर आचरण को प्रभावित करता है।

आइए जानते हैं आम तौर पर कंपनियों की गाइडलाइन्स क्या होती हैं:
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संबंधों की जानकारी देना अनिवार्य: अगर दो कर्मचारी आपस में रोमांटिक रिलेशनशिप में हैं, खासकर अगर एक दूसरे का सीनियर या सुपरवाइजर है, तो उन्हें इसकी सूचना HR विभाग को देनी जरूरी होती है। C-suite (CEO, CFO आदि) स्तर के executives के लिए यह नियम और भी सख्त होता है।
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पावर डायनामिक्स पर पाबंदी: ज्यादातर कंपनियों में बॉस और सबॉर्डिनेट (मालिक और अधीनस्थ) के बीच रिश्तों पर सीधी पाबंदी होती है। इससे पक्षपात (favouritism), अनुचित लाभ, या काम के माहौल में विषमता पैदा होने का खतरा रहता है।
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पेशेवर बर्ताव: ऑफिस के अंदर पर्सनल रिलेशनशिप का प्रदर्शन करना अनुचित माना जाता है। कई कंपनियां ऐसे रिश्तों को पूरी तरह प्रतिबंधित करती हैं, खासकर अगर वे गोपनीयता (Privacy) भंग करते हों या Productivity के लिए खतरा बन रहे हों।

नियम तोड़ने पर कंपनी क्या कार्रवाई कर सकती है?
अगर कोई कर्मचारी कंपनी की इन नीतियों का उल्लंघन करता है, तो कंपनी की तरफ से होने वाली कार्रवाई गंभीर हो सकती है:
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चेतावनी या निलंबन: छोटे मामलों में कर्मचारी को लिखित चेतावनी दी जा सकती है या उसे कुछ समय के लिए निलंबित (suspended) किया जा सकता है।
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नौकरी से बर्खास्तगी: गंभीर मामलों में, जैसे कि हितों के टकराव, अनैतिक व्यवहार, या senior positions पर इस तरह के रिश्ते (जैसे CEO और PA का मामला), कर्मचारी की नौकरी तक जा सकती है।
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कानूनी कार्रवाई: अगर रिश्ते की वजह से कंपनी को किसी तरह का नुकसान हुआ हो (जैसे गोपनीय जानकारी का खुलना), तो कंपनी कानूनी रास्ता भी अपना सकती है और मुकदमा या जुर्माना लगा सकती है।

कौन हैं नए CEO फिलिप नवरातिल?
- नेस्ले ने फिलिप नवरातिल को नया CEO नियुक्त किया है।
- नवरातिल कंपनी में सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और कॉफी स्ट्रैटजिक बिजनेस यूनिट के प्रमुख के तौर पर काम कर रहे थे।
- उन्हें नेस्ले के प्रसिद्ध ब्रांड ‘नेस्प्रेसो’ को मजबूत करने और नेस्कैफे व स्टारबक्स जैसे ब्रांड्स के साथ वैश्विक साझेदारी की रणनीति बनाने का श्रेय जाता है।
- उन्होंने 2001 में नेस्ले में एक इंटरनल ऑडिटर के रूप में अपना करियर शुरू किया था।
- 2009 में वे नेस्ले होंडुरस के कंट्री मैनेजर बने और 2013 में मेक्सिको में कंपनी के कॉफी और पेय व्यवसाय का प्रबंधन संभाला।

नए CEO ने कहा, “मैं कंपनी की रणनीतिक दिशा और प्रदर्शन को बेहतर बनाने की योजना का पूरी तरह से समर्थन करता हूं।”
नेस्ले के मामले ने एक बार फिर cooperate जगत में यह बहस छेड़ दी है कि कंपनी की निजी life में दखल देने का अधिकार कहां तक है।
हालांकि, कंपनियों का मानना है कि शीर्ष पदों पर बैठे लोगों के लिए नैतिक आचरण और नियमों का पालन सबसे ज्यादा जरूरी है।


