NHAI Bypass Traffic Controversy: राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने हाल ही में अपने ही वकील को एक कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
यह कदम इंदौर-देवास बायपास पर लगने वाले भीषण जाम को लेकर मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में दिए गए विवादास्पद तर्कों के बाद उठाया गया है।
दरअसल, NHAI की वकील ने कोर्ट में कहा था कि “लोग बिना काम के इतनी जल्दी क्यों निकलते हैं? जाम तो लगेगा ही!”
इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर तूफान खड़ा हो गया और NHAI की काफी आलोचना हुई।
NHAI ने वकील को नोटिस क्यों भेजा?
विवाद बढ़ने के बाद NHAI ने अपनी वकील को नोटिस भेजकर उनके बयान पर स्पष्टीकरण मांगा है।
NHAI ने कहा कि “यह वकील का निजी विचार था, NHAI का आधिकारिक बयान नहीं।”
हालांकि, कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि सरकारी वकील कोर्ट में विभाग की मंजूरी के बाद ही बयान देते हैं।
In reference to news regarding remark made by an advocate representing #NHAI during the hearing of PIL about traffic jam on 30 June 2025 in High Court of Madhya Pradesh, Indore Bench, it is hereby clarified that the remark by advocate does not represent official version of NHAI. pic.twitter.com/LnGc5KG6uX
— NHAI (@NHAI_Official) July 2, 2025
हाईकोर्ट में क्या हुआ था?
इंदौर-देवास बायपास पर लगातार जाम की समस्या को लेकर हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई थी।
इसकी सुनवाई के दौरान NHAI की वकील अनीता शर्मा ने कहा कि:
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“लोग मॉल, होटल और गार्डन जाने के लिए बायपास का उपयोग करते हैं, इसलिए जाम लगता है।”
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“बायपास के आसपास मॉल, रेस्टोरेंट और मैरिज गार्डन बन गए हैं, जिससे ट्रैफिक बढ़ गया है।”
हाईकोर्ट ने इन तर्कों को खारिज करते हुए कहा कि “हमने खुद इस जाम को देखा है, यह एक गंभीर समस्या है।”
कोर्ट ने NHAI को एक सप्ताह के भीतर जवाब देने का आदेश दिया।

इंदौर-देवास बायपास जाम की असली वजह क्या है?
इस बायपास पर जाम की मुख्य वजह अर्जुन बड़ौदा में बन रहा फ्लाईओवर है, जिसका काम धीमी गति से चल रहा है।
सर्विस रोड खराब होने के कारण वाहनों को भारी परेशानी हो रही है। पिछले साल बारिश के दौरान भी यहां जाम की स्थिति बनी थी।
27-28 जून को तो लोगों को 48 घंटे तक जाम में फंसे रहना पड़ा था।
कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस जाम के कारण तीन लोगों की मौत भी हो गई, हालांकि NHAI ने इन खबरों को गलत बताया है।

NHAI का बचाव और आगे की कार्रवाई
NHAI ने कहा है कि:
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ट्रैफिक डायवर्जन की मरम्मत कर ली गई है।
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जाम से होने वाली मौतों की खबरें गलत हैं।
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सोशल मीडिया पर अफवाहों पर ध्यान न दें।
हालांकि, स्थानीय लोग और याचिकाकर्ता NHAI के इन दावों से सहमत नहीं हैं।
अब देखना होगा कि हाईकोर्ट इस मामले में आगे क्या फैसला लेता है और NHAI किस तरह इस समस्या का समाधान करता है।
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