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पटना मेट्रो में दिखी बिहार की संस्कृति की झलक: किराए से लेकर सिक्योरिटी तक, जानें सबकुछ

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Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 13 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

Patna Metro: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 6 अक्टूबर को पटना मेट्रो रेल परियोजना का औपचारिक रूप से उद्घाटन किया।

इस उद्घाटन समारोह में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी मौजूद रहे।

इस उद्घाटन के बाद 7 अक्टूबर मंगलवार से पटना मेट्रो आम यात्रियों के लिए खुल जाएगी।

इसकी शुरुआत न्यू आइएसबीटी (जीरो माइल) से भूतनाथ मेट्रो स्टेशन के बीच के पहले चरण से हुई है।

यह परियोजना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ‘ड्रीम प्रोजेक्ट’ में से एक मानी जाती है, जिसे अब जमीन पर उतार दिया गया है।

आइए, जानते हैं पटना मेट्रो से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी…

पहले चरण का रूट और संचालन

  • शुरुआत में, मेट्रो सेवा न्यू आइएसबीटी (जीरो माइल) और भूतनाथ मेट्रो स्टेशन के बीच चलेगी।
  • इस रूट की कुल लंबाई लगभग सवा चार किलोमीटर है।
  • फिलहाल, यात्रियों को टोकन लेकर यात्रा करनी होगी।
  • मेट्रो का संचालन सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक होगा।
  • हर दिन इस रूट पर मेट्रो ट्रेन लगभग 40 से 42 फेरे (ट्रिप) लगाएगी।
  • शुरुआती दौर में ट्रेनों का फासला लगभग 20 मिनट का रहेगा, जिसे बाद में यात्री भीड़ के हिसाब से कम किया जा सकता है।

किफायती किराया और खास सुविधाएं

पटना मेट्रो की सबसे बड़ी खासियत इसका किफायती किराया है।

एक स्टेशन तक की यात्रा का किराया सिर्फ 15 रुपये रखा गया है, जबकि इस रूट के लिए अधिकतम किराया 30 रुपये निर्धारित किया गया है।

यह देश की अन्य मेट्रो सेवाओं की तुलना में काफी कम है, जिससे आम आदमी के लिए यह सेवा और भी सुलभ हो जाएगी।

प्रत्येक कोच में CCTV कैमरे-इमरजेंसी बटन

यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया है।

  • प्रत्येक मेट्रो कोच में 360 डिग्री का सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है।
  • हर बोगी में दो इमरजेंसी बटन और एक माइक की व्यवस्था है।
  • किसी भी आपात स्थिति में यात्री इमरजेंसी बटन दबा सकते हैं और माइक के जरिए सीधे ड्राइवर से बात कर सकते हैं।
  • सीसीटीवी की लाइव फुटेज कंट्रोल रूम को मिलती रहेगी।

138 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था 

बैठने की व्यवस्था के मामले में, तीनों बोगी मिलाकर 138 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था है, जबकि कुल मिलाकर 945 यात्री खड़े होकर यात्रा कर सकेंगे।

इस तरह एक समय में एक ट्रेन में 1000 से अधिक यात्रियों को आसानी से ले जाने की क्षमता है।

बिहार की संस्कृति की झलक: मधुबनी पेंटिंग्स

पटना मेट्रो को सिर्फ एक यातायात परियोजना नहीं, बल्कि बिहार की सांस्कृतिक विरासत का एक चलता-फिरता संग्रहालय बनाने का प्रयास किया गया है।

मेट्रो के कोचों की सजावट विश्वप्रसिद्ध मधुबनी पेंटिंग से की गई है।

इन पेंटिंग्स में बिहार की सांस्कृतिक पहचान को उकेरा गया है।

इससे यात्रियों को सफर के दौरान कला का अनूठा अनुभव भी मिलेगा।

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परियोजना की लागत और भविष्य

पटना मेट्रो रेल परियोजना पर कुल लागत लगभग 13,365 करोड़ रुपये से अधिक आई है।

इस वित्तीय व्यवस्था में बिहार सरकार, केंद्र सरकार और जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (JICA) की महत्वपूर्ण भूमिका है।

पहले चरण में पांच स्टेशनों को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था।

अब पहला हिस्सा शुरू होने के बाद, आने वाले समय में पटना मेट्रो के नेटवर्क का और विस्तार किया जाएगा, जिससे शहर के अधिक से अधिक इलाके जुड़ सकेंगे।

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पटना मेट्रो का सफर: एक नजर में

पटना मेट्रो की योजना को लगभग एक दशक का समय बीत चुका है।

  • इसकी नींव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साल 2013 में रखी थी।
  • 11 जून 2013 को राज्य कैबिनेट ने इस परियोजना के लिए डीपीआर (विस्तारित परियोजना रिपोर्ट) तैयार करने की मंजूरी दी थी।
  • जून 2014 में इसे आधिकारिक हरी झंडी मिली और प्रस्तावित पांच चरणों में निर्माण का रास्ता साफ हुआ।
  • इसके बाद 17 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले मेट्रो रेल कॉरिडोर का शिलान्यास किया।
  • एक दिन बाद 18 फरवरी 2019 को ही पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PMRCL) की स्थापना की गई, जिसे इस पूरी परियोजना को अंजाम देने की जिम्मेदारी सौंपी गई।
  • दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) को इस प्रोजेक्ट का सलाहकार नियुक्त किया गया।
  • जनवरी 2022 में कंपनी L&T को पहले चरण के एक कॉरिडोर के डिजाइन और निर्माण का ठेका मिला

अब लंबे इंतजार के बाद यह सपना साकार हुआ है।

Patna Metro

एक क्रांतिकारी बदलाव

पटना मेट्रो के शुरू होने से शहर के यातायात में एक बड़ा बदलाव आने की उम्मीद है।

इससे न केवल सड़कों पर vehicle के दबाव में कमी आएगी, बल्कि यात्रियों का कीमती समय बचेगा और यात्रा और भी सुरक्षित व आरामदायक होगी।

लगातार बढ़ते ट्रैफिक जाम से परेशान पटनावासियों के लिए मेट्रो वरदान साबित हो सकती है।

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