MPESB Recruitment : मध्य प्रदेश में भर्ती परीक्षाओं की रफ्तार धीमी पड़ गई है।
इस साल 11 हजार पदों के लिए 11 भर्ती परीक्षाएं आयोजित करवानी थी, लेकिन एक भी परीक्षा आयोजित नहीं हो पाई।
मप्र कर्मचारी चयन मंडल हर साल औसतन 8 परीक्षाएं आयोजित करवाता है।
पिछले 12 महीने से एक भी परीक्षा आयोजित नहीं करवाई गई है। बीते 10 साल का आंकड़ा देखा जाए तो से सबसे कम है।
12 महीने से एक भी भर्ती परीक्षा नहीं हुई आयोजित
मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल द्वारा साल 2024 में विभिन्न भर्ती परीक्षाएं प्रस्तावित की गईं थी, लेकिन अब तक एक भी परीक्षा नहीं हो सकी।
2014 से 2023 तक बीते 10 साल के आंकड़े देखें तो भर्ती परीक्षा के मामले में साल 2024 सबसे धीमा साल साबित हुआ है।
पिछले साल 12 अगस्त से 12 सितंबर 2023 के दौरान पुलिस आरक्षक पद के लिए पहले फेज की भर्ती परीक्षा हुई।
यह ईएसबी द्वारा कराई गई आखिरी भर्ती परीक्षा है। इसका रिजल्ट आ चुका है। इसके बाद से कोई भर्ती परीक्षा नहीं हो सकी।
2021 को छोड़ दें तो हर साल ईएसबी द्वारा औसतन 8 भर्ती परीक्षाएं कराई जाती हैं।
2021 में कोविड-19 के कारण एक भी भर्ती परीक्षा नहीं हो सकी थी।
2019 में सिर्फ 3 परीक्षाएं हुईं, लेकिन वैकेंसी 31,892 निकली।
मध्य प्रदेश में भर्ती परीक्षाओं की रफ्तार पड़ी धीमी
हर साल ज्यादातर परीक्षाएं जनवरी से सितंबर तक हो जाती है।
MADHYA PRADESH EMPLOYEES SELECTION BOARD (MPESB) ने इस साल के लिए 11 एग्जाम शेड्यूल किए हैं।
अगस्त में परीक्षा प्रस्तावित थी जो नहीं हो सकी। सितंबर में दो परीक्षाएं प्रस्तावित हैं। लेकिन इसके लिए अब तक नोटिफिकेशन जारी नहीं हुए हैं।
इसके अलावा अक्टूबर, नवंबर में भी दो-दो परीक्षाएं प्रस्तावित हैं। वहीं एक परीक्षा दिसंबर प्रस्तावित हैं।
मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल के अध्यक्ष संजय बंदोपाध्याय ने बताया कि भर्ती परीक्षा नहीं होने का एक कारण चुनाव भी है।
जिन दो भर्ती परीक्षाओं को लेकर विभागों से पद संख्या और रूल बुक फाइनल की है, उनके लिए विज्ञापन जारी किए गए हैं।
ईएसबी द्वारा पूरा एग्जाम शेड्यूल जारी किया गया। लेकिन, विभाग से कम्प्लीट जानकारी नहीं मिलने से अन्य के विज्ञापन जारी नहीं हो सके। विभाग स्तर पर भी सभी जानकारी जुटानी होती है।
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